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Lok Sabha Election 2024: बांका में राजपूत-यादव की सियासी जंग, जानें कौन किस पर है भारी और पिछला रिकॉर्ड

News Desk | 13:47 PM, Thu Apr 25, 2024

बिहार में लोकसभा चुनाव की 5 सीटों पर दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना हैं. जिसमें से किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका शामिल हैं. इसी सीटों में से बांका भी चर्चा में बना रहता है. इस सीट से कई दिग्गज नेताओं ने भी चुनाव लड़ा. जिसमें से पूर्व मुख्यमंत्री स्व चंद्रशेखर सिंह, जदयू के गिरिधारी यादव, मधु लिमये, जॉर्ज फर्नांडीस, बीएस शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे स्व. दिग्विजय सिंह जैसे बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं. इस बार चुनाव में राजद के जयप्रकाश नारायण यादव और जदयू के गिरधारी यादव मैदान में हैं. आजादी के बाद यहां पहली बार 1957 में लोकसभा चुनाव हुए थे. यहां 20 बार लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें कांग्रेस ने 8 बार जीत दर्ज की. ये सीट जेपी आंदोलन के बाद से समाजवादियों का गढ़ माना जाता है. क्योंकी यहां ज्यादातर समाजवादी विचारधारा के नेता रहे हैं. फिलहाल यहां के सांसद जदयू के गिरिधारी यादव हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में 477,788 वोट से जीत हासिल की थी.



बांका में कांग्रेस का रहा दबदबा



बांका में पहले से ही कांग्रेस का ही दबदबा रहा है. यहां कांग्रेस ने 8 बार जीत हासिल की. 1957 में जब पहली बार लोकसभा चुनाव हुए तब कांग्रेस से शकुंतला देवी सांसद बनी थी. इसके बाद 1962 के चुनाव में भी जनता ने शकुन्तला देवी पर भरोसा जताया. 1971 के चुनाव में कांग्रेस के शिव चंद्रिका प्रसाद सांसद बने. इसके बाद कांग्रेस ने लगातार 4 बार जीत अपने नाम की. 1980 में चंद्रशेखर सिंह, 1984 में मनोरमा सिंह, 1985 (उप चुनाव) में चंद्रशेखर सिंह,1986 (उप चुनाव) में मनोरमा सिंह ने जीत दर्ज की.



क्या है जातीय समीकरण?



1957 में बांका लोकसभा सीट अस्तित्व में आई. बांका लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं. जिसमें से धोरौया, बेलहर, बांका, अमरपुर, कटोरिया और सुल्तानगंज शामिल हैं. वर्ष 2011 की जनगणना की बात करें तो यहां यादव और राजपूत वोटर्स ज्यादा हैं. यहां की कुल जनसंख्या 20 लाख 34 हजार 763 है. जिसमें से मतदाताओं की संख्या 15 लाख से ज्यादा है. जातीय समीकरण की बात करें तो सबसे अधिक यादव वोटर्स हैं. इनकी संख्या 3 लाख से अधिक है. वहीं, राजपूत, ब्राह्मण, भूमिहार और कायस्थ मतदाताओं की संख्या साढ़े 3 लाख के करीब है. इसके अलावा कुर्मी, कोयरी, महादलित और मुस्लिम वोटर की भी अधिक संख्या हैं. जबकि, एसटी की आबादी 75 हजार से अधिक है.

कौन और कब रहे सांसद?

लोकसभा चुनावसासंदपार्टी
1957शकुंतला देवीभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1962शकुंतला देवीभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1967बी। एस। शर्माभारतीय जनसंघ
1971शिव चंद्रिका प्रसादभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1973(उप चुनाव) मधु लिमयेजनता पार्टी
1977मधु लिमयेभारतीय लोक दल
1980चंद्रशेखर सिंहभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा)
1984मनोरमा सिंहभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1985(उप चुनाव) चंद्रशेखर सिंहभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा)
1986(उप चुनाव) मनोरमा सिंहभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1989प्रताप सिंहजनता दल
1991प्रताप सिंहजनता दल
1996गिरधारी यादवजनता दल
1998दिग्विजय सिंहसमता पार्टी
1999दिग्विजय सिंहजनता दल (यूनाइटेड)
2004गिरधारी यादवराष्ट्रीय जनता दल
2009दिग्विजय सिंहस्वतंत्र
2010पुतुल कुमारी सिंहस्वतंत्र (उप चुनाव)
2014जय प्रकाश नारायण यादवराष्ट्रीय जनता दल
2019गिरधारी यादवजनता दल (यूनाइटेड)
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