Saturday, May 18, 2024

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शेयर बाजार

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स्पेशल ट्रेडिंग सेशन में शेयर बाजार मजबूत, 74 हजार के पार बंद हुआ सेंसेक्स

नई दिल्ली: डिजास्टर रिकवरी साइट की टेस्टिंग के लिए शनिवार को घरेलू शेयर बाजार के स्पेशल ट्रेडिंग सेशन के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त के साथ बंद हुए. सेंसेक्स एक बार फिर 74 हजार अंक के स्तर को पार करके और निफ्टी 22,500 अंक के ऊपर बंद हुआ. अगले सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी 20 मई को मुंबई में वोटिंग होने की वजह से शेयर बाजार में छुट्टी रहेगी.



शेयर बाजार में किसी भी इमरजेंसी की स्थिति का सामना करने के लिए की गई तैयारी को टेस्ट करने के इरादे से आज स्पेशल ट्रेडिंग सेशन का आयोजन किया गया था. इस तरह के स्पेशल ट्रेडिंग सेशन में शेयर बाजार के कारोबार को प्राइमरी साइट से डिजास्टर रिकवरी (डीआर) साइट पर शिफ्ट किया जाता है. आज का कारोबार दो अलग-अलग सत्र में किया गया.



बीएसई के सेंसेक्स ने आज 4.43 अंक की मामूली बढ़त के साथ 73,921.46 अंक के स्तर से पहले सत्र के कारोबार की शुरुआत की. इस सत्र के कारोबार में शेयर बाजार 158 अंक उछलने में सफल रहा, जबकि दूसरे सत्र में ये सूचकांक 245.73 अंक उछल कर 74,162.76 अंक तक पहुंच गया. दोनों सत्रों का कारोबार खत्म होने के बाद सेंसेक्स 88.91 अंक की मजबूती के साथ 74,005.94 अंक के स्तर पर बंद हुआ.



सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 46.75 अंक की बढ़त के साथ 22,512.85 अंक के स्तर से पहले सत्र के कारोबार की शुरुआत की. कारोबार के दौरान सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव होता रहा. खरीदारी के सपोर्ट से ये सूचकांक 54.15 अंक की मजबूती के साथ 22,520.25 अंक तक पहुंचा. बिकवाली का दबाव बनने पर इसने 22,470.05 अंक तक गोता भी लगाया. दोनों सत्रों का कारोबार खत्म होने के बाद निफ्टी 35.90 अंक की तेजी के साथ 22,502 अंक के स्तर पर बंद हुआ.



हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 16:04 PM, Sat May 18, 2024

Stock Market: शेयर बाजार में तेजी, Sensex और Nifty में उछाल

नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में बिकवाली का दबाव बना लेकिन पहले 1 घंटे के कारोबार के बाद ही खरीदारों ने चौतरफा लिवाली शुरू कर दी. आखिरकार पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स 0.45 प्रतिशत और निफ्टी 0.51 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुए.

आज दिन भर के कारोबार के दौरान ऑयल एंड गैस, रियल्टी, पावर और मेटल सेक्टर के शेयरों में जम कर खरीदारी होती रही. इसी तरह कंज्यूमर गुड्स और ऑटोमोबाइल इंडेक्स में भी तेजी बनी रही. दूसरी ओर फार्मास्यूटिकल और एफएमसीजी इंडेक्स बिकवाली के दबाव में गिरावट के साथ बंद हुए. ब्रॉडर मार्केट में भी आज लगातार खरीदारी होती रही, जिसके कारण बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.14 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ. इसी तरह स्मॉलकैप इंडेक्स ने 1.79 प्रतिशत की तेजी के साथ आज के कारोबार का अंत किया.

आज बाजार में आए उछाल के कारण स्टॉक मार्केट के निवेशकों की संपत्ति में साढ़े चार लाख करोड़ रुपये से अधिक की बढ़ोतरी हो गई. बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन आज के कारोबार के बाद बढ़ कर 402.01 लाख करोड़ रुपये (अस्थाई) हो गया. पिछले कारोबारी दिन यानी सोमवार को इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 397.41 लाख करोड़ रुपये था. इस तरह निवेशकों को आज के कारोबार से करीब 4.60 लाख करोड़ रुपये का फायदा हो गया.

आज दिन भर के कारोबार में बीएसई में 3,923 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई. इनमें 2,698 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 1,111 शेयरों में गिरावट का रुख रहा, वहीं 114 शेयर बिना किसी उतार चढ़ाव के बंद हुए. एनएसई में आज 2,271 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई. इनमें से 1,736 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में और 535 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में बंद हुए. इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 22 शेयर बढ़त के साथ और 8 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए. निफ्टी में शामिल शेयरों में से 34 शेयर हरे निशान में और 16 शेयर लाल निशान में बंद हुए.

बीएसई का सेंसेक्स आज 79.41 अंक की गिरावट के साथ 72,696.72 अंक के स्तर पर खुला. कारोबार की शुरुआत होते ही पहले तेज खरीदारी हुई और उसके थोड़ी ही देर बाद बिकवाली का जोरदार दबाव बन गया, जिसके कारण यह सूचकांक 92.14 अंक की कमजोरी के साथ 72,683.99 अंक के स्तर पर पहुंच गया. पहले 1 घंटे के कारोबार के बाद ही बाजार में लगातार खरीदारी होने लगी, जिसके कारण यह सूचकांक 510.13 अंक उछल कर 73,286.26 अंक तक पहुंच गया. दिनभर हुई खरीद बिक्री के बाद सेंसेक्स 328.48 अंक की मजबूती के साथ 73,104.61 अंक के स्तर पर बंद हुआ.

सेंसेक्स के विपरीत एनएसई के निफ्टी ने आज 8.85 अंक की बढ़त के साथ 22,112.90 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की. बाजार खुलने के बाद बिकवाली के दबाव के कारण यह सूचकांक 22.80 अंक टूट कर 22,081.25 अंक तक पहुंच गया लेकिन इसके बाद बाजार पर तेजड़ियों ने अपना कब्जा कर लिया. लगातार हो रही खरीदारी के सपोर्ट से यह सूचकांक दोपहर 2:30 बजे के करीब 166 अंक की तेजी के साथ 22,270.05 अंक तक पहुंच गया. इसके बाद हुई मुनाफावसूली के कारण यह सूचकांक ऊपरी स्तर से 50 अंक से अधिक फिसल कर 113.80 अंक की मजबूती के साथ 22,217.85 अंक के स्तर पर बंद हुआ.

पूरे दिन के कारोबार के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से अडाणी एंटरप्राइज 5.49 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा 3.92 प्रतिशत, हीरो मोटोकार्प 3.23 प्रतिशत, लार्सन एंड टूब्रो 2.60 प्रतिशत और जेएसडब्ल्यू स्टील 2.43 प्रतिशत की मजबूती के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए. दूसरी ओर, सिप्ला 4.05 प्रतिशत, टीसीएस 1.18 प्रतिशत, नेस्ले 1.15 प्रतिशत, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स 1.05 प्रतिशत और एक्सिस बैंक 0.81 प्रतिशत की कमजोरी के साथ आज के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए.

हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 17:51 PM, Tue May 14, 2024

बाजार खुलते ही शेयर बाजार में भारी गिरावट, इतने अंक तक फिसला सेंसेक्स और निफ्टी 

नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार में आज लगातार दबाव बना हुआ नजर आ रहा है. आज के कारोबार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी. हालांकि शुरुआती कारोबार में खरीदारी के सपोर्ट से शेयर बाजार ने मामूली रिकवरी भी की. लेकिन उसके बाद एक बार फिर बिकवाली का दबाव बन जाने के कारण सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक गिरते चले गए. पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.89 प्रतिशत और निफ्टी 0.82 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे.

शुरुआती 1 घंटे के कारोबार के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से सिप्ला, एचडीएफसी लाइफ, एशियन पेंट्स, ब्रिटानिया और टीसीएस के शेयर 4.73 प्रतिशत से लेकर 0.40 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे. दूसरी ओर टाटा मोटर्स, बीपीसीएल, कोल इंडिया, ओएनजीसी और हीरो मोटोकॉर्प के शेयर 7.99 प्रतिशत से लेकर 2.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे.

अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,203 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी. इनमें से 372 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 1,831 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 3 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे. दूसरी ओर 27 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. जबकि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 8 शेयर हरे निशान में और 42 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे.

बीएसई का सेंसेक्स आज 187.82 अंक की गिरावट के साथ 72,476.65 अंक के स्तर पर खुला. कारोबार की शुरुआत होते ही खरीदारी के सपोर्ट से यह सूचकांक उछल कर 72,603.18 अंक तक पहुंचा. लेकिन इसके बाद बिकवाली का दबाव बन जाने की वजह से एक बार फिर इसमें जोरदार गिरावट आ गई. बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 649.29 अंक की कमजोरी के साथ 72,015.18 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.

सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 27.25 अंक की कमजोरी के साथ 22,027.95 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की. बाजार खुलते ही खरीदारी के सपोर्ट से यह सूचकांक उछल कर हरे निशान में 22,067.30 अंक तक पहुंचा. लेकिन इसके तुरंत बाद मुनाफावसूली शुरू हो जाने की वजह से इस सूचकांक में भी तेज गिरावट आ गई. बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे निफ्टी 179.95 अंक टूट कर 21,875.25 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.

इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 260.30 अंक यानी 0.36 प्रतिशत की मजबूती के साथ 72,664.47 अंक के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं निफ्टी ने 97.70 अंक यानी 0.44 प्रतिशत उछल कर 22,055.20 अंक के स्तर पर शुक्रवार के कारोबार का अंत किया था.

हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 12:38 PM, Mon May 13, 2024

हरे निशान पर खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 205 अंक उछला

नई दिल्ली: इस हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार को घरेलू शेयर बाजार हरे निशान पर खुला. शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक में बढ़त दिख रही है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 205.15 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की उछाल के साथ 74,687.93 अंक पर ट्रेंड कर रहा है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज एनएसई का (निफ्टी) भी 64.65 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 22,669.50 के स्तर पर कारोबार कर रहा है.



शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान बीपीसीएल, हीरो मोटोकॉर्प, महिंद्रा, पावर ग्रिड, बजाज फिनसर्व, अडाणी एंटरप्राइजेज और कोल इंडिया के शेयरों में तेजी जारी है, जबकि कोटक महिंद्रा बैंक, हिंडाल्को, मारुति सुजुकी, डिवीज लैब्स, भारती एयरटेल, विप्रो और इंफोसिस के शेयर कमजोरी पर ट्रेंड कर रहे थे. हालांकि, निफ्टी आईटी इंडेक्स मामूली कमजोरी पर कारोबार कर रहा है, जबकि बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स में तेजी दिख रही है.



उल्लेखनीय है कि एक मई को मजदूर और महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर शेयर बाजार बंद था. इससे पहले 30 अप्रैल को शेयर बाजार में गिरावट के साथ बंद हुआ था. सेंसेक्स 189 अंक की गिरावट के साथ 74,482 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 38 अंक की गिरावट के साथ 22,604 के स्तर पर बंद हुआ था.



साभार- हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 12:33 PM, Thu May 02, 2024

शेयर बाजार की तेजी पर ब्रेक, सेंसेक्स और निफ्टी लुढ़के

नई दिल्ली: कमजोर ग्लोबल संकेतों की वजह से घरेलू शेयर बाजार में आज दबाव नजर आ रहा है. आज के कारोबार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई थी. लेकिन बाजार खुलने के बाद मुनाफावसूली शुरू हो जाने की वजह से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों में गिरावट आ गई. पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.18 प्रतिशत और निफ्टी 0.12 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे.



शुरुआती 1 घंटे के कारोबार के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से टेक महिंद्रा, एलटी माइंडट्री, डिवीज लेबोरेट्रीज, बजाज ऑटो और विप्रो के शेयर 11.05 प्रतिशत से लेकर 1.94 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे. दूसरी ओर बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, अपोलो हॉस्पिटल और नेस्ले के शेयर 6.38 प्रतिशत से लेकर 1.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे.



अभीतक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,050 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी. इनमें से 1,317 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 733 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 15 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे. दूसरी ओर 15 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. जबकि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 23 शेयर हरे निशान में और 27 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे.



बीएसई का सेंसेक्स आज 169.87 अंक की मजबूती के साथ 74,509.31 अंक के स्तर पर खुला. कारोबार की शुरुआत होने के बाद पहले आधे घंटे तक लिवालों और बिकवालों के बीच खींचतान चलती रही, जिसकी वजह से इस सूचकांक की चाल में भी मामूली उतार-चढ़ाव होता रहा. लेकिन इसके बाद बिकवाल पूरी तरह से बाजार पर हावी हो गए, जिसके कारण इस सूचकांक ने लाल निशान में गोता लगा दिया. बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 135.73 अंक की कमजोरी के साथ 74,203.71 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 50.05 अंक की तेजी के साथ 22,620.40 में अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की. शुरुआती कारोबार में इस सूचकांक की चाल में भी मामूली उतार-चढ़ाव होता रहा. लेकिन पहले आधे घंटे के कारोबार के बाद ही मंदड़िये पूरी तरह से बाजार पर हावी हो गए, जिसकी वजह से ये सूचकांक भी लुढ़क कर लाल निशान में पहुंच गया. बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे निफ्टी 27.55 अंक की कमजोरी के साथ 22,542.80 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



कमजोर ग्लोबल संकेतों के बावजूद आज प्री ओपनिंग सेशन में घरेलू शेयर बाजार ने मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की थी. इस सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 277.66 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74,617.10 अंक के स्तर पर था. वहीं, निफ्टी प्री ओपनिंग सेशन में 60.20 अंक यानी 0.27 प्रतिशत गिर कर 22,630.55 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ था.



इसके पहले पिछले कारोबारी दिन गुरुवार को सेंसेक्स 486.50 अंक यानी 0.66 प्रतिशत की उछाल के साथ 74,339.44 अंक के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं निफ्टी ने 167.95 अंक यानी 0.75 प्रतिशत उछल कर 22,570.35 अंक के स्तर पर गुरुवार के कारोबार का अंत किया था.



साभार- हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 11:29 AM, Fri Apr 26, 2024

ईरान-इजराइल तनाव के कारण शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स और निफ्टी डूबे

नई दिल्ली: ईरान और इजराइल के बीच बने तनाव का असार आज घरेलू शेयर बाजार पर भी नजर आ रहा है. कारोबार की शुरुआत बड़ी गिरावट के साथ हुई. बाजार खुलने के बाद खरीदारों ने लिवाली का जोर बना कर सेंसेक्स और निफ्टी को सहारा देने की कोशिश भी की. इसके बावजूद ये दोनों सूचकांक लगातार लाल निशान में ही बने हुए हैं. पहले एक घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.76 प्रतिशत और निफ्टी 0.75 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे.



शुरुआती एक घंटे का कारोबार होने के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से ओएनजीसी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, टीसीएस, नेस्ले और टाइटन कंपनी के शेयर 3.86 प्रतिशत से लेकर 0.19 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे. दूसरी ओर टाटा मोटर्स, श्रीराम फाइनेंस, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, बीपीसीएल और अडाणी एंटरप्राइज के शेयर 2.39 प्रतिशत से लेकर 1.82 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे.



अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,159 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी. इनमें से 178 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 1,981 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 6 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे. दूसरी ओर 24 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. जबकि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 8 शेयर हरे निशान में और 42 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे.



बीएसई का सेंसेक्स आज 929.74 अंक की बड़ी गिरावट के साथ 73,315.16 अंक के स्तर पर खुला. कारोबार की शुरुआत होते ही खरीदारों ने बाजार में लिवाली का जोर बनाया, जिसकी वजह से ये सूचकांक उछल कर 73,679.13 अंक तक पहुंच गया. लेकिन इसके बाद बिकवाली का दबाव बनने की वजह से इसमें दोबारा गिरावट आ गई. बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 564.55 अंक टूट कर 73,680.35 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 180.35 अंक की कमजोरी के साथ 22,339.05 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की. शुरुआती कारोबार में हुई खरीदारी के सपोर्ट से ये सूचकांक उछल कर 22,377.50 अंक तक पहुंचा. लेकिन इसके बाद बिकवाली का दबाव बनने की वजह से इस सूचकांक में 255.85 अंक की गिरावट आ गई. हालांकि इसके बाद एक बार फिर लिवालों ने खरीदारी का जोर बनाया, जिसके कारण इस सूचकांक की स्थिति में सुधार होता नजर आने लगा. बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे निफ्टी 168.25 अंक की गिरावट के साथ 22,351.15 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 793.25 अंक यानी 1.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 74,244.90 अंक के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं निफ्टी ने 234.40 अंक यानी 1.03 प्रतिशत फिसल कर 22,519.40 अंक के स्तर पर शुक्रवार के कारोबार का अंत किया था.




साभार- हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 11:42 AM, Mon Apr 15, 2024

शेयर बाजार ने हासिल किया नया शिखर, 75 हजार के ऊपर खुला सेंसेक्स

नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार ने विक्रम संवत 2,081 का जोरदार स्वागत किया है. आज के कारोबार की शुरुआत ऑल टाइम हाई के नए रिकॉर्ड के साथ हुई. सेंसेक्स पहली बार 75 हजार अंक के ऊपर पहुंच कर खुला. इसी तरह निफ्टी ने भी पहली बार 22,750 अंक के ऊपर कारोबार की शुरुआत की. हालांकि बाजार खुलने के बाद मुनाफावसूली के दबाव की वजह से इन दोनों सूचकांक में एक बार बड़ी गिरावट भी आई. इसके बावजूद दोनों सूचकांक लगातार हरे निशान में ही बने रहे. पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.39 प्रतिशत और निफ्टी 0.36 प्रतिशत की तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे.



शुरुआती पहले घंटे का कारोबार होने के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से इंफोसिस, टाटा स्टील, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, एलटी माइंडट्री और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर 1.96 प्रतिशत से लेकर 1.11 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे. दूसरी ओर बीपीसीएल, आयशर मोटर्स, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, एनटीपीसी और कोल इंडिया के शेयर 0.80 प्रतिशत से लेकर 0.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे.



अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,032 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी. इनमें से 1,337 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 695 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 25 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे. दूसरी ओर, 5 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. जबकि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 37 शेयर हरे निशान में और 13 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे.



बीएसई का सेंसेक्स आज ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बनाते हुए 381.78 अंक उछल कर 75,124.28 अंक के स्तर पर खुला. कारोबार की शुरुआत होते ही मुनाफावसूली के चक्कर में ये सूचकांक ओपनिंग लेवल से 300 अंक से ज्यादा फिसल कर 74,792.77 अंक के स्तर पर पहुंच गया. लेकिन इसके बाद खरीदारों ने मोर्चा संभाल लिया, जिसकी वजह से इस सूचकांक की चाल में तेजी आ गई. बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 294.68 अंक की तेजी के साथ 75,037.18 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने भी आज मजबूती का नया रिकॉर्ड बनाते हुए 98.80 अंक की तेजी के साथ 22,765.10 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की. बाजार खुलते ही ये सूचकांक उछल कर 22,765.30 अंक के अभी तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा. लेकिन इसके बाद बिकवाली के दबाव की वजह से ये सूचकांक ओपनिंग लेवल से करीब 90 अंक लुढ़क कर 22,675.25 अंक तक गिर गया. हालांकि इस गिरावट के बाद बाजार में चौतरफा खरीदारी शुरू हो गई, जिसकी वजह से इस सूचकांक ने वापस तेज रफ्तार पकड़ ली. बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे निफ्टी 81.35 अंक की बढ़त के साथ 22,747.65 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



मजबूत ग्लोबल संकेतों के बीच आज प्री ओपनिंग सेशन में घरेलू शेयर बाजार ने बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की थी. इस सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 301.68 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की तेजी के साथ 75,044.18 अंक के स्तर पर था. वहीं निफ्टी प्री ओपनिंग सेशन में 87.80 अंक यानी 0.39 प्रतिशत उछल कर 22,754.10 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ था.



इसके पहले पिछले कारोबारी दिन सोमवार को सेंसेक्स 494.28 अंक यानी 0.67 प्रतिशत की मजबूती के साथ 74,742.50 अंक के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं निफ्टी ने 152.60 अंक यानी 0.68 प्रतिशत की तेजी के साथ 22,666.30 अंक के स्तर पर सोमवार के कारोबार का अंत किया था.



साभार- हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 12:08 PM, Tue Apr 09, 2024

शेयर बाजार में तेजी का रुख, सेंसेक्स और निफ्टी का नया रिकॉर्ड

नई दिल्ली: सप्ताह के पहले कारोबारी दिन अभी तक घरेलू शेयर बाजार में तेजी का रुख है. कारोबार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई. बाजार खुलने के बाद तेजड़ियों ने अपना जोर बनाया, जिसके कारण कुछ ही देर में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांक ने ऑल टाइम हाई का नया रिकॉर्ड बना दिया. एक घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स 0.55 प्रतिशत और निफ्टी 0.51 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे.



शुरुआती एक घंटे का कारोबार होने के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन और बीपीसीएल के शेयर 2.52 प्रतिशत से लेकर 1.35 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे. दूसरी ओर अडाणी पोर्ट्स, अपोलो हॉस्पिटल, विप्रो, अडाणी एंटरप्राइज और टाइटन कंपनी के शेयर 1.79 प्रतिशत से लेकर 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे.



अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,113 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी. इनमें से 1,194 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 919 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 24 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे. दूसरी ओर 6 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. जबकि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 38 शेयर हरे निशान में और 12 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे.



बीएसई का सेंसेक्स आज ऑल टाइम हाई ओपनिंग का नया रिकॉर्ड बनाते हुए 307.22 अंक उछल कर 74,555.44 अंक के स्तर पर खुला. बाजार खुलते ही बिकवाली का मामूली दबाव भी बना, जिसके कारण ये सूचकांक गिर कर 74,410.07 अंक के स्तर पर पहुंच गया. लेकिन इसके बाद तेजड़ियों ने बाजार में अपना जोर बना दिया. लगातार हो रही खरीदारी के सपोर्ट से पहले आधे घंटे के कारोबार में ही ये सूचकांक 425 अंक से अधिक की उछाल के साथ अभी तक के सर्वोच्च स्तर 74,673.84 अंक के स्तर पर पहुंच गया. बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 408.14 अंक की तेजी के साथ 74,656.36 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 64.65 अंक की तेजी के साथ 22,578.35 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की. बाजार खुलते ही ये सूचकांक भी 28 अंक टूट कर 22,550.35 अंक तक पहुंच गया. लेकिन इसके बाद खरीदारों ने लिवाली का जोर बना दिया, जिसकी वजह से ये सूचकांक 100 अंक से अधिक की बढ़त के साथ ऑल टाइम हाई के नए रिकॉर्ड 22,630.90 अंक तक पहुंच गया. बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच शुरुआती एक घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे निफ्टी 115 अंक की मजबूती के साथ 22,628.70 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



मिले-जुले ग्लोबल संकेतों के बीच आज प्री ओपनिंग सेशन में घरेलू शेयर बाजार ने बढ़त के साथ कारोबार की शुरुआत की थी. इस सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 421.14 अंक यानी 0.57 प्रतिशत की मजबूती के साथ 74,669.36 अंक के स्तर पर था. वहीं निफ्टी प्री ओपनिंग सेशन में 70.50 अंक यानी 0.31 प्रतिशत उछल कर 22,584.20 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ था.



इसके पहले पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 20.59 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की तेजी के साथ 74,248.22 अंक के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं निफ्टी ने 0.95 अंक यानी 0.004 प्रतिशत फिसल कर 22,513.70 अंक के स्तर पर शुक्रवार के कारोबार का अंत किया था.



साभार- हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 12:02 PM, Mon Apr 08, 2024

कमजोरी शुरुआत के बाद शेयर बाजार में रिकवरी का रुख

नई दिल्ली: शुरुआती कमजोरी के बाद घरेलू शेयर बाजार रिकवरी करता हुआ नजर आ रहा है. आज के कारोबार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई, लेकिन पहले आधे घंटे के कारोबार के बाद ही खरीदारों ने बाजार में लिवाली का जोर बना दिया, जिसकी वजह से शेयर बाजार ने काफी हद तक रिकवरी कर ली. पहले एक घंटे का कारोबार होने के बाद सेंसेक्स और निफ्टी 0.02 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे.



शुरुआती एक घंटे का कारोबार होने के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से श्रीराम फाइनेंस, ओएनजीसी, टेक महिंद्रा, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर 2.46 प्रतिशत से लेकर 1.68 प्रतिशत की मजबूती के साथ कारोबार कर रहे थे. दूसरी ओर नेस्ले, एचडीएफसी लाइफ, इंडसइंड बैंक, बजाज ऑटो और ब्रिटानिया के शेयर 2.65 प्रतिशत से लेकर 1.03 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे.



अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 2,150 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी. इनमें से 1,534 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 616 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 13 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में बने हुए थे. दूसरी ओर 17 शेयर बिकवाली के दबाव में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे. जबकि निफ्टी में शामिल शेयरों में से 21 शेयर हरे निशान में और 29 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे थे.



बीएसई का सेंसेक्स आज 146.68 अंक टूट कर 73,757.23 अंक के स्तर पर खुला. पहले आधे घंटे के कारोबार में मामूली उतार-चढ़ाव का सामना करने के बाद बाजार में खरीदारी शुरू हो गई, जिसकी वजह से इस सूचकांक में रिकवरी होने लगी. बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच पहले 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 15.24 अंक की गिरावट के साथ 73,888.67 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 67.60 अंक की कमजोरी के साथ 22,385.70 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की. बाजार खुलने के बाद कुछ देर तक इस सूचकांक की गति में मामूली उतार-चढ़ाव होता रहा. लेकिन सुबह 10 बजे के थोड़ी देर पहले बाजार में शुरू हुई लिवाली का सपोर्ट इस सूचकांक को भी मिला, जिससे इस सूचकांक की चाल भी तेज होती नजर आई. बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे निफ्टी 3.95 अंक की गिरावट के साथ 22,449.35 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.



इसके पहले पिछले कारोबारी दिन मंगलवार को सेंसेक्स 110.64 अंक यानी 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73,903.91 अंक के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं निफ्टी ने 8.70 अंक यानी 0.04 प्रतिशत फिसल कर 22,453.30 अंक के स्तर पर मंगलवार के कारोबार का अंत किया था.



हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 11:27 AM, Wed Apr 03, 2024

ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत, एशियाई बाजारों में भी आई गिरावट

नई दिल्ली: ग्लोबल मार्केट से आज कमजोर संकेत मिल रहे हैं. अमेरिकी बाजार में निराशा का माहौल बने रहने की वजह से वॉल स्ट्रीट के तीनों सूचकांक पिछले सत्र के कारोबार के दौरान गिरावट के साथ बंद हुए. डाउ जॉन्स फ्यूचर्स भी फिलहाल कमजोरी दिखाते हुए लाल निशान में कारोबार कर रहा है. इसी तरह यूरोपीय बाजार भी पिछले सत्र में दबाव में कारोबार करने के बाद लाल निशान में बंद हुए. एशियाई बाजारों में भी आज लगातार बिकवाली का दबाव बना हुआ है.



अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती को लंबे समय के लिए टाल देने की आशंका की वजह से अमेरिकी बाजार में पिछले सत्र के दौरान निराशा का माहौल बना रहा. इस वजह से वॉल स्ट्रीट में मंदड़िये लगातार हावी रहे. डाउ जॉन्स 396 अंक टूट कर बंद हुआ. इसी तरह एसएंडपी 500 इंडेक्स ने 0.72 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,205.81 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया. इसके अलावा नैस्डेक 145.98 अंक यानी 0.89 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 16,244.28 अंक के स्तर पर बंद हुआ. डाउ जॉन्स फ्यूचर्स भी फिलहाल 0.13 प्रतिशत टूट कर 39,118.17 अंक के स्तर पर कारोबार करता नजर आ रहा है.



यूरोपीय बाजार में भी पिछले सत्र के दौरान लगातार बिकवाली का दबाव बना रहा. एफटीएसई इंडेक्स 0.22 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 7,935.09 अंक के स्तर पर बंद हुआ. इसी तरह सीएसी इंडेक्स ने 0.93 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,130.05 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया. इसके अलावा डीएएक्स इंडेक्स 209.36 अंक यानी 1.15 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 18,283.13 अंक के स्तर पर बंद हुआ.



एशियाई बाजारों में भी आज लगातार कमजोरी का माहौल बना हुआ है. एशिया के 9 बाजारों में से 8 के सूचकांक गिरावट के साथ लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं, जबकि एक सूचकांक मामूली बढ़त के साथ हरे निशान में नजर आ रहा है. एशियाई बाजारों में से सिर्फ सेट कंपोजिट इंडेक्स फिलहाल 0.02 प्रतिशत की सांकेतिक तेजी के साथ 1,379.78 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है.



दूसरी ओर, गिफ्ट निफ्टी 132 अंक यानी 0.58 प्रतिशत टूट कर 22,476 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है. इसी तरह स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,225.31 अंक के स्तर तक लुढ़क गया है. कोस्पी इंडेक्स में आज बड़ी गिरावट आई है. फिलहाल ये सूचकांक 1.26 प्रतिशत फिसल कर 2,718.37 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है. इसी तरह निक्केई इंडेक्स 254.70 अंक यानी 0.64 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 39,584.21 अंक के स्तर तक फिसल गया है. इसके अलावा हैंग सेंग इंडेक्स 125.23 अंक यानी 0.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,806.29 अंक के स्तर पर, ताइवान वेटेड इंडेक्स 0.37 प्रतिशत टूट कर 20,390.10 अंक के स्तर पर, जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 0.77 प्रतिशत गिर कर 7,181.41 अंक के स्तर पर और शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.24 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 3,067.46 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहे हैं.



हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 11:18 AM, Wed Apr 03, 2024

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एलन मस्क ने X के लिए लॉन्च किए दो नए सब्सक्रिप्शन प्लान्स, जानिए क्या मिलेंगी सुविधाएं 

एलन मस्क ने ट्विटर यानी एक्स के लिए दो नए सब्सक्रिप्शन प्लान को लॉन्च कर दिया है. नए सब्सक्रिप्शन प्लान के साथ ही यूजर्स को अब एक्स के प्लेटफॉर्म में कई नई सुविधाएं मिलने वाली है. एक्स के लिए दो नए सब्सक्रिप्शन प्लान में एक प्लान Ads के साथ आता है जबकि एक प्लान ऐसा है जिसमें यूजर्स को Ads फ्री सुविधा मिलेगी. Ads फ्री के लिए एक्स यूजर्स को अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे.

आपको बता दें कि एक्स के सब्स्क्रिप्शन प्लान को लेकर काफी समय से सोशल मीडिया में चर्चा हो रही थी. कंपनी के मालिक एलन मस्क और सीईओ लिंडा याकारिनो लगातार एक्स पर इसकी अपडेट यूजर्स को दे रहे थे. हाल में मस्क ने एक्स पर पोस्ट करके जानकारी दी थी कि बहुत जल्द नए सब्सक्रिप्शन प्लान आने वाले हैं.

एक्स के लिए जो दो नए सब्सक्रिप्शन प्लान्स पेश किए हैं उनमें से एक प्लान प्रिमियम प्लस टियर है जबकि दूसरा प्लान बेसिक प्लान होगा. आपको बता दें कि फिलहाल कंपनी ने अभी दोनों ही प्लान्स सिर्फ वेब यूजर्स के लिए जारी किए गए हैं. यानी अभी इनका फायदा मोबाइल यूजर्स को नहीं मिलेगा. अगर आप प्लान खरीदते हैं तो आप इसका इस्तेमाल सिर्फ अपने लैपटॉप या फिर डेस्कटॉप पर ही कर पाएंगे.

अगर एक्स के नए सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमतों की बात करें तो प्रीमियम प्लान लेने के लिए यूजर्स को करीब 13,600 रुपये सालाना देने पड़ेंगे. इसमें यूजर्स को सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगी जिसमें Ads फ्री सुविधा, लंबे पोस्ट की सुविधा और रिप्लाई बूस्ट की भी सुविधा मिलेगी. दूसरा जो बेसिक प्लान है उसमें बेहद लिमिटेड सुविधाएं यूजर्स को मिलती हैं. इस प्लान में ऐड्स आने के साथ ही ब्लू चेकमार्क और क्रिएटर्स टूल्स नहीं दिए जाएंगे. बेसिक प्लान के लिए 243.75 रुपये हर महीने देने पड़ेंगे.

News Desk | 12:32 PM, Sat Oct 28, 2023

WhatsApp में आया 'चैनल' फीचर, जानिए ये क्या है और कैसे करेगा काम?

वॉट्सऐप ने भारत समेत 150 से ज्यादा देशों में चैनल फीचर लाइव कर दिया है. ये फीचर हूबहू इंस्टाग्राम पर मौजूद ब्रॉडकास्ट चैनल की तरह काम करेगा. ये अपडेट कंपनी फेज मैनर में रिलीज कर रही है जो आपको आने वाले समय में मिलेगा. नए फीचर को कंपनी 'updates' टैब के अंदर देगी जहां से आपको स्टेटस अपडेट और चैनल दिखेंगे. चैनल फीचर खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो पॉपुलर हैं या सोशल मीडिया पर कंटेंट बनाते हैं. इससे आप अपने फॉलोअर्स के साथ जुड़ सकते हैं.

वॉट्सऐप का चैनल फीचर पहले से मौजूद ग्रुप्स और कम्यूनिटी फीचर से एकदम अलग है. ये फीचर कंपनी ने ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाने के लिए बनाया है. वॉट्सऐप के अन्य फीचर्स की तरह चैनल फीचर एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं है. चैनल क्रिएट करने पर एडमिन को कंपनी कई तरह के राइट्स देती है जिसे एडमिन अपने चैनल में लगा सकते हैं. जैसे कौन-कौन इसमें जुड़ सकता है, कंटेंट फॉरवार्डिंग आदि.

चैनल फीचर हूबहू इंस्टाग्राम के चैनल फीचर की तरह काम करता है जिसमें एडमिन फोटो, वीडियो, इमोजी, वॉइस-नोट आदि कुछ भी अपने फॉलोअर्स के लिए पोस्ट कर सकते हैं. चैनल में जुड़ने के लिए आपको इसे पहले सर्च करना होगा. चैनल में एडमिन और फॉलोअर्स की डिटेल्स एक दूसरे को नहीं दिखती और लोग आसानी से अपने पसंदीदा क्रिएटर या व्यक्ति के साथ इसके जरिए जुड सकते हैं.

फिलहाल चैनल फीचर नया है. इसमें कंपनी आने वाले समय में कई अपडेट्स लाने वाली है. एडमिन जल्द 30 दिन के भीतर अपने चैनल में पोस्ट को एडिट कर पाएंगे. इसके बाद ये वॉट्सऐप सर्वर से डिलीट हो जाएगी. इसके अलावा यदि एडमिन किसी पोस्ट को चैनल से ग्रुप या चैट्स में शेयर करते हैं तो सामने वाले व्यक्ति को चैनल में जुड़ने का ऑप्शन (लिंक बैक) मिलेगा. इससे यूजर उस विषय में ज्यादा जानकारी हासिल कर सकता है.

News Desk | 12:32 PM, Thu Sep 14, 2023

आपके फोन में ऐसे आया क्रोम ब्राउजर, गूगल के इस कारनामे से हो जाएंगे हैरान

गूगल का एक बड़ा कारनामा हाल ही में उजागर हुआ है. कभी आपने नया स्मार्टफोन खरीदा हो और उसमें आपको पहले से ही गूगल क्रोम इंस्टॉल मिला हो. ऐसा आपको और आपके परिवार के सदस्यों के साथ कई बार हुआ होगा. अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसा कैसे होता है और क्या आपने इसके पीछे की वजह को जानने की कभी कोशिश की है? अगर नहीं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसके बारे में हम आपको सब कुछ बता रहे हैं.

हाल ही में वाशिंगटन में एक एंटीट्रस्ट ट्रायल शुरू हुआ है, जिसमें जिसमें अमेरिकी न्याय विभाग ने अल्फाबेट इंक के गूगल वेब ब्राउजर पर मोबाइल में घुसपैठ करने का आरोप लगाया है. साथ ही अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि इस डिफॉल्ट सेटिंग के लिए गूगल हर साल 10 बिलियन डॉलर से ज्यादा खर्च करता है.

अगर आप या आपका कोई रिश्तेदार या दोस्त इंटरनेट पर कोई भी चीज सर्च करते हैं, तो इसमें आप ज्यादातर बार गूगल क्रोम का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में दुनियाभर की ऑनलाइन सर्च में गूगल की 89 प्रतिशत हिस्सेदारी है. इसी बात को लेकर अमेरिका न्याय विभाग ने गूगल पर केस ठोक दिया है. जिसमें कई बड़े आरोप लगाए जा रहे हैं.

अमेरिकी न्याय विभाग के सरकारी वकील केनेथ डिंटजर ने आरोप लगाते हुए कहा कि गूगल ने अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल किया है. Google ने सार्थक प्रतिस्पर्धा और प्रतिद्वंद्वियों को रोकने के लिए डिफॉल्ट सेटिंग की मांग की और इसके लिए सालाना 10 बिलियन डॉलर से अधिक खर्च किए.

गूगल के वकील जॉन श्मिटलीन ने कहा कि अमेरिका न्याय विभाग का यह कहना गलत है कि, कंपनी ने अपना प्रभुत्व बनाए रखने के लिए कानून तोड़ा है. उन्होंने अमेरिकी संघीय सरकार के दावे का खंडन करते हुए कहा कि सर्च गूगल अपनी सर्च क्षमताओं के कारण बेहद लोकप्रिय है और अगर कोई यूजर इससे असंतुष्ट है तो कुछ आसान क्लिक के साथ दूसरे सर्च इंजन पर स्विच कर सकता है.

News Desk | 11:45 AM, Thu Sep 14, 2023

Honor 90 लॉन्च, मिलेगा 200MP का प्राइमरी कैमरा और 5000mAh की बैटरी 

चीनी कंपनी हॉनर भारत में कमबैक के लिए तैयार है. आज दोपहर 12 बजे कंपनी अपना नया स्मार्टफोन लोगों के बीच रखेगी. स्मार्टफोन को माधव शेठ की अगुवाई में लॉन्च किया जाएगा. इससे पहले वे रियल मी के साथ जुड़े हुए थे. स्मार्टफोन की एंट्री को ग्रैंड बनाने के लिए हॉनर पहले से ही मोबाइल फोन की वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर रही थी. माधव शेठ ने Honor 90 का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था जिसमें वे फोन की स्क्रीन से अखरोट तोड़ रहे थे. कंपनी ने वादा किया है कि ये फोन दुनिया का सबसे सुरक्षित फोन होगा.

चीन में कंपनी ने Honor 90 और 90 Pro को पहले ही लॉन्च कर दिया था. हालांकि भारत में प्रो वेरिएंट लॉन्च नहीं होगा. स्मार्टफोन में आपको 6.7 इंच की कवर्ड एमोलेड डिस्प्ले 120hz के रिफ्रेश रेट के साथ, 5000 एमएएच की बैटरी 66 वॉट के फास्ट चार्जिंग के साथ और Snapdragon 7 Gen 1 चिपसेट का सपोर्ट मिलेगा. फोटोग्राफी के लिए फोन में ट्रिपल कैमरा सेटअप होगा जिसमें 200MP का प्राइमरी कैमरा, 12MP का अल्ट्रावाइड कैमरा और 2MP का तीसरा कैमरा होगा. फ्रंट में सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 50MP का कैमरा मिलेगा. यानि इस फोन से शानदार सेल्फी आने वाली हैं.

स्मार्टफोन एंड्रॉइड 13 पर काम करेगा और फोन की सिक्योरिटी के लिए इसमें आपको इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर मिलेगा. लीक्स की माने तो स्मार्टफोन को कंपनी 2 स्टोरेज वेरिएंट में लॉन्च कर सकती है जिसमें एक 8/256GB और दूसरा 12/512GB है. बेस वेरिएंट की कीमत 35,000 रुपये से शुरू होने की उम्मीद है.

एप्पल ने iPhone 15 सीरीज लॉन्च कर दी है. स्मार्टफोन को आप 15 सितंबर से प्री-बुक कर पाएंगे. भारत में iPhone 15 की कीमत 79,900 रुपये, iPhone 15 Plus की कीमत 89,990 रुपये, iPhone 15 Pro की कीमत 1,34,900 रुपये और iPhone 15 Pro Max की कीमत 1,59,900 रुपये है. नई सीरीज की सेल भारत में 22 सितंबर से शुरू होगी.

News Desk | 11:43 AM, Thu Sep 14, 2023

जावा येज्दी ने मार्केट में उतारा जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल, जानिए कीमत और फिचर्स

जावा येजदी मोटरसाइकिल कंपनी ने मार्केट में अपनी न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर (New Jawa 42 Bobber Black Mirror) लॉन्च कर दिया है. इस मॉडल लॉन्च के साथ कंपनी की बॉबर सेगमेंट की रेंज और बड़ी हो गई. माना जा रहा है कि कंपनी इस मॉडल के बदौलत आने वाले फेस्टिवल सीजन में उपभोक्ताओं को अपनी तरफ आकर्षित करेगी.

न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल के अगर इंजन पर फोकस करें तो यह करीब 334 सीसी की है. यह इंजन लिक्विड कूल्ड सिंगल सिलेंडर मोटर के साथ मौजूद है. इस इंजन को चालू करने पर लगभग उपभोक्ता को 29.9 पीएस और 32.7 एनएम का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट हो सकता है. इस 334 सीसी इंजन को करीब 6 स्पीड ट्रांसमिशन के साथ जोड़ा गया है.

न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल को उपभोक्ता के सामने चार कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया है. जिसमें प्रमुख तौर पर मूनस्टोन व्हाइट, जैस्पर रेड डुअल टोन, मिस्टिक कॉपर और ब्लैक मिरर के साथ उपलब्ध है.

न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल के हमने फीचर्स पर नजर डालें तो कंपनी की तरफ से इसमें क्रोम टैंक दिया गया है इसके अलावा हाई क्वालिटी डायमंड कट एलॉय व्हील दिया गया है. ध्यान रहे यह मॉडल एडजेस्टेबल सिंगल पीस सीट के साथ उपलब्ध कराया गया है. इसके अलावा अपडेट किया हुआ फ्यूल मैप, नए डिजाइन का इंजन कवर, रियर मोनोशॉक शामिल है.

अब बात करते हैं सबसे जरूरी कीमत की तो आपको बता दें कि न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल को कंपनी की तरफ से एक्सशोरूम कीमत 2,25,187 रुपये पर रखा गया है. माना जा रहा है कि न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल के लॉन्च हो जाने के बाद से मार्केट में हाल में ही लॉन्च हुई नई बुलेट को कड़ी टक्कर मिलते हुए दिखाई देगी.

News Desk | 11:37 AM, Thu Sep 14, 2023

Jeep इस हफ्ते लॉन्च कर सकती है Compass का नया वैरिएंट, इन फीचर्स से लैस होगी नई SUV!

फोर व्हीलर मार्केट की नामी कम्पनी जीप आने वाले 16 सितंबर को मार्केट में अपनी जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल को लॉन्च कर सकती है. आपको बता दे कि इससे पहले मार्केट में कंपास एसयूवी के पेट्रोल इंजन वेरिएंट्स को बीएस6 स्टेज टू नॉर्म्स की वजह से बंद कर दिया गया है. इसलिए मार्केट में काफी लंबे समय से नए वेरिएंट का इंतजार किया जा रहा था.

जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल के पांच वेरिएंट मार्केट में लॉन्च किया जा सकते हैं. यह सभी वेरिएंट डीजल में ही उपलब्ध होने की संभावना है.

जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल इंजन की बात करें तो कंपनी की तरफ से इसमें 2.0 लीटर का मल्टी जेट टर्बो चार्ज डीजल इंजन दिया जा सकता है. अगर इसके पावर की बात करें तो यह करीब 172 एचपी की पावर और 350 एनएम का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट करके दे सकता है.

जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल के फीचर्स पर नजर डालें तो कंपनी की तरफ से इसमें 10.1 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया जा सकता है. इसके अलावा पैनोरमिक सनरूफ, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, वायरलेस चार्जिंग, वायरलेस ऐप्पल कारप्ले एंड एंड्रॉइड ऑटो, डुअल जोन क्लाइमेट कंट्रोल, फ्रंट सीट पर बैठा हुआ यात्री आसानी से इलेक्ट्रिक एडजस्टमेंट कर सकता है. इसके अलावा 360 डिग्री पार्किंग कैमरा और पावर्ड टेलगेट जैसे तमाम फीचर्स को शामिल किया जा सकता है.

जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल के कीमत की बात करें तो आधिकारिक तौर पर कंपनी की तरफ से इस मॉडल की कीमत की घोषणा नहीं की गई है हालांकि माना जा रहा है कि 16 सितंबर तक कंपनी के तरफ से इसकी कीमत बता दी जाएगी. हालांकि मार्केट में अनुमान है कि इस डीजल वेरिएंट की कीमत 26.5 लाख रुपए तक हो सकती है.

News Desk | 11:34 AM, Thu Sep 14, 2023

7 इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों पर हो सकती है कार्रवाई, FAME II नियमों के उल्लंघन मामले पर सरकार सख्त

केंद्र सरकार ने सभी इलेक्ट्रिक वेहिकल मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों के लिए FAME II स्कीम मानक लागू कर रखे हैं. इसके तहत सरकार मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों को प्रोत्साहन राशि देती है. दोपहिया इलेक्ट्रक वाहन बनाने वाली करीब 7 बड़ी कंपनियों ने मानक का पालन नहीं करने और इंसेटिव क्लेम करने के मामले पर सरकार सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है. रिपोर्ट के अनुसार सरकार इन कंपनियों से इंसेटिव अमाउंट वापस लेगी.

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FAME II) मानदंडों का अनुपालन नहीं करने के लिए इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों के खिलाफ कानूनी विकल्प तलाश रही है. केंद्र ने FAME II स्कीम मानदंडों का अनुपालन नहीं करने पर प्रोत्साहन का दावा करने के लिए 7 इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माताओं से 469 करोड़ रुपये की मांग की है.

रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने दोपहिया इलेक्ट्रिक वेहिकल मैन्यूफैक्चरर हीरो इलेक्ट्रिक, ओकिनावा ऑटोटेक, एम्पीयर ईवी, रिवोल्ट मोटर्स, बेनलिंग इंडिया, एमो मोबिलिटी और लोहिया ऑटो से प्रोत्साहन राशि वापस मांग रही है. अधिकारी के अनुसार कंपनियों को नोटिस भेजा गया है और अब तक केवल रिवोल्ट मोटर्स ने ही रकम वापस करने की पेशकश की है. उन्होंने बताया कि प्रोत्साहन राशि वापस करने के लिए दी गई समय सीमा लगभग समाप्त हो चुकी है और अगले सप्ताह सरकार इस मामले पर कुछ निर्णय लेगी. उन्होंने बताया कि हम कानूनी कार्रवाई के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं.

भारी उद्योग मंत्रालय को कंपनियों के उल्लंघन करने और गलत तरीके से सब्सिडी पाने के आरोपो वाली एक गुमनाम ई-मेल मिली थी, जिसके बाद की गई जांच में पता चला है कि इन कंपनियों ने नियमों का उल्लंघन कर योजना के तहत राजकोषीय प्रोत्साहन का लाभ उठाया है. योजना के नियमों के अनुसार भारत में निर्मित कंपोनेंट्स का उपयोग करके इलेक्ट्रिक वाहन बनाने के लिए प्रोत्साहन की अनुमति दी गई थी, लेकिन जांच में यह पाया गया कि इन 7 कंपनियों ने कथित तौर पर इंपोर्टेड कंपोनेंट का उपयोग किया था.

इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने साल 2019 में FAME-II स्कीम के तहत 10,000 करोड़ रुपये के कार्यक्रम की घोषणा की गई थी. हालांकि, इस स्कीम को साल 2015 में लॉन्च किया गया था. स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को सरकार सब्सिडी या इंसेटिव देती है. वहीं, सरकार की ओर से इंसेटिव रिकवरी को लेकर जारी नोटिस के बाद कंपनियों ने सरकार से आग्रह किया है कि वह इंसेंटिव लौटाने के नोटिस पर विचार करे.

News Desk | 11:30 AM, Thu Sep 14, 2023

E-Courts Mission के तीसरे चरण को सरकार की मंजूरी, पेपरलेस कोर्ट के लिए 7210 करोड़ रुपये होंगे खर्च 

केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को ई-कोर्ट मिशन मोड चरण-3 को मंजूरी दे दी है. इसमें आने वाली लागत के लिए 7210 करोड़ रुपये बजट को भी स्वीकृति दी गई है. देशभर में कोर्ट को ऑनलाइन करने और पेपरलेस बनाने की दिशा में सरकार तेजी से काम कर रही है. पहले चरण में कई कोर्ट को ई-कोर्ट मिशन के तहत ऑनलाइन किया गया है. इसके अलावा केंद्रीय कैबिनेट ने उज्ज्वला योजना के तहत 75 लाख LPG के मुफ्त कनेक्शन देने को भी मंजूरी दे दी है.

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कैबिनेट फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि ई-कोर्ट मिशन मोड प्रोजेक्ट के फेज-3 को आज मंजूरी मिली है. इसे लगभग 7,210 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कैबिनेटने जी20 शिखर सम्मेलन के सफल क्रियान्वयन के लिए पीएम मोदी को बधाई देते हुए एक प्रस्ताव पारित किया है.

ई-कोर्ट मिशन से सरकार न्यायिक व्यवस्था को नागरिकों के लिए आसान, किफायती और पारदर्शी बनाने की दिशा में प्रयास कर रही है. इससे पहले के 2 चरण में 18 हजार से अधिक अदालतों के कामकाज को ऑनलाइन किया जा चुका है. अदालतों को कंप्यूटर और नेटवर्क कनेक्टिविटी देकर ऑनलाइन किया जा चुका है. इससे केस की जानकारी या चालान आदि का निपटारा होने में तेजी आने की बात कही जा रही है.

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज कैबिनेट की बैठक में फैसला लिया गया कि 75 लाख LPG के मुफ्त कनेक्शन और दिए जाएंगे. अगले 3 वर्षों में ये LPG कनेक्शन उज्ज्वला योजना के अंतर्गत महिलाओं को मिलेंगे. सरकार ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन का समर्थन करने के लिए अनुदान जारी करने की मंजूरी दे दी है. उन्होंने बताया कि उज्ज्वला योजना के तहत आज तक 9.60 करोड़ एलपीजी सिलेंडर वितरित किये जा चुके हैं.


News Desk | 11:23 AM, Thu Sep 14, 2023

गूगल सर्च में मोनोपॉली के लिए $10 अरब किए खर्च, अमेरिका में दर्ज हुआ मामला

दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के खिलाफ अमेरिका में कार्रवाई हो रही है. अमेरिका के न्याय विभाग ने आरोप लगाया है कि गूगल सर्च में मोनोपोली के जरिए वह अनुचित लाभ कमा रही है. अगले 10 हफ्ते तक अमेरिका के वकील और अटार्नी जनरल यह साबित करने का प्रयास करेंगे कि गूगल ने कई जगहों पर अपने सर्च इंजन को डिफॉल्ट विकल्प के रूप में लॉक करके बाजार में मोनोपोली करने की कोशिश की है. Google Search पर यह आरोप है कि वह इसके जरिए अनुचित लाभ कमा रही है.

अमेरिकी सरकार के जस्टिस डिपार्टमेंट ने गूगल पर मुकदमा दायर किया है. Us Govt ने गूगल के स्वामित्व वाले अल्फाबेट पर इंटरनेट सर्च इंजन कारोबार में उसकी मोनोपोली कायम करने और गैरकानूनी इस्तेमाल कर लाभ कमाने का आरोप लगाया है. गूगल जैसी बड़ी कंपनी पर किया गया यह मुकदमा गूगल के खिलाफ उठाया गया पहला महत्वपूर्ण कदम है.

अमेरिकी सरकार ने गूगल पर एप्पल और अन्य स्मार्टफोन निर्माता के साथ किए गए सौदे के माध्यम से सर्च और सर्च इंजन एडवर्टाइजमेंट के बाजार में अपनी प्रभावी स्थिति को अवैध रूप से बचाने का आरोप लगाया है. गूगल पर आरोप है कि उसने एप्पल और अन्य स्मार्टफोन कंपनियों को सालाना $10 अरब देकर यह सुनिश्चित किया है कि फोन पर गूगल सर्च इंजन डिफॉल्ट स्टेटस में रहे. इससे गूगल सर्च के कारोबार में ग्रोथ का शानदार मौका मिलता है.

एप्पल और अन्य स्मार्टफोन कंपनियां अपने फोन में गूगल को डिफॉल्ट सर्च इंजन के रूप में रखती हैं. अमेरिका के न्याय विभाग के अनुसार इन्हीं वजह से सर्च इंजन मार्केट में गूगल प्रमुख नाम बना हुआ है. गूगल पर सर्च किए जाने वाले डिजिटल विज्ञापन और उनके रिजल्ट भी जांच के दायरे में हैं. इसके तहत सर्च हुए डिस्प्ले और वीडियो, विज्ञापन आदि शामिल हैं.

मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि डिजिटल एड स्पेस में गूगल का व्यवहार मोनोपोली वाला और अपने छोटे प्रतियोगियों को दबाकर रखने जैसा है. गूगल पर आरोप है कि वह सर्च इंजन कारोबार में किसी तरह की खोज को प्रभावित करता है, जिसकी वजह से यूजर को निराशा होती है.

गूगल ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है और उसका कहना है कि उसने लगातार यह सुनिश्चित किया है कि उसकी सेवा यूजर के लिए उपयोगी हो और सभी के लिए मुफ्त हो. इस बात पर जोर दिया है कि उसके द्वारा किए गए सभी सौदे कानूनी रूप से वैध है और कंपनियों की मदद करते हैं.

News Desk | 15:06 PM, Wed Sep 13, 2023

Apple ने लॉन्च की स्मार्टवॉच सीरीज 9, जानिए क्या हैं फीचर्स

Apple ने आज आज अवेटेड iPhone 15 सीरीज लॉन्च कर दी है. यह लॉन्च इवेंट स्टीव जॉब्स थिएटर में आयोजित किया गया था, जहां ऐपल के कई प्रोडक्ट्स लॉन्च किए गए. इसमें iPhone 15 सीरीज के साथ Apple की स्मार्टवॉच Apple सीरीज 9 और Apple Watch Ultra 2 शामिल हैं. इसके अलावा USB-C चार्जिंग केस और AirPods भी लॉन्च किए गए. एप्पल ने Apple की स्मार्टवॉच Apple सीरीज 9 को लॉन्च कर दिया है. Apple सीरीज 9 में कमाल के फीचर्स दिए गए हैं.

आप इस स्मार्टवॉच के जरिए कई चीजों पर कंट्रोल कर सकते हैं, यानी आपको बस दो उंगलियों से डबल टैप करना होगा और स्मार्टवॉच आपके कंट्रोल में हो जाएगा. टीवी ऑन, कैमरा को कंट्रोल और उसका फोटो देखना या फ़ोन उठाना बस एक डबल टैप में हो जाएगा. इस स्मार्टवॉच में एस9 चीप्स का इस्तेमाल किया गया है. वही इस बेल्ट की बात करें तो इसे रीसायकल बनाया गया है.

वही जानकारी सामने आई है कि अब एप्पल Apple अब घड़ियों सहित अपने उत्पादों में चमड़े का उपयोग नहीं करेगा. वही वॉच बैंड तैयार करने के लिए Apple ने Nike से हाथ मिलाया है. वही बात करें ऐप्पल वॉच अल्ट्रा 2 की तो नई हाई-एंड रग्ड वॉच में 36 घंटे की बैटरी लाइफ, 3,000 निट्स ब्राइटनेस वाला डिस्प्ले, नए साइक्लिंग फीचर्स और फ्लैशलाइट बूस्ट शामिल है. ऐप्पल इस बात पर भी प्रकाश डाल रहा है कि अल्ट्रा 2 कार्बन न्यूट्रल कैसे है. इस घड़ी की कीमत $799 से शुरू होती है यानी 66,197 देने होंगे.

अब बात करतें हैं कि नए iPhone 15 में डायनामिक आइलैंड शामिल है जो पिछले साल iPhone 14 Pro पर शुरू हुआ था, और यह 6.1-इंच बेस मॉडल और 6.7-इंच प्लस मॉडल दोनों में आएगा. iPhone 15 गुलाबी, पीला, हरा, नीला और काले रंग में आएगा. दोनों iPhone 15 मॉडल में 48-मेगापिक्सल का मुख्य कैमरा शामिल होगा.

News Desk | 13:24 PM, Wed Sep 13, 2023

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जावा येज्दी ने मार्केट में उतारा जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल, जानिए कीमत और फिचर्स

जावा येजदी मोटरसाइकिल कंपनी ने मार्केट में अपनी न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर (New Jawa 42 Bobber Black Mirror) लॉन्च कर दिया है. इस मॉडल लॉन्च के साथ कंपनी की बॉबर सेगमेंट की रेंज और बड़ी हो गई. माना जा रहा है कि कंपनी इस मॉडल के बदौलत आने वाले फेस्टिवल सीजन में उपभोक्ताओं को अपनी तरफ आकर्षित करेगी.

न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल के अगर इंजन पर फोकस करें तो यह करीब 334 सीसी की है. यह इंजन लिक्विड कूल्ड सिंगल सिलेंडर मोटर के साथ मौजूद है. इस इंजन को चालू करने पर लगभग उपभोक्ता को 29.9 पीएस और 32.7 एनएम का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट हो सकता है. इस 334 सीसी इंजन को करीब 6 स्पीड ट्रांसमिशन के साथ जोड़ा गया है.

न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल को उपभोक्ता के सामने चार कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया है. जिसमें प्रमुख तौर पर मूनस्टोन व्हाइट, जैस्पर रेड डुअल टोन, मिस्टिक कॉपर और ब्लैक मिरर के साथ उपलब्ध है.

न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल के हमने फीचर्स पर नजर डालें तो कंपनी की तरफ से इसमें क्रोम टैंक दिया गया है इसके अलावा हाई क्वालिटी डायमंड कट एलॉय व्हील दिया गया है. ध्यान रहे यह मॉडल एडजेस्टेबल सिंगल पीस सीट के साथ उपलब्ध कराया गया है. इसके अलावा अपडेट किया हुआ फ्यूल मैप, नए डिजाइन का इंजन कवर, रियर मोनोशॉक शामिल है.

अब बात करते हैं सबसे जरूरी कीमत की तो आपको बता दें कि न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल को कंपनी की तरफ से एक्सशोरूम कीमत 2,25,187 रुपये पर रखा गया है. माना जा रहा है कि न्यू जावा 42 बॉबर ब्लैक मिरर बाइक मॉडल के लॉन्च हो जाने के बाद से मार्केट में हाल में ही लॉन्च हुई नई बुलेट को कड़ी टक्कर मिलते हुए दिखाई देगी.

News Desk | 11:37 AM, Thu Sep 14, 2023

Jeep इस हफ्ते लॉन्च कर सकती है Compass का नया वैरिएंट, इन फीचर्स से लैस होगी नई SUV!

फोर व्हीलर मार्केट की नामी कम्पनी जीप आने वाले 16 सितंबर को मार्केट में अपनी जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल को लॉन्च कर सकती है. आपको बता दे कि इससे पहले मार्केट में कंपास एसयूवी के पेट्रोल इंजन वेरिएंट्स को बीएस6 स्टेज टू नॉर्म्स की वजह से बंद कर दिया गया है. इसलिए मार्केट में काफी लंबे समय से नए वेरिएंट का इंतजार किया जा रहा था.

जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल के पांच वेरिएंट मार्केट में लॉन्च किया जा सकते हैं. यह सभी वेरिएंट डीजल में ही उपलब्ध होने की संभावना है.

जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल इंजन की बात करें तो कंपनी की तरफ से इसमें 2.0 लीटर का मल्टी जेट टर्बो चार्ज डीजल इंजन दिया जा सकता है. अगर इसके पावर की बात करें तो यह करीब 172 एचपी की पावर और 350 एनएम का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट करके दे सकता है.

जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल के फीचर्स पर नजर डालें तो कंपनी की तरफ से इसमें 10.1 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया जा सकता है. इसके अलावा पैनोरमिक सनरूफ, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, वायरलेस चार्जिंग, वायरलेस ऐप्पल कारप्ले एंड एंड्रॉइड ऑटो, डुअल जोन क्लाइमेट कंट्रोल, फ्रंट सीट पर बैठा हुआ यात्री आसानी से इलेक्ट्रिक एडजस्टमेंट कर सकता है. इसके अलावा 360 डिग्री पार्किंग कैमरा और पावर्ड टेलगेट जैसे तमाम फीचर्स को शामिल किया जा सकता है.

जीप कंपास डीजल 2 डबल्यूडी ऑटोमैटिक मॉडल के कीमत की बात करें तो आधिकारिक तौर पर कंपनी की तरफ से इस मॉडल की कीमत की घोषणा नहीं की गई है हालांकि माना जा रहा है कि 16 सितंबर तक कंपनी के तरफ से इसकी कीमत बता दी जाएगी. हालांकि मार्केट में अनुमान है कि इस डीजल वेरिएंट की कीमत 26.5 लाख रुपए तक हो सकती है.

News Desk | 11:34 AM, Thu Sep 14, 2023

7 इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों पर हो सकती है कार्रवाई, FAME II नियमों के उल्लंघन मामले पर सरकार सख्त

केंद्र सरकार ने सभी इलेक्ट्रिक वेहिकल मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों के लिए FAME II स्कीम मानक लागू कर रखे हैं. इसके तहत सरकार मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों को प्रोत्साहन राशि देती है. दोपहिया इलेक्ट्रक वाहन बनाने वाली करीब 7 बड़ी कंपनियों ने मानक का पालन नहीं करने और इंसेटिव क्लेम करने के मामले पर सरकार सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है. रिपोर्ट के अनुसार सरकार इन कंपनियों से इंसेटिव अमाउंट वापस लेगी.

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (FAME II) मानदंडों का अनुपालन नहीं करने के लिए इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों के खिलाफ कानूनी विकल्प तलाश रही है. केंद्र ने FAME II स्कीम मानदंडों का अनुपालन नहीं करने पर प्रोत्साहन का दावा करने के लिए 7 इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माताओं से 469 करोड़ रुपये की मांग की है.

रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने दोपहिया इलेक्ट्रिक वेहिकल मैन्यूफैक्चरर हीरो इलेक्ट्रिक, ओकिनावा ऑटोटेक, एम्पीयर ईवी, रिवोल्ट मोटर्स, बेनलिंग इंडिया, एमो मोबिलिटी और लोहिया ऑटो से प्रोत्साहन राशि वापस मांग रही है. अधिकारी के अनुसार कंपनियों को नोटिस भेजा गया है और अब तक केवल रिवोल्ट मोटर्स ने ही रकम वापस करने की पेशकश की है. उन्होंने बताया कि प्रोत्साहन राशि वापस करने के लिए दी गई समय सीमा लगभग समाप्त हो चुकी है और अगले सप्ताह सरकार इस मामले पर कुछ निर्णय लेगी. उन्होंने बताया कि हम कानूनी कार्रवाई के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं.

भारी उद्योग मंत्रालय को कंपनियों के उल्लंघन करने और गलत तरीके से सब्सिडी पाने के आरोपो वाली एक गुमनाम ई-मेल मिली थी, जिसके बाद की गई जांच में पता चला है कि इन कंपनियों ने नियमों का उल्लंघन कर योजना के तहत राजकोषीय प्रोत्साहन का लाभ उठाया है. योजना के नियमों के अनुसार भारत में निर्मित कंपोनेंट्स का उपयोग करके इलेक्ट्रिक वाहन बनाने के लिए प्रोत्साहन की अनुमति दी गई थी, लेकिन जांच में यह पाया गया कि इन 7 कंपनियों ने कथित तौर पर इंपोर्टेड कंपोनेंट का उपयोग किया था.

इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने साल 2019 में FAME-II स्कीम के तहत 10,000 करोड़ रुपये के कार्यक्रम की घोषणा की गई थी. हालांकि, इस स्कीम को साल 2015 में लॉन्च किया गया था. स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को सरकार सब्सिडी या इंसेटिव देती है. वहीं, सरकार की ओर से इंसेटिव रिकवरी को लेकर जारी नोटिस के बाद कंपनियों ने सरकार से आग्रह किया है कि वह इंसेंटिव लौटाने के नोटिस पर विचार करे.

News Desk | 11:30 AM, Thu Sep 14, 2023

Honda ने लॉन्च किया New CB300F बाइक मॉडल, किफायती कीमत पर दे रही पावरफुल इंजन और नए फीचर

टू व्हीलर मार्केट सेगमेंट की दिग्गज कंपनी होंडा ने भारत के मार्केट में नई सीबी300एफ लॉन्च कर दिया है. माना जा रहा है कि यह मॉडल पिछले दोनों मॉडल के मुकाबले काफी किफायती कीमत पर है. होंडा ने New CB300F की कीमत 1 लाख 70 हजार रुपए रखी है. माना जा रहा है, कि आने वाले फेस्टिवल सीजन में कंपनी इस मॉडल की बदौलत ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित करेगी.

होंडा ने New CB300F मॉडल को तीन कलर ऑप्शन के साथ मार्केट में पेश किया है यह कलर ऑप्शन इस प्रकार हैं. मैट एक्सिस, स्पोर्ट्स रेड और मार्वल ब्लू मेटालिक. आपको बता दें कि कंपनी ने इस मॉडल की बुकिंग को भी शुरू कर दिया है उपभोक्ता अपने नजदीकी बिगविंग डीलरशिप पर जाकर के बुकिंग कर सकते हैं.

होंडा कंपनी ने New CB300F मॉडल में 293 सीसी का इंजन दिया है जो कि ऑयल कूल्ड सिंगल सिलेंडर इंजन है. आपको बता दें कि यह इंजन बीएस सिक्स के आेबीडी सेकंड ए के तकनीकी पर आधारित है. इंजन को चालू करने पर करीब 24 एचपी का पावर और 25.6 एनएम का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट होता है. इस इंजन को सिक्स स्पीड गियर बॉक्स के साथ जोड़ा गया है. इसके अलावा इसमें स्लिपर क्लच दिया गया है.

गाड़ी की ब्रेकिंग सिस्टम पर नजर डालें तो बाइक में डुएल डिस्क ब्रेक दिया गया है. फ्रंट में 276 एमएम का डिस्क और रियर में 220 एमएम डिस्क है. इसके अलावा एबीएस दिया गया है. सस्पेंशन की बात करें तो यह 5 स्टेप एडजस्टेबल रियर मोनो शॉक सस्पेंशन दिया है.

News Desk | 15:33 PM, Wed Sep 13, 2023

TVS Motors ने किया कमाल, धांसू फीचर्स के साथ लॉन्च किया Apache RTR 310 बाइक, जानिए कीमत

टू व्हीलर ऑटो सेगमेंट में काफी लंबे समय से टीवीएस मोटर कंपनी के अपाचे आरटीआर 310 मॉडल का इंतजार किया जा रहा था. बीते बुधवार को फाइनली टीवीएस मोटर कंपनी ने अपने इस मॉडल को लॉन्च कर दिया है. आपको बता दें कि टीवीएस मोटर कंपनी ने इस बाइक के लिए पहले से ही प्री बुकिंग स्टार्ट कर दी है. माना जा रहा है कि सितंबर महीने के अंत तक इस बाइक की डिलीवरी भी शुरू कर दी जाएगी. दरअसल टीवीएस मोटर कंपनी को आने वाले फेस्टिवल सीजन में इस मॉडल की वजह से उपभोक्ताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने की तैयारी में है.

माना जा रहा है कि टीवीएस अपाचे आरटीआर 310 मॉडल के लॉन्च हो जाने के बाद से मार्केट में मौजूद पहले से केटीएम 390 ड्यूक, ट्रायम्फ स्पीड 400, बीएमडब्ल्यू जी 310 आर को जबरदस्त टक्कर मिलती हुई दिखाई देगी.

अपाचे आरटीआर 310 मॉडल के इंजन पर नजर डालें तो कंपनी के तरफ से इसमें 312 सीसी का इंजन दिया गया है जो की लिक्विड कूल्ड सिंगल सिलेंडर इंजन है. जो करीब 35.6 एचपी की पावर और 28.7 एनएम का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट कर सकता है. इस इंजन को सिक्स स्पीड गियर बॉक्स के साथ जोड़ा गया है जो की असिस्ट एंड स्लिपर क्लच के साथ मौजूद है. इस बाइक में चार तरह का राइडिंग मोड अर्बन, रेन, स्पोर्ट और ट्रैक दिया गया है.

अपाचे आरटीआर 310 मॉडल के तीन वेरिएंट को लांच किया गया है जिसमें कंपनी की तरफ से पहला वेरिएंट आर्सेनल ब्लैक है. जिसकी कुल कीमत 2.43 लाख रुपए है. ध्यान रहे आर्सेनल ब्लैक क्विकशिफ्टर के साथ 2.58 लाख रूपए में हो जायेगी. इसके अलावा तीसरा वेरिएंट फ्यूरी येलो की कीमत 2.64 लाख रूपये है.

टीवीएस अपाचे आरटीआर 310 के अन्य फीचर्स पर नजर डालें तो कंपनी की तरफ से इसमें लैंडस्केप ओरिएंटेड 5.0 इंच टीएफटी स्क्रीन दिया गया है. हेडलाइट और टेललाइट दोनों ही एलईडी है. इसके अलावा टायर पर कितना प्रेशर पढ़ रहा है इसके लिए मॉनिटरिंग सिस्टम दिया गया है. बाई डायरेक्शनल क्विकशिफ्टर जैसे तमाम फीचर्स दिए गए हैं.

News Desk | 15:19 PM, Wed Sep 13, 2023

नई KTM Duke 390 हुई लॉन्च, जानिए कीमत और कीजिए बुक

प्रीमियम बाइक निर्माता कंपनी केटीएम ने भारत के मार्केट में अपनी नई केटीएम ड्यूक 390 मॉडल (New KTM Duke 390) को लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने जानकारी दी है कि उन्होंने इस मॉडल की बुकिंग को भी शुरू कर दिया है उपभोक्ता कंपनी के ऑफिसियल वेबसाइट और केटीएम डीलरशिप पर जाकर 4499 से बुकिंग कर सकते हैं. गाड़ी की डिलीवरी भी जल्द शुरू होने की उम्मीद है. आपको बता दें कि केटीएम की गाड़ियों को लेकर भारत के यूथ में काफी क्रेज देखने को मिलता है.

नई केटीएम ड्यूक 390 मॉडल के इंजन की बात करें तो कंपनी के तरफ से इसमें 399 सीसी का सिंगल सिलेंडर लिक्विड कूल्ड इंजन दिया गया है. यह इंजन जबरदस्त पावर जेनरेट कर सकता है माना जा रहा है कि यह 44.25 बीएचपी की पावर और 39 एनएम का टार्क जनरेट कर सकता है. इंजन को 6 स्पीड गियर बॉक्स के साथ जोड़ा गया है. इसके अलावा बाइक में क्विकशिफ्टर और स्लिपर क्लच दिया गया है.

नई केटीएम ड्यूक 390 मॉडल में कई सारे आधुनिक फीचर्स भी दिए गए हैं जैसे कि कॉल एंड म्यूजिक कंट्रोल, स्मार्टफोन की कनेक्टिविटी, 5 इंच का टीएफटी, टर्न बाय टर्न नेविगेशन, सी चार्जिंग पोर्ट दिया गया है. नई केटीएम ड्यूक 390 मॉडल को दो कलर ऑप्शन के साथ उपभोक्ता के सामने पेश किया गया है जिसमें पहला कलर ऑप्शन अटलांटिक ब्लू का है. दूसरा इलेक्ट्रॉनिक ऑरेंज मेटैलिक है.

नई केटीएम ड्यूक 390 मॉडल की सीट ऊंचाई की बात करें तो यह 820 एमएम है. जो कि विकल्प के साथ आता है. इसके अलावा एयरबॉक्स, 17 इंच का एलॉय रैप्ड, लॉन्च कंट्रोल, कॉर्नरिंग ABS, चौड़ी एलईडी हेडलाइट, बूमरैंग आकर का डीआरएल, स्प्लिट सीट सेटअप, टैंक पुराने के मुकाबले अधिक मस्कुलर दिखाई पड़ता है. नई केटीएम ड्यूक 390 मॉडल के प्राइस की बात करें तो कंपनी ने इस मॉडल की एक्स शोरूम की कीमत 3.11 लाख रूपये रखा है.

News Desk | 14:24 PM, Wed Sep 13, 2023

डीजल वाहनों के उत्पादकों को नितिन गडकरी की चेतावनी, जानिए क्या कहा

भारत के सड़क परिवहन मंत्री ने डीजल इंजन वाहनों पर अतिरिक्त 10% जीएसटी लगाने के लिए वित्त मंत्रालय को एक प्रस्ताव सौंपने की योजना बनाई है, इस कदम का उद्देश्य भारतीय शहरों में प्रदूषण स्तर को कम करना है और इनवॉयरमेंट फ्रेंडली वाहनों को बढ़ावा देना है. 63वें सियाम वार्षिक सम्मेलन में नितिन गडकरी ने इसे 'पॉल्यूशन टैक्स ' बताते हुए कहा कि यह देश में डीजल वाहनों के उपयोग को कम करने का एकमात्र तरीका है.

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ऑटो इंडस्ट्री से डीजल वाहनों का उत्पादन कम करने का अनुरोध किया है अन्यथा अतिरिक्त टैक्स लगाना जरूरी होगा. उन्होंने कहा कि मैं आपसे डीजल वाहनों का उत्पादन कम करने का आग्रह करूंगा. आप कम नहीं करेंगे तो हमें टैक्स बढ़ाना पड़ेगा. हम टैक्स इतना बढ़ा देंगे कि आपको डीजल गाड़ियां बेचना मुश्किल हो जाएगा.

डीजल वाहनों पर 10% अतिरिक्त इनडायरेक्ट टैक्स लगाने से ऑटोमोबाइल उद्योग की बिक्री पर असर पड़ेगा, क्योंकि भारत में लगभग सभी कमर्शियल वाहन आमतौर पर डीजल पर चलते हैं. बता दें कि 2014 में ईंधन की कीमतें डी-रेगुलेट होने के बाद से भारतीय बाजार में डीजल वाहनों की बिक्री में गिरावट आई है. पिछले वित्तीय वर्ष में घरेलू बाजार में बेचे गए सभी यात्री वाहनों में से लगभग 18% डीजल पर चलते हैं, जो वित्त वर्ष 2014 में 53% था.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को वाहन प्रदूषण और कच्चे तेल के आयात पर अंकुश लगाने के लिए इलेक्ट्रिक, जैव-ईंधन में बदलाव को तेज करने पर काम करना चाहिए. केंद्रीय मंत्री पहले भी डीजल वाहनों की कमियों पर अपने विचार स्पष्ट कर चुके हैं. 2021 में गडकरी ने वाहन निर्माताओं से डीजल इंजन वाहनों के उत्पादन और बिक्री को घटाने और अन्य टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने का आग्रह किया था.

इससे पहले मई में ऊर्जा परिवर्तन सलाहकार समिति ने सुझाव दिया था कि भारत को 2027 तक दस लाख से अधिक आबादी वाले सभी शहरों में डीजल से चलने वाले चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए.

News Desk | 13:31 PM, Wed Sep 13, 2023

BMW 630i M Sport Signature: BMW की लग्जरी कार का नया मॉडल लॉन्च, फीचर्स और कीमत ने चौंकाया

लग्जरी गाड़ियों की निर्माता कंपनी बीएमडब्ल्यू ने भारत के मार्केट में अपनी बीएमडब्ल्यू 630आई एम स्पोर्ट सिग्नेचर को लॉन्च कर दिया है. ध्यान रहे यह एक लेटेस्ट एडिशन है. इस मॉडल को पेट्रोल वेरिएंट में भी उतारा गया है. कीमत की बात करें तो कंपनी ने इसकी प्राइस 7590000 रुपये रखा है.

BMW 630i M Sport Signature का इंजन
लेटेस्ट बीएमडब्ल्यू 630आई एम स्पोर्ट सिग्नेचर के इंजन की बात करें तो यह 2 लीटर 4 सिलेंडर पेट्रोल इंजन के साथ मौजूद है. इंजन को चालू करने पर करीब 298 एचपी की पावर और 400 एनएम अधिकतम टॉर्क जनरेट होता है. कंपनी का दावा है कि यह करीब 6.5 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार आसानी से पकड़ लेता है. इस इंजन को 8 स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ जोड़ा गया है.

BMW 630i M Sport Signature 5 तरह का ड्राइविंग मोड
लेटेस्ट बीएमडब्ल्यू 630आई एम स्पोर्ट सिग्नेचर में पांच तरह का मोड दिया गया है. जिसमें स्पोर्ट, इको प्रो, कम्फर्ट प्लस, कम्फर्ट और एडेप्टिव है.

कई सारे पेटवर्क के साथ पेश
लेटेस्ट बीएमडब्ल्यू 630आई एम स्पोर्ट सिग्नेचर को कंपनी ने कई सारे पेटवर्क के साथ पेश किया है, जिसमें कि स्काईस्क्रेपर ग्रे, मिनरल व्हाइट, टैनजनाइट ब्लू और कार्बन ब्लैक शामिल हैं.

BMW 630i M Sport Signature के अन्य फीचर्स
कार के अन्य फीचर्स में नजर डालें तो कंपनी की तरफ से इसमें 12.3 इंच का इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन दिया गया है. पिछली सीट पर बैठे हुए यात्रियों के लिए 10.2 इंच की इंटरटेनमेंट स्क्रीन प्रदान किया गया है. इसके अलावा कंपनी ने म्यूजिक पर भी काफी ध्यान दिया है, जिसके तहत कंपनी ने 16 स्पीकर हार्मन कार्डन सराउंड साउंड सिस्टम दिया गया है. इसके अलावा एपल कारप्ले और वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो की सुविधा दी है. इसके अलावा इसमें वायरलेस चार्जिंग, रिवर्स कैमरा, ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल, दो यूएसबी पोर्ट, रिमोट पार्किंग असिस्ट, कीलेस एंट्री जैसे तमाम फीचर्स दिया गया है.

BMW 630i M Sport Signature के सेफ्टी फिचर्स
कंपनी ने इस मॉडल में सेफ्टी पर भी काफी अधिक फोकस किया है कंपनी की तरफ से इसमें 6 एयरबैग दिए गए हैं. इसके अलावा एबीएस दिया गया है जो कि ब्रेक असिस्ट के साथ मौजूद है इसके अलावा अन्य सेफ्टी फीचर्स जैसे कि डीटीसी, डीएससी, ईडीएलसी, सीबीसी, इमरजेंसी स्पेयर व्हील, आईएसओफिक्स चाइल्ड सीट माउंटिंग, इलेक्ट्रिक पार्किंग ब्रेक दिया गया है.

News Desk | 12:59 PM, Wed Sep 13, 2023

Monsoon hits Himachal's tourism industry, hotel occupancy drops to all-time low,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday.

Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday.

In view of heavy rainfall, the hotel occupancy in major tourist destinations like Shimla, Manali and Dharamshala has dropped below ten per cent.

"The hotel occupancy in Manali is just two percent. We are only getting foreign tourists who are returning from Leh. Domestic tourists are avoiding visiting hills," said Gajender Thakur, the President of Manali Hotels Association.


Meanwhile, members of a tourist group from Sri Lanka, stranded at Mandi, told India Today that the tour organisers did not inform them about the bad weather and damaged roads.

"Had we been alerted we may not have planned this trip. We had a very bad experience.The bad weather has spoiled our holiday," said A Falinga, a Colombo-based tourist.

Falinga further said that they wanted to see the snow at Rohtang Pass but they are now compelled to cancel the trip.


"Not only the holiday but we also wasted our time and money. We have no choice but to go back," he added.

Similarly, Shalini, Selene Jaisurya and others from Colombo who were on their first trip to Manali, are facing transport issues as the Manali highway had been blocked near Mandi.

Meanwhile, the local administration has advised tourists to avoid non-essential travel during the night, when falling boulders and landslides may not be visible.

Earlier in July, around 70,000 stranded tourists were rescued by the Himachal Pradesh government from Kullu Manali, Lahaul and Spiti and Kinnaur districts.



Editor | 10:53 AM, Wed Aug 16, 2023

Chiranjeevi's comments cost dearly for Bhola Shankar?


There has been much speculation and delay surrounding the increase in ticket prices for the latest Telugu film Bhola Shankar, starring Chiranjeevi, in Andhra Pradesh (AP). If the film’s budget exceeds `100 crore, the AP government has been giving the film producers an increase in the ticket price in the initial weeks.

The producers of the Bhola Shankar have asked the AP government to give them permission for a hike in their film’s ticket prices. The government, however, has rejected the proposal. It had stated that ticket prices could be raised only if appropriate documents related to the film’s production costs were submitted. The government reportedly asked the filmmakers to submit additional documents (to be more thorough) proving that the film’s budget exceeded Rs 100 crore.

This is an odd scenario given that Chiranjeevi has been in the good books of the government of AP! But what brought about this circumstance? Chiru’s comments a few days ago referring to politicians in AP appear to be to blame for the situation. Therefore, it has been speculated that the government is upset with the actor’s remarks if his movie (Bholaa Shankar) doesn’t see a rise in the cost of admission in AP. This  may affect the film’s revnue. By the time the story went to press at 6:00 pm the government of AP has not hiked the film’s ticket price.

What did Chiru say?

Chiranjeevi recently attended the 200-day celebration of his last film, Waltair Veerayya.  At the event he said that it’s "unfortunate" that politicians are discussing "actors remuneration" in the parliament as if they don’t have any other work.

"I believe that films are a small part of society as a whole. Other topics to be discussed in the House (in the Parliament) include development, youth employment, road and infrastructure construction, special status, and so on. I appeal to all politicians not to bring politics into films," Chiru said.

Soon after Chiru made these remarks, ministers from Andhra Pradesh attacked the actor. Some of them even questioned Chiru, asking him what he was doing as a Minister in 2014, when the state of Andhra Pradesh was divided.

Actors get lion's share

Chiru made the remarks after YSRCP Rajya Sabha member Vijay Sai Reddy mentioned "actors remuneration" in the Parliament recently.  Vijay stated during the discussion of The Cinematograph (Amendment) Bill, 2023 that heroes receive the lion’s share (as remuneration) of the production cos while the workers in the film industry receive no benefits.

"My suggestion is that appropriate legislation be enacted to ensure that benefits are distributed to grassroots level workers while containing or providing equitable distribution of benefits for all workers," Vijay said.

AP govt. defends

The Andhra Pradesh government defended its decision to refuse the ticket price increase for Bhola Shankar, which is set to release on Friday.  The government said that the filmmakers haven’t submitted ‘11 documents’ that are necessary to review for giving the permission. It also demanded proof that 20% of the film was shot in Andhra Pradesh.

Furthermore, because the film has been in the works for three years, the filmmakers were asked to submit the IT-returns (including GST and bank statements) for the previous fiscal year. The government also stated that filmmakers should apply for permission at least one month in advance, rather than 10 days before the film’s release (August 1)

https://www.youtube.com/watch?v=GIVoenVBQyI

Editor | 10:33 AM, Fri Aug 11, 2023

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प्रॉपर्टी

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होम-कार लोन पर आरबीआई का अपडेट, गवर्नर शक्तिकांत दास ने कही ये बात


होम-कार लोन समेत सभी तरह के कर्ज लेने वालों के लिए बुरी खबर है. बढ़ी ईएमआई से उनको जल्द राहत नहीं मिलने वाली है. इस बात की जानकारी खुद भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दी है. ‘कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव 2023’ में एक सवाल के जवाब में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि ब्याज दर फिलहाल ऊंची बनी रहेंगी और केवल समय ही बताएगा कि यह कितने समय तक ऊंचे स्तर पर रहेगी. मौजूदा भू-राजनीतिक संकट के मद्देनजर, दुनिया भर के प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने बढ़ी महंगाई से निपटने के लिए अपनी प्रमुख नीतिगत दरें बढ़ा दी हैं. हालांकि महंगाई पर काबू पाने के लिए रिजर्व बैंक ने इस साल फरवरी से नीतिगत दर में कोई बढ़ोतरी नहीं की है. यह 6.5 प्रतिशत पर बरकरार है. इससे पहले पिछले साल मई से लेकर कुल छह बार में रेपो दर में 2.50 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी.

शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई ने महंगाई को काम करने के लिए लगातार प्रयास किए हैं. इसके चलते जुलाई में 7.44 प्रतिशत के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद महंगाई में कमी आई है. सब्जियों तथा ईंधन की कीमतों में नरमी के कारण सितंबर में सालाना आधार पर खुदरा महंगाई घटकर तीन महीने के निचले स्तर 5.02 प्रतिशत आ गई. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई अगस्त में 6.83 प्रतिशत और सितंबर 2022 में 7.41 प्रतिशत थी. जुलाई में महंगाई 7.44 प्रतिशत के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. महंगाई पर काबू पाने के लिए रिजर्व बैंक ने इस साल फरवरी में नीतिगत दर में कोई बढ़ोतरी नहीं की है.

उन्होंने कहा कि डिजिटल भुगतान से मौद्रिक नीति का असर तेजी से और प्रभावी रूप से दिखने लगा है. दास ने इस बात पर भी जोर दिया कि मॉनिटरी पॉलिसी हमेशा चुनौतीपूर्ण रहती है. गवर्नर ने अपने भाषण में कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अब तीन चुनौतियों महंगाई, स्लो ग्रोथ रेट और वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम का सामना कर रही है. घरेलू वित्तीय क्षेत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि भारतीय बैंक तनाव की स्थिति के दौरान भी न्यूनतम पूंजी आवश्यकताओं को बनाए रखने में सक्षम होंगे. दास ने कहा कि भारत वैश्विक वृद्धि का नया इंजन बनने के लिए तैयार है और मार्च 2024 में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है.

News Desk | 14:36 PM, Fri Oct 20, 2023

कैसे करें असली और नकली रजिस्ट्री की पहचान, प्रॉपर्टी खरीदने से पहले जरूर करें ये काम

प्रॉपर्टी में निवेश करना इन्वेस्टमेंट के बेहतर विकल्पों में से एक है. जमीन या घर खरीदने जा रहे हैं तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए. क्योंकि आजकल जमीन घोटालों के कई मामले सामने आ रहे हैं. कई बार घोटालेबाज लोग एक ही जमीन की कई रजिस्ट्री करवाकर लोगों के साथ ठगी करते हैं. ऐसे घोटालों से बचने के लिए जरूरी है कि आपको असली और नकली रजिस्ट्री के बीच फर्क पता होना चाहिए.

जब भी लोग जमीन खरीदते हैं तो आमतौर पर केवल खतौनी या रजिस्ट्री के ही दस्तावेज को बारीकी ससे देखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि केवल ये दोनों दस्तावेज ही जरूरी नहीं होते. केवल इन दस्तावेजों से आप ये पता नहीं कर सकते हैं कि जमीन या संपत्ति पर किसका मालिकाना हक़ है.

धोखाधड़ी से बचने के लिए आपको नई रजिस्ट्री के साथ पुरानी रजिस्ट्री पर भी ध्यान देना चाहिए. जिस व्यक्ति से आप जमीन खरीद रहे हैं उसने किसी और से वह जमीन ली है, उसके पास मालिकाना हक़ कैसे आया इन सभी बातों के बारे में पहले ही पता कर लें.

जमीन खरीदने से पहले ये देखें कि जो जमीन आप खरीद रहे हैं वो कहीं सरकारी तो नहीं. इसके लिए आप चकबंदी के अभिलेख 41 व 45 के द्वारा भूमि की वास्तविकता की जांच कर सकते हैं. क्योंकि कई बार लोग रेलवे, वन विभाग की जमीन को भी अपनी बताकर बेच देते हैं.

जमीन खरीदते समय ये भी जांच कर लें कि जिस जमीन को आप खरीदने जा रहे हैं उस पर कोई क़ानूनी कार्रवाई तो नहीं हो रही. यदि आप डिस्प्यूटेड प्रॉपर्टी खरीद लेते हैं तो आगे चलकर आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

News Desk | 13:12 PM, Thu Sep 14, 2023

घर खरीदार की शिकायत न सुनने वाले डेवलपर्स पर शिकंजा, रेरा ने रियल एस्टेट फर्म्स को दिया ये निर्देश

घर खरीदारों की शिकायतों को न सुनने वाले रियल एस्टेट फर्म पर रेरा ने शिकंजा कस दिया है. होम बायर्स के हितों का ख्याल रखते हुए महाराष्ट्र रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (महारेरा) ने रियल्टी डेवलपर्स को अपने घर खरीदारों की शिकायतों के समाधान के लिए शिकायत निवारण केंद्र स्थापित करने के लिए कहा है. इन केंद्रों पर एक व्यक्ति नियुक्त करने को कहा है जो शिकायतों पर तुरंत एक्शन लेते हुए समाधान उपलब्ध करा सके. ऐसा नहीं करने वाले डेवलपर्स पर कार्रवाई हो सकती है.

घर खरीदार आमतौर पर संपत्ति खरीदते या रजिस्ट्री करते समय परियोजना की बिक्री और मार्केटिंग टीम के साथ बातचीत करते हैं. हालांकि, अगर बाद में कोई समस्या आती है, तो इन घर खरीदारों को समस्याओं को हल करने के लिए किसी प्रोजेक्ट स्पेशिफिक सिस्टम के बारे में पता नहीं होता है. महारेरा ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि यदि सभी डेवलपर्स अपने प्रोजेक्ट के लिए एक समर्पित शिकायत निवारण कक्ष स्थापित करते हैं, तो इन मुद्दों को नियंत्रण में रखा जा सकता है क्योंकि शिकायतकर्ता को समय पर आधिकारिक और विश्वसनीय जानकारी मिलेगी.

महारेरा ने कहा कि अधिकारियों, उनके नाम और निर्देशांक सहित निवारण कक्ष की डिटेल्स प्रोजेक्ट स्थल के साथ-साथ डेवलपर की वेबसाइट पर प्रमुखता से प्रदर्शित की जानी चाहिए. शिकायत निवारण केंद्र पर कम से कम एक शिकायत निवारण अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश भी दिए हैं. नियामक ने कहा है कि प्रोजेक्ट के प्रपोज्ड वैल्यूएशन में इस प्रावधान का अनुपालन एक महत्वपूर्ण मानदंड होगा.

महारेरा ने पहले ही जनवरी 2023 से कुछ मानदंडों के आधार पर नियामक के साथ रजिस्टर्ड प्रोजेक्ट की ग्रेडिंग करने की घोषणा की है और प्रोजेक्ट समर्पित शिकायत निवारण केंद्र की स्थापना भी इसके लिए एक महत्वपूर्ण मानदंड होगी. नियामक किसी भी प्रोजेक्ट की रेटिंग निर्धारित करने के लिए कई फैक्टर्स पर विचार करेगा. इनमें प्रोजेक्ट की वित्तीय व्यवहार्यता, सक्षम अधिकारियों से तकनीकी अनुमोदन, लंबित मुकदमे और निर्धारित अवधि के भीतर महारेरा पोर्टल पर अपडेट की जाने वाली विभिन्न अनुपालन रिपोर्टें शामिल होंगी.

News Desk | 13:07 PM, Thu Sep 14, 2023

RBI Repo Rate में बदलाव नहीं होने का रियल एस्टेट सेक्टर को मिलेगा फायदा

भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट को लगातार तीसरी बार 6.5% पर रखने के निर्णय से रियल एस्टेट बाजार को आवासीय बिक्री में स्थिर वृद्धि की गति को बनाए रखने में मदद मिलने की उम्मीद है. पिछले मई से लगातार छह बढ़ोतरी के माध्यम से केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों में 250 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी, जिससे अप्रैल में रेपो रेट में विराम लगने से रेपो दर 6.5% हो गई थी. जिसे 10 अगस्त को हुई आरबीआई एमपीसी ने बिना परिवर्तन के लागू रखा है.

कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से रेजीडेंशियल रियल एस्टेट का प्रदर्शन मजबूत रहा है. इस अवधि के दौरान सभी बाजारों और सेगमेंट में आवास की बिक्री नई ऊंचाई पर पहुंच गई है. अब आरबीआई के रेपो रेट स्थिर रखने से रियल एस्टेट सेक्टर को गति मिलने की संभावनाओं को बल मिला है. हालांकि, होमलोन की ब्याज दरों में कटौती की पहल बायर्स को और लाभ पहुंचा सकती है, जो बिक्री की गति को तेजी से बढ़ा सकता है.

क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के सचिव दिनेश गुप्ता कहते हैं कि रेपो दर को स्थिर बनाए रखने के आरबीआई के फैसले से निस्संदेह रियल एस्टेट को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन समग्र बाजार विश्वास को मजबूत करने और इसे कमर्शियल और रेजीडेंशियल बायर्स के लिए अधिक आकर्षक बनाने के लिए शीघ्र ही ब्याज दरों में कटौती को प्राथमिकता देनी चाहिए. हालांकि, इस समय डेवलपर्स के पास बेहतर फंड और इसकी वैकल्पिक व्यवस्था के कारण रियल एस्टेट सेक्टर मध्यम और लक्जरी वर्ग दोनों के आवास की मांग और आपूर्ति करने में सक्षम है.

आरजी ग्रुप के निदेशक हिमांशु गर्ग ने कहा कि ईएमआई गहन बाजार में त्योहारी सीजन से पहले रेपो रेट को 6.5 पर स्थिर करना रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक कदम है, क्योंकि कोई भी बदलाव ऋण लेने वालों को प्रभावित करता है. हालांकि, उपभोक्ता भावनाओं को सकारात्मक बढ़ावा देने के लिए इस बार दर में कटौती बेहतर होती और आशा है कि भविष्य में ऐसा हो. फिक्स्ड से फ्लोटिंग ब्याज दरों के बीच स्विच करने के विकल्प से होम लोन लेने वालों को राहत मिलेगी, क्योंकि उन्हें ऋण की अधिकतम समय सीमा में एक बार लोन पुनर्गठन के बाद पुनः किसी बदलाव का मौका नहीं मिलता है.

होम्सफाई रियल्टी के मुख्य वित्तीय अधिकारी शशांक मेवाड़ा ने कहा कि आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5% पर बरकरार रखकर निश्चित रूप से चौंकाया है. रेपो रेट को अपरिवर्तित रखने का निर्णय मुद्रास्फीति से निपटने के लिए आरबीआई के सतर्क दृष्टिकोण को दर्शाता है. हालांकि, कुछ लोगों ने बदलाव की उम्मीद की होगी, लेकिन ऐसा लगता है कि अधिकारी उधार लेने और निवेश को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता को सावधानीपूर्वक संतुलित कर रहे हैं. रेपो दर पर यह निरंतर रुख बाजार को स्थिर कर सकता है, निवेशकों के बीच विश्वास पैदा कर सकता है. खासकर रियल एस्टेट सेगमेंट में.

News Desk | 13:01 PM, Thu Sep 14, 2023

Govt New Housing Scheme: सरकार शहर में देगी सस्ता घर, किराए के मकान से छुटकारा 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार जल्द ही उन मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए योजना शुरू करेगी जो शहरों में रहते हैं लेकिन उनके पास अपना घर नहीं है. इसके साथ ही सरकार शहरों में अपने घर का सपना देखने वालों को बैंक लोन के ब्याज में राहत देने के लिए भी जल्द एक योजना शुरू करेगी.

प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा कि शहरों में बिना घर के रहने वाले गरीबों और मध्यम वर्गीय परिवारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि मध्यम वर्गीय परिवार शहरों में अपने घर का सपना देख रहे हैं. हम जल्द ही उनके लिए एक योजना शुरू करेंगे. पीएम ने कहा कि हमने शहरों में किराए के मकानों, अनधिकृत कॉलोनियों और झुग्गियों में रहने वाले परिवारों को अपना घर बनाने के लिए लाखों रुपये की मदद देकर बैंक ऋण के ब्याज में राहत देने का फैसला किया है.

शहरी गरीबों के लिए पहले से ही एक आवास योजना - प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी (पीएमएवाई-यू) संचालित की जा रही है. बता दें कि प्रधानमंत्री ने देश भर के सभी पात्र शहरी लाभार्थियों को बुनियादी सुविधाओं के साथ पक्के घर उपलब्ध कराने के लिए 25 जून 2015 को पीएमएवाई-यू की शुरुआत की थी.

केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्रस्तुत परियोजना प्रस्तावों के आधार पर 31 जुलाई 2023 तक 118.90 लाख घरों को मंजूरी दी जा चुकी है. मंजूरी पाने वाले घरों में से 76.02 लाख यूनिट पूरी हो चुकी हैं या लाभार्थियों को आवंटित की जा चुकी हैं. पीएमएवाई-यू की क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और कम आय वाले लाभार्थियों के लिए 6.5 प्रतिशत की दर से ब्याज सब्सिडी दी जाती रही है, जो प्रति घर 2.67 लाख रुपये तक होती थी.

News Desk | 12:56 PM, Thu Sep 14, 2023

Delhi-NCR में त्योहारी सीजन में लक्जरी घरों की मांग में तेजी का अनुमान

कोरोनाकाल से उबरने के बाद धीरे-धीरे प्रॉपर्टी मार्केट रफ्तार पकड़ता जा रहा है. आने वाले त्योहारी सीजन में दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट मार्केट में बूम देखने को मिल सकता है. त्योहार के दौरान हाउसिंग-यूनिट लॉन्च में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा, क्योंकि आवासों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कई डेवलपर्स ने पिछले छह महीनों में बड़े पैमाने पर जमीन का अधिग्रहण किया है. वहीं रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं होने के बाद लोन की दरें स्थिर रहने का सकारात्मक असल होम बायर्स में देखने को मिल सकता है.

पिछले कुछ समय से दिल्ली-एनसीआर में महंगे फ्लैट की बिक्री में लगातार इजाफा हो रहा है. हाउसिंग डिमांड में बढ़ती उछाल और बिल्डरों के नए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग के चलते लग्जरी सेगमेंट में वृद्धि होने की पूरी उम्मीद है. घर की कीमत की बात करें तो 50 लाख से 1 करोड़ रुपये की कीमत वाले मिड-सेगमेंट के घरों की मांग में जबरदस्त उछाल आया है. दिल्ली-एनसीआर में लग्जरी सेग्मेंट में कुछ ज्यादा ही बेहतर परफॉर्म किया है. लग्जरी सेग्मेंट की ओर बढ़ती रुचि को लेकर डेवलपर्स को भी पॉजिटिव उम्मीद है.

प्रमुख डेवलपर्स ने त्योहार के दौरान कुछ प्रोजेक्ट लॉन्च करने की तैयारी में हैं. वर्ष की पहली छमाही में दिल्ली-एनसीआर में 10,963 आवासीय यूनिट की शुरुआत देखी गई, जो वर्ष 2019 के 11,643 इकाइयों के आंकड़े के करीब है. कुशमैन एंड वेकफील्ड के डेटा से पता चलता है कि इस साल के शुरुआती छह महीनों के दौरान आवासीय लॉन्च पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने से भी अधिक हो गए हैं.

सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर रवि अग्रवाल ने बताया कि हम सभी जरूरी सुविधाओं को देखते हुए मिड रेंज में लग्जरी सुविधाएं देने के लिए कमिटेड हैं. हम बेहद खास ऑफर लेकर आ रहे हैं, जिसका बायर्स लाभ उठा सकते हैं. होमबॉयर्स केवल 1 लाख रुपये से घर बुक करके हमारे 1पे5 लाख ऑफर का लाभ उठा सकते हैं, जिसमें 1 लाख की बुकिंग और लाभ 5 लाख तक का ग्राहकों को मिल रहा है.

एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने बताया कि पिछले आधे साल में यूनिट की कीमतें 50 फीसदी तक बढ़ गई हैं. क्रेडाई एनसीआर के सचिव गौरव गुप्ता ने कहा कि कई प्रोजेक्ट लॉन्च के बावजूद, हाल के महीनों में लगातार बिक्री की गति ने इन्वेंट्री को काफी कम कर दिया है. काउंटी ग्रुप के निदेशक अमित मोदी ने बताया कि 'नोएडा भी एक प्रीमियम बाजार के रूप में उभरा है, जहां बड़े आकार के अपार्टमेंट की मांग बढ़ रही है. हमने नोएडा के सेक्टर 115 में एक परियोजना की योजना बनाई है और उम्मीद है कि आगामी त्योहारी सीजन डेवलपर्स के लिए अच्छा प्रदर्शन करेगा.

News Desk | 12:53 PM, Thu Sep 14, 2023

Property Transfer Rules: वसीयत के बिना संपत्ति उत्तराधिकारी को कैसे ट्रांसफर होगी?


जब संपत्ति के मालिक की मृत्यु हो जाती है तो कानूनी उत्तराधिकारियों को मृतक की संपत्ति को अपने नाम पर ट्रांसफर करना होता है. ऐसा करने की प्रक्रिया ट्रांसफर के प्रकार पर निर्भर करेगी. यदि मृतक ने कोई वसीयत बनाई है तो संपत्ति का स्वामित्व ट्रांसफर करने की प्रक्रिया बहुत आसान हो जाती है. लेकिन, अगर कोई वसीयत नहीं है और कई उत्तराधिकारी हैं, तो यह प्रक्रिया को जटिल बना सकता है.

वसीयत में आम तौर पर लाभार्थियों या कानूनी उत्तराधिकारियों का स्पष्ट रूप से उल्लेख होता है, जो मृतक की संपत्ति और अन्य संपत्ति के उत्तराधिकारी होंगे. लॉ फर्म एथेना लीगल की प्रिंसिपल एसोसिएट नेहा गुप्ता कहती हैं कि किसी संपत्ति को कानूनी उत्तराधिकारी के नाम पर ट्रांसफर करने में पहला कदम या तो वसीयत की जांच करवाना है या प्रशासन पत्र (LOA) हासिल करना है.

वसीयत प्रोबेट कोर्ट द्वारा प्रमाणित कॉपी होती है. वसीयत का निष्पादक या वसीयत प्रबंधक वसीयत के प्रोबेट के लिए आवेदन करता है. यह अदालत में वसीयत की वैधता और प्रामाणिकता निर्धारित करने के लिए किया जाता है.

यदि वसीयत में वसीयत प्रबंधक का उल्लेख नहीं है या प्रोबेट अनिवार्य नहीं है तो वसीयत के लाभार्थियों को एलओए के लिए आवेदन करना होगा. यदि किसी व्यक्ति की बिना वसीयत किए मृत्यु हो जाती है मतलब वसीयत लिखे बिना तो भी एलओए की आवश्यकता होने की संभावना है. प्रोबेट या एलओए की आवश्यकता है या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि संपत्ति कहां स्थित है.

एक बार यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद लाभार्थी को संपत्ति को कानूनी उत्तराधिकारी के नाम पर स्थानांतरित करने के लिए संबंधित दस्तावेजों के साथ संबंधित सब रजिस्ट्रार के कार्यालय जाना होगा. एक कानूनी उत्तराधिकारी (वसीयत के अनुसार) को स्वामित्व के ट्रांसफर के लिए एक आवेदन पत्र, वसीयत की कॉपी, मूल संपत्ति के कागजात, संपत्ति के मालिक का मृत्यु प्रमाण पत्र, कानूनी उत्तराधिकारी और मृतक का आईडी और पता प्रमाण जमा करना आवश्यक है.

News Desk | 12:46 PM, Thu Sep 14, 2023

Delhi NCR में बड़े घरों की ओर आकर्षित हो रहे खरीदार

पिछले कुछ समय से दिल्ली-एनसीआर में बायर्स के बीच हाई रेंज वाली प्रोपर्टी को लेकर डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है. अधिकांश बायर्स अब छोटे घर खरीदने की जगह बड़े घरों को खरीदना पसंद कर रहे हैं. खासकर बायर्स 1 BHK और 2 BHK की जगह 3 BHK फ्लैट को तरजीह दे रहे हैं. हाल ही में जारी एनारॉक की रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर के अलावा मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई और पुणे में 35 फीसदी लोगों ने 45 से 90 लाख रुपये और 24 फीसदी लोगों ने 90 लाख से 1.5 करोड़ रुपये कीमत वाला घर खरीदने को तरजीह दी है. इससे साफ है कि 3 BHK ने 2 BHK को पीछे छोड़ दिया है.

ANAROCK कंज्यूमर सेंटीमेंट सर्वे (H1 2023) से पता चला है कि मिड-रेंज और प्रीमियम घरों की मांग अधिक बनी हुई है. रिपोर्ट के अनुसार 59 प्रतिशत घर खरीदार 45 लाख रुपये से 1.5 करोड़ रुपये की रेंज में घर खरीदने को तरजीह दे रहे हैं. 45-90 लाख रुपये की कीमत वाले घर सबसे अधिक पसंदीदा हैं (35 प्रतिशत उत्तरदाताओं द्वारा) इसके बाद 24 प्रतिशत उत्तरदाताओं को 90 लाख रुपये से 1.5 करोड़ रुपये के बीच की कीमत वाले घर पसंद हैं. ANAROCK के सर्वेक्षण से पता चला कि 3 बीएचके की सबसे अधिक मांग बेंगलुरु, चेन्नई, पुणे और दिल्ली-एनसीआर में दर्ज की गई, जबकि कोलकाता, एमएमआर और हैदराबाद में 2 बीएचके की अधिक मांग देखी गई. हालांकि, बड़े घरों की मांग में कोई बदलाव नहीं देखा गया है.

रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा का कहना है कि वर्तमान समय में भारतीय होम बायर्स बड़े घर को लेकर ज्यादा आकर्षित हुए हैं. पिछले कुछ समय से दिल्ली एनसीआर में 3 बीएचके और हाई रेंज वाली प्रोपर्टी खरीदने को लेकर मांग देखी जा रही है. वहीं, एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि हाइब्रिड कार्य सेटिंग्स और वर्क फ्रॉम होम मॉडल ने बड़े घरों की मांग को बढ़ावा दिया है, क्योंकि वे अपने काम को कुशलतापूर्वक और आराम से करने के लिए एक बड़े आवास और अतिरिक्त जगह चाहते हैं. निवेश के संबंध में बायर्स बड़े घरों के ओर ज्यादा रुख कर रहे हैं, जिससे लग्जरी रियल एस्टेट में भी ज्यादा लॉन्च देखे गए हैं.

नवराज ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर राज सिंह का कहना है कि बड़े घरों की डिमांड न केवल मेट्रो शहरों में है, बल्कि गुड़गांव के साथ-साथ आसपास तेजी से विकसित हो रहे रियल एस्टेट क्षेत्रों में भी है. पिछले कुछ समय से बायर्स बड़े घरों के ओर ज्यादा रुख कर रहे हैं जिससे लग्जरी रियल एस्टेट में भी ज्यादा लॉन्च देखे गए हैं. वहीं, काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी का कहना है कि दिल्ली एनसीआर में 3 बीएचके और हाई रेंज वाली प्रोपर्टी खरीदने को लेकर भारी मांग देखी जा रही है. होम बायर्स अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक जगह और अतिरिक्त कमरों की मांग कर रहे हैं.

News Desk | 12:41 PM, Thu Sep 14, 2023

देखभाल नहीं करने पर बच्चों को दी गई Property वापस ले सकते हैं, कोर्ट का आदेश

मद्रास हाई कोर्ट ने माता-पिता द्वारा अपने बच्चों के पक्ष में किए गए संपत्ति निपटान के संबंध में एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा कि अगर बच्चे वादे के मुताबिक अभिभावकों की देखभाल करने में विफल रहते हैं तो माता-पिता बच्चों को दी गई अपनी संपत्ति वापस ले सकते हैं.

मद्रास हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति एसएम सुब्रमण्यम ने कहा कि माता-पिता एग्रीमेंट लेटर को एकतरफा रद्द कर सकते हैं यदि इसमें केवल यह उल्लेख हो कि यह उन्हें प्यार और स्नेह के कारण दिया जा रहा है. न्यायमूर्ति ने फैसला सुनाते हुए इस बात पर जोर दिया कि माता-पिता को समझौता पत्र को एकतरफा रद्द करने का अधिकार है, यदि यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि संपत्ति उनके बच्चों के लिए प्यार और स्नेह के कारण हस्तांतरित की जा रही है.

न्यायमूर्ति एस एम सुब्रमण्यम के अनुसार जब मानवीय आचरण वरिष्ठ नागरिकों के प्रति उदासीन होता है और उनकी सुरक्षा और गरिमा की रक्षा नहीं की जाती है, तो पैरेंट्स अपनी संपत्ति को वापस ले सकते हैं.

यह महत्वपूर्ण कानूनी आदेश तमिलनाडु के तिरुपुर की शकीरा बेगम द्वारा अपने बेटे मोहम्मद दयान के पक्ष में संपत्ति निपटान पत्र को रद्द करने के मामले में दिया गया. शकीरा बेगम ने सब-रजिस्ट्रार से शिकायत की थी कि उन्होंने अपने बेटे के उचित भरण-पोषण के वादे के आधार पर समझौता पत्र जारी किया था, जिसे करने में वह विफल रहा है. मां- बेटे के बीच का यह मामला कोर्ट पहुंचा, जिसके बाद मद्रास हाईकोर्ट ने मां शकीरा बेगम के पक्ष में आदेश जारी किया है.

News Desk | 12:37 PM, Thu Sep 14, 2023

 लोन चुकाने के बाद प्रॉपर्टी के पेपर लौटने में हुई देरी तो रोज मिलेगा 5000 का हर्जाना, जानिए क्या है आदेश

कई बार ऐसा होता है कि होम लोन का पेमेंट करने के बाद भी बैंक आपके घर के रजिस्ट्री के पेपर वापस करने में देरी कर देते हैं. देश के बैंकिंग नियामक भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को लोन देने वाले संस्थानों को निर्देश दिया है कि बैंक का लोन चुकाए जाने के 30 दिन के अंदर लोगों को चल या अचल संपत्ति के पेपर वापस लौटा दिए जाएं. अगर कोई बैंक या एनबीएफसी ऐसा करने में विफल रहता है तो उसे रोजाना के हिसाब से ग्राहक को ₹5000 का जुर्माना देना पड़ सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार 13 सितंबर को यह निर्देश जारी किया है.

अक्सर लोग होम लोन या पर्सनल लोन के सेटलमेंट के बाद भी लोन देने वाले संस्थान से क्लीयरेंस पाने के लिए महीनों तक इंतजार करते रहते हैं. भारतीय रिजर्व बैंक ने लोन देने वाले संस्थानों के ढीले रवैए के खिलाफ यह दिशानिर्देश जारी किया है. भारतीय रिजर्व बैंक के इस निर्देश पर 1 दिसंबर 2023 से अमल शुरू हो जाएगा. कर्ज लेने वाले लोगों के अधिकारों की सुरक्षा और कर्ज देने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने यह निर्देश दिया है.

भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को कहा, "फेयर प्रैक्टिस कोड के तहत यह दिशा निर्देश जारी किया गया है. लोन देने वाले संस्थानों को यह निर्देश दिया जाता है कि लोन का पेमेंट होने और लोन अकाउंट के बंद होने के 30 दिन के अंदर लोगों की चल या अचल संपत्ति के दस्तावेज उन्हें वापस कर दिए जाने चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता तो उन्हें रोजाना लोन लेने वाले व्यक्ति को ₹5000 का हर्जाना देना पड़ेगा."

भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देश से यह साफ है कि लोन चुकाने के 30 दिन के अंदर लोन लेने वाले व्यक्ति को उनके पेपर वापस मिल जाएंगे. लोन लेने वाले व्यक्ति को यह सुविधा दी गई है कि वह या तो नजदीकी शाखा से जाकर अपने दस्तावेज कलेक्ट कर ले या बैंक के अनुसार अपने आसपास के किसी पॉइंट से इन दस्तावेजों को हासिल करें. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि संपत्ति के दस्तावेज गिरवी रखने के बदले दिए गए लोन को चुकाने के बाद दस्तावेज वापस करने की समय सीमा और जगह के बारे में लोन सेंक्शन लेटर में ही उल्लेख किया जाना चाहिए.

लोन मंजूरी के पत्र के साथ ही यह विवरण भी लोन लेने वाले व्यक्ति को दिया जाना चाहिए. अगर लोन लेने वाले व्यक्ति की होम लोन चुकाने से पहले ही डेथ हो जाती है तो लोन देने वाले संस्थान ओरिजिनल प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट को उनके कानूनी उत्तराधिकारियों को दे सकते हैं.

News Desk | 12:34 PM, Wed Sep 13, 2023

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अंतरराष्ट्रीय

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पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर, कच्चा तेल 91 डॉलर प्रति बैरल के करीब

नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में उछाल जारी है. ब्रेंट क्रूड का मूल्य 91 डॉलर और डब्ल्यूटीआई क्रूड 87 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है. सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियों ने शुक्रवार को पेट्रोल-डीजल के मूल्य में कोई बदलाव नहीं किया है.



इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये, डीजल 87.62 रुपये, मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये, डीजल 92.15 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 103.94 रुपये, डीजल 90.76 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 100.75 रुपये और डीजल 92.34 रुपये प्रति लीटर की दर पर उपलब्ध है.



अंतरराष्ट्रीय बाजार में हफ्ते के पांचवें दिन शुरुआती कारोबार में ब्रेंड क्रूड 0.34 डॉलर यानी 0.38 प्रतिशत की उछाल के साथ 90.97 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर ट्रेंड कर रहा है। वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड भी 0.14 डॉलर यानी 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 86.73 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर कारोबार कर रहा है.



साभार- हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 10:43 AM, Fri Apr 05, 2024

अजीत डोभाल ने इजराइल में बेंजामिन नेतन्याहू से की मुलाकात, गाजा समेत कई मुद्दों पर की चर्चा

तेल अवीव: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इजराइल में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से सोमवार को मुलाकात कर गाजा समेत कई मुद्दों पर वार्ता की. नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में जारी युद्ध की जानकारी अजीत डोभाल के साथ साझा की. इसके अलावा दोनों देशों की ओर से बंधकों को रिहाई और मानवीय सहायता के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.

इस मुलाकात की जानकारी इजराइल के प्रधानमंत्री की सोशल मीडिया हैंडल एक्स के जरिए दी गई. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक, प्रधानमंत्री के विदेश नीति सलाहकार और इजराइल में भारतीय राजदूत ने भी हिस्सा लिया.

बता दें, रमजान के महीने में हमास प्रमुख ने एक बार फिर गाजा में युद्धविराम की मांग पर जोर दिया है. हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह ने रविवार को कहा कि हम गाजा में युद्धविराम के समझौते को पूरा करने के लिए इजरायल के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि गाजा में युद्धविमार को लेकर कई बार मध्यस्थता विफल रही है. मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि गाजा में युद्धविराम के लिए किसी भी समझौते पर बात नहीं बनने के लिए इजरायल की जिम्मेदारी है, लेकिन इसके बावजूद हम युद्धविराम पर बातचीत जारी रखने के लिए तैयार हैं.

साभार – हिन्दुस्थान समाचार

News Desk | 12:21 PM, Tue Mar 12, 2024

एलन मस्क ने X के लिए लॉन्च किए दो नए सब्सक्रिप्शन प्लान्स, जानिए क्या मिलेंगी सुविधाएं 

एलन मस्क ने ट्विटर यानी एक्स के लिए दो नए सब्सक्रिप्शन प्लान को लॉन्च कर दिया है. नए सब्सक्रिप्शन प्लान के साथ ही यूजर्स को अब एक्स के प्लेटफॉर्म में कई नई सुविधाएं मिलने वाली है. एक्स के लिए दो नए सब्सक्रिप्शन प्लान में एक प्लान Ads के साथ आता है जबकि एक प्लान ऐसा है जिसमें यूजर्स को Ads फ्री सुविधा मिलेगी. Ads फ्री के लिए एक्स यूजर्स को अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे.

आपको बता दें कि एक्स के सब्स्क्रिप्शन प्लान को लेकर काफी समय से सोशल मीडिया में चर्चा हो रही थी. कंपनी के मालिक एलन मस्क और सीईओ लिंडा याकारिनो लगातार एक्स पर इसकी अपडेट यूजर्स को दे रहे थे. हाल में मस्क ने एक्स पर पोस्ट करके जानकारी दी थी कि बहुत जल्द नए सब्सक्रिप्शन प्लान आने वाले हैं.

एक्स के लिए जो दो नए सब्सक्रिप्शन प्लान्स पेश किए हैं उनमें से एक प्लान प्रिमियम प्लस टियर है जबकि दूसरा प्लान बेसिक प्लान होगा. आपको बता दें कि फिलहाल कंपनी ने अभी दोनों ही प्लान्स सिर्फ वेब यूजर्स के लिए जारी किए गए हैं. यानी अभी इनका फायदा मोबाइल यूजर्स को नहीं मिलेगा. अगर आप प्लान खरीदते हैं तो आप इसका इस्तेमाल सिर्फ अपने लैपटॉप या फिर डेस्कटॉप पर ही कर पाएंगे.

अगर एक्स के नए सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमतों की बात करें तो प्रीमियम प्लान लेने के लिए यूजर्स को करीब 13,600 रुपये सालाना देने पड़ेंगे. इसमें यूजर्स को सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगी जिसमें Ads फ्री सुविधा, लंबे पोस्ट की सुविधा और रिप्लाई बूस्ट की भी सुविधा मिलेगी. दूसरा जो बेसिक प्लान है उसमें बेहद लिमिटेड सुविधाएं यूजर्स को मिलती हैं. इस प्लान में ऐड्स आने के साथ ही ब्लू चेकमार्क और क्रिएटर्स टूल्स नहीं दिए जाएंगे. बेसिक प्लान के लिए 243.75 रुपये हर महीने देने पड़ेंगे.

News Desk | 12:32 PM, Sat Oct 28, 2023

चीनी के एक्सपोर्ट पर केंद्र सरकार का बड़ा एलान,  31 अक्टूबर के बाद भी जारी रहेगी...

केंद्र सरकार ने आज चीनी के एक्सपोर्ट को लेकर एक बड़ा एलान किया है. देश से चीनी के एक्सपोर्ट पर बैन 31 अक्टूबर 2023 के बाद भी जारी रहेगा. इसमें रॉ शुगर, रिफाइंड शुगर, व्हाइट शुगर और ऑर्गेनिक शुगर सभी शामिल हैं. त्योहारी सीजन के दौरान चीनी की कीमतों में तेजी के चलते सरकार ने चीनी के एक्सपोर्ट पर बैन लगाने को लेकर आदेश जारी किया है.

डीजीएफटी के नोटिफिकेशन के अनुसार ये जानकारी मिली है. हालांकि डीजीएफटी के नोटिफिकेशन में इस बात का भी उल्लेख है कि यूरोपियन यूनियन और अमेरिका इस रोक के अंतर्गत नहीं आते और उन्हें एक्सपोर्ट जारी रहेगा. ऐसा CXL और TRQ कोटा के तहत किया जा रहा है. बता दें सरकार ने इस वर्ष के लिए मौजूदा सीएक्सएल और टीआरक्यू प्रावधानों के तहत यूरोपीय संघ को 10,000 टन सफेद चीनी और अमेरिका को 8,424 टन कच्ची चीनी का निर्यात कोटा तय किया है.

नोटिफिकेशन में ये भी बताया गया है कि अन्य सारी बातों और नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. केवल रॉ शुगर, रिफाइंड शुगर, व्हाइट शुगर और ऑर्गेनिक शुगर के एक्सपोर्ट के ऊपर बैन लगाया गया है.चीनी की कीमतों में हालिया उछाल के बाद सरकार ने चीनी कंपनियों को उत्पादन, डिस्पैच, डीलर, रिटेलर को बिक्री का पूरा डाटा 12 अक्टूबर तक देने का आदेश दिया था. ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई करने की भी बात कही. सरकार ने शुगर मिल्स को 10 नवंबर तक NSWS पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन भी कराने को कहा है.

फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार ये खबर सामने आई थी कि चीनी की ग्लोबल कीमतें सितंबर महीने में ऐसे उच्च स्तर पर पहुंच गईं, जो करीब 13 सालों में सबसे ज्यादा है. संगठन का कहना है कि भारत और थाईलैंड में अल नीनो के चलते भी गन्ने की फसल प्रभावित हुई जिसका असर चीनी की कीमतों पर दिख रहा है.

News Desk | 13:02 PM, Wed Oct 18, 2023

इजराइल पर हमास के हमलों के बाद कच्चे तेल में उछाल, क्या यह है खतरे की घंटी?


इजराइल पर हमास के हमले के बाद मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव परवान पर पहुंच गया है. इस बीच कच्चे तेल की कीमतें 4.5 प्रतिशत उछलकर 87 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गईं हैं. यह तेल की कीमतों में पिछले हफ्ते आई आठ प्रतिशत की गिरावट के उलट है.

इजराइल पर हमास के हमले ने वैश्विक तेल बाजार में खतरे की घंटी बजा दी है. ऐसा प्रमुख तेल उत्पादक और निर्यात केंद्र के रूप में इस क्षेत्र की महत्ता के कारण है. हालांकि विश्लेषक मानते हैं कि इजराइल पर हमले का कच्चे तेल की आपूर्ति पर सीधा असर पड़ने की आशंका नहीं है. इजराइल, क्षेत्रीय उथल-पुथल का सामना करने के बावजूद, 300,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) की संयुक्त क्षमता के साथ दो तेल रिफाइनरियों को जारी रखे हुए है, जबकि फलस्तीन तेल का उत्पादन नहीं करता है.
इसलिए, इस क्षेत्र में तेल उत्पादन और वितरण में तत्काल व्यवधान सीमित सह सकता है.

इस बीच, भू-राजनीतिक तनाव में और वृद्धि की संभावनाओं के कारण बाजार में चिंता बढ़ी है. यह चिंता खासकर उन रिपोर्ट्स के कारण है जिसमें कहा गया है कि इजराइल पर हमले में ईरान की भागीदारी है. हालांकि दूसरी ओर, बहरीन, इराक, कुवैत, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब सहित कई प्रमुख तेल उत्पादक देशों ने वैश्विक ऊर्जा बाजार को स्थिर करने के लिए तेल उत्पादन को समायोजित रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है. ये राष्ट्र किसी भी आपूर्ति व्यवधान को कम करने और भू-राजनीतिक अनिश्चितता के समय में तेल की कीमतें स्थिर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

तेल की कीमतों में अचानक वृद्धि के लिए भू-राजनीतिक तनाव के अलावे और भी कारण हो सकते हैं. यार्देनी रिसर्च के अनुसार, बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि संकट अल्पकालिक है या इजराइल और ईरान के बीच एक बड़ा युद्ध होता है. वांडा इनसाइट्स की वंदना हरि के अनुसार,इजरायल और फलस्तीन प्रमुख तेल उत्पादक देश नहीं हैं, लेकिन यह संघर्ष एक व्यापक प्रमुख तेल उत्पादक क्षेत्र में हो रहा है और यह आगे और बढ़ सकता है.

News Desk | 11:45 AM, Mon Oct 09, 2023

तो कल से ठप हो जाएगी अमेरिकी सरकार? जानिए क्या है ये शटडाउन

अमेरिका में अक्टूबर महीने की शुरुआत नए संकट के साथ होने वाली है. दरअसल अक्टूबर की पहली तारीख से अमेरिका के सामने जो सकंट आने वाला है, उसे शटडाउन कहा जाता है. इस संकट में अमेरिकी सरकार और अमेरिकी सरकार की एजेंसियां लगभग ठप हो जाती हैं. कुछ आपातकालीन सेवाओं को छोड़ बाकी फेडरल एजेंसियों का काम शटडाउन में रुक जाता है.

अमेरिकी सरकार के शटडाउन को टालने के लिए 29 सितंबर को अहम वोटिंग हुई. ऐसी उम्मीद थी कि हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में फौरी उपाय को मंजूरी मिल सकती थी, जो फिलहाल 30 दिनों के लिए अमेरिकी सरकार के शटडाउन को टाल सकता था. हालांकि सारी उम्मीदें उस समय धरी की धरी रह गईं, जब हाउस में फौरी उपाय के पक्ष में सिर्फ 198 वोट आए, जबकि विरोध में 232 वोट.

हाउस में जिस उपाय को पेश किया गया था, उसमें फेडरल एजेंसियों के खर्च में कटौती और इमिग्रेशन पर रोक जैसे प्रावधान शामिल थे. इस कारण हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में पास होने के बाद भी सीनेट में अटकने का खतरा था, क्योंकि सीनेट में राष्ट्रपति जो बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी बहुमत में है.

जब-जब अमेरिकी सरकार की फंडिंग को लेकर गतिरोध पैदा होता है, अमेरिका में सरकार के शटउाउन होने की नौबत आ जाती है. हालिया सालों में यह बार-बार दोहराई जाने वाली घटना बन गई है. ऐसी स्थिति में सारे नेशनल पार्क बंद हो जाते हैं. फेडरल गवर्नमेंट के करीब 40 लाख कर्मचारियों का वेतन रुक जाता है. वैज्ञानिक शोध कार्यों समेत कई ऐसी गतिविधियां प्रभावित हो जाती हैं, जो फेडरल गवर्नमेंट की फंडिंग से चलती हैं.

हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में टालने के उपाय के पास नहीं होने से अब 1 अक्टूबर से अमेरिकी सरकार का शटडाउन अपरिहार्य हो चुका है. साफ शब्दों में कहें तो अब अमेरिकी सरकार के शटडाउन को टालना संभव नहीं है. यह एक दशक से कम समय में चौथा शटडाउन है. चार महीने पहले भी अमेरिकी सरकार के सामने शटडाउन का खतरा पैदा हो गया था, जिसे किसी तरह अंतिम मौकों पर टाला जा सका था. उस समय ऐसी स्थिति आ गई थी कि इतिहास में पहली बार अमेरिकी सरकार के बॉन्ड का डिफॉल्ट होने वाला था.

बार-बार शटडाउन की नौबत आने से अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ता है. अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने भी इस बारे में आशंकाएं व्यक्त की हैं. उनका कहना है कि शटडाउन से अमेरिकी अर्थव्यवस्था की आगे बढ़ने की गति रुक सकती है, क्योंकि इससे छोटे व्यवसायों व बच्चों को सपोर्ट मुहैया कराने वाली जरूरी सरकारी योजनाएं कुछ समय के लिए बंद हो सकती हैं.

News Desk | 18:23 PM, Sat Sep 30, 2023

चीन की बढ़ गई मुसीबत, अब शेयर बाजार को डराने लगा रियल एस्टेट वाला संकट


दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन के सामने इन दिनों एक अभूतपूर्व संकट खड़ा हो गया है. रियल एस्टेट सेक्टर का संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रॉपर्टी का यह संकट अब चीन के शेयर बाजारों को भी डराने लग गया है. बाजार के निवेशकों को इस बात का डर सता रहा है कि प्रॉपर्टी क्राइसिस का सबसे खराब स्टेज अभी सामने नहीं आया है.

चीन में प्रॉपर्टी के संकट ने अर्थव्यवस्था की चाल धीमी करने में सबसे बड़ा रोल अदा किया है. हाल ऐसा हो गया है कि दशकों तक 10 फीसदी या उससे अधिक दर से वृद्धि कर रही अर्थव्यवस्था के लिए इस साल 5 फीसदी ग्रोथ रेट भी बहुत मुश्किल लक्ष्य लग रहा है. संकट के चलते चीन के शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों ने हाल-फिलहाल में भारी बिकवाली की है.

चीन का शेयर बाजार अभी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शेयर बाजार है. ब्लूमबर्ग न्यूज के एक सर्वे के अनुसार, चीन के शेयर बाजार के सामने अभी सबसे बड़ी समस्या रियल एस्टेट ही है. सर्वे में 15 एनालिस्ट व मनी मैनेजर्स की राय ली गई है. उनमें से 9 हांगकांग और चीन के हैं. ज्यादातर एनालिस्ट 2023 की अंतिम तिमाही के दौरान हाउसिंग सेक्टर को सबसे बड़ी चुनौती मान रहे हैं. भू-राजनीतिक तनाव को दूसरी सबसे बड़ी चुनौती बताया जा रहा है.

चीन के रियल एस्टेट सेक्टर में समस्या अचानक सामने नहीं आई है. एनालिस्ट मानते हैं कि समस्या बहुत पहले शुरू हो गई थी, लेकिन उसके साफ असर दो-तीन साल से दिखने शुरू हुए और अब वे नियंत्रण से बाहर हो चुके हैं. हाउसिंग सेक्टर में डिमांड काफी कमजोर है. बाजार में लिक्विडिटी की कमी है. बाजार को सरकार से आक्रामक राहत उपायों की उम्मीद थी, लेकिन सरकार की ओर से इस बारे में कोई संकेत नहीं मिल रहा है. ऐसे में संकट के गहराने की आशंका प्रबल हो गई है.

प्रॉपर्टी से जुड़े शेयरों को लेकर धारणा अभी 12 साल के निचले स्तर पर है. रियल एस्टेट सेक्टर कम डिमांड के बीच ओवर सप्लाई की समस्या से जूझ रहा है. चीन की आबादी 1.4 अरब है, जबकि बाजार में 3 अरब लोगों की जरूरत के लिए पर्याप्त घर तैयार हैं. एवरग्रांडे ग्रुप को लेकर अनिश्चितता बरकरार है, जो पूरे संकट के केंद्र में है. चीन की एक और बड़ी रियल एस्टेट कंपनी कंट्री गार्डन होल्डिंग्स पब्लिक बॉन्ड के डिफॉल्ट से बचने के लिए हाथ-पैर चला रही है. कुल मिलाकर देखें तो फिलहाल स्थिति ठीक नहीं मालूम पड़ती है.

News Desk | 18:13 PM, Sat Sep 30, 2023

UP International Trade Show: 21 सितंबर से शुरू, दिखेगी पूरे प्रदेश की झलक, जानिए- खास बातें

पूरे उत्तर प्रदेश की झलक अब आपको एक ही छत के नीचे दिखाई देगी. दरअसल, ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के इंडिया एक्सपो मार्ट (India Expo Mart) में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UP International Trade Show) 21 से 25 सितंबर के बीच होगा. इसका उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) करेंगी. ट्रेड शो में यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel), मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सहित अन्य लोग उपस्थित होंगे. इंडिया एक्सपोर्ट के सभागार में जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि प्रदेश का पहला यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 21 से 25 सितंबर तक चलेगा.

यूपीआईटीएस-2023 एक बी2बी और बी2सी शो है, जो यूपी की विकास गाथा में सामूहिक रूप से योगदान देने वाले कई क्षेत्रों को एक मंच प्रदान करेगा, उन सभी को वैश्विक मान्यता और सहयोग दिलाने के लिए एक साथ लाएगा. इस ट्रेड शो में यूपी के हर जिले से उधमी पहुंचेंगे. एक मंच पर बनारस की साड़ी, फिरोजाबाद की चूड़ियां, मिर्जापुर की कालीन और मेरठ के खेल के सामान दिखेंगे. यहां प्रदेश के 75 जिलों के प्रोडक्ट देखने को मिलेंगे.

जिलाधिकारी ने बताया कि इसमें केवल यूपी के उधमी ही शामिल होंगे. इसके अलावा इस इवेंट में 60 देशों के करीब 400 बायर्स पहुंच रहे हैं. इसमें 2,000 से ज्यादा एक्जीबिटर्स शामिल होंगे. प्रदेश के इंटरनेशनल इवेंट के लिए 70,000 बिजनेसमैन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. हमारा लक्ष्य करीब 2 लाख बिजनेसमैन को बुलाना है. काफी लोग इंटरेस्ट दिखा रहे हैं और संख्या बढ़ रही है.

उन्होंने बताया कि यह ट्रेड शो आम जनता के लिए बिल्कुल मुक्त होगा. एक ही छत के नीचे आम जनता यूपी के अलग-अलग जिलों के फेमस व्यंजन का भी लुत्फ उठा सकेगी. इसकी तैयारी में जिला प्रशासन जुटा हुआ है. ट्रैफिक व्यवस्था, लोगों के आने-जाने के संसाधन और अन्य चीजों को लेकर लगातार मीटिंग की जा रही है. ट्रेड शो में सुबह 11:00 से लेकर 3:00 बजे तक बिजनेस आवर होंगे. 3:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक आम जनता के लिए फ्री में एंट्री होगी.

News Desk | 13:49 PM, Thu Sep 14, 2023

गूगल सर्च में मोनोपॉली के लिए $10 अरब किए खर्च, अमेरिका में दर्ज हुआ मामला

दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल के खिलाफ अमेरिका में कार्रवाई हो रही है. अमेरिका के न्याय विभाग ने आरोप लगाया है कि गूगल सर्च में मोनोपोली के जरिए वह अनुचित लाभ कमा रही है. अगले 10 हफ्ते तक अमेरिका के वकील और अटार्नी जनरल यह साबित करने का प्रयास करेंगे कि गूगल ने कई जगहों पर अपने सर्च इंजन को डिफॉल्ट विकल्प के रूप में लॉक करके बाजार में मोनोपोली करने की कोशिश की है. Google Search पर यह आरोप है कि वह इसके जरिए अनुचित लाभ कमा रही है.

अमेरिकी सरकार के जस्टिस डिपार्टमेंट ने गूगल पर मुकदमा दायर किया है. Us Govt ने गूगल के स्वामित्व वाले अल्फाबेट पर इंटरनेट सर्च इंजन कारोबार में उसकी मोनोपोली कायम करने और गैरकानूनी इस्तेमाल कर लाभ कमाने का आरोप लगाया है. गूगल जैसी बड़ी कंपनी पर किया गया यह मुकदमा गूगल के खिलाफ उठाया गया पहला महत्वपूर्ण कदम है.

अमेरिकी सरकार ने गूगल पर एप्पल और अन्य स्मार्टफोन निर्माता के साथ किए गए सौदे के माध्यम से सर्च और सर्च इंजन एडवर्टाइजमेंट के बाजार में अपनी प्रभावी स्थिति को अवैध रूप से बचाने का आरोप लगाया है. गूगल पर आरोप है कि उसने एप्पल और अन्य स्मार्टफोन कंपनियों को सालाना $10 अरब देकर यह सुनिश्चित किया है कि फोन पर गूगल सर्च इंजन डिफॉल्ट स्टेटस में रहे. इससे गूगल सर्च के कारोबार में ग्रोथ का शानदार मौका मिलता है.

एप्पल और अन्य स्मार्टफोन कंपनियां अपने फोन में गूगल को डिफॉल्ट सर्च इंजन के रूप में रखती हैं. अमेरिका के न्याय विभाग के अनुसार इन्हीं वजह से सर्च इंजन मार्केट में गूगल प्रमुख नाम बना हुआ है. गूगल पर सर्च किए जाने वाले डिजिटल विज्ञापन और उनके रिजल्ट भी जांच के दायरे में हैं. इसके तहत सर्च हुए डिस्प्ले और वीडियो, विज्ञापन आदि शामिल हैं.

मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि डिजिटल एड स्पेस में गूगल का व्यवहार मोनोपोली वाला और अपने छोटे प्रतियोगियों को दबाकर रखने जैसा है. गूगल पर आरोप है कि वह सर्च इंजन कारोबार में किसी तरह की खोज को प्रभावित करता है, जिसकी वजह से यूजर को निराशा होती है.

गूगल ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है और उसका कहना है कि उसने लगातार यह सुनिश्चित किया है कि उसकी सेवा यूजर के लिए उपयोगी हो और सभी के लिए मुफ्त हो. इस बात पर जोर दिया है कि उसके द्वारा किए गए सभी सौदे कानूनी रूप से वैध है और कंपनियों की मदद करते हैं.

News Desk | 15:06 PM, Wed Sep 13, 2023

चीन पर सख्त हुआ भारत, पांच साल के लिए लगाया एंटी डंपिंग शुल्क, जानिए कारण

भारत और चीन के बीच कई मुद्दों को लेकर विवाद चला आ रहा है. अब भारत ने चीन के खिलाफ सख्त फैसला लिया है. भारत ने कुछ चीनी स्टील पर एंटी डंपिंग शुल्क लगाया. ये शुल्क पांच साल तक के लिए लगाया गया. इस बारे में इस्पात सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा ने जानकारी दी. भारतीय बाजार में चीन मुख्य रूप से कोल्ड-रोल्ड कोइल के साथ ही शीट का निर्यात करता है. सरकार पिछले काफी समय से इस्पात आयात की स्थिति पर निगरानी कर रही है. इसके बाद ही चीन पर एंटी डंपिंग शुल्क लगाया गया.

भारत और चीन के बीच स्टील आयात में पिछले साल की तुलना में इस साल अप्रैल से जुलाई के बीच 62 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई. तभी भारत सरकार ने ये बड़ा कदम उठाया लिया. भारत का सबसे बड़ा इस्पात निर्यातक बनने के लिए चीन ने दक्षिण कोरिया को पछाड़ते हुए 0.6 मिलियन मीट्रिक टन का सेल किया.

भारत में इस्पात आयात की बात करें तो भारत में साल 2020 के दौरान आयात नए रिकॉर्ड पर पहुंचा था. जिसमें 23 प्रतिशत की वृद्धि के बाद यह 2 मिलियन मीट्रिक टन तक हो पहुंच गया. ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका नए व्यापार टैरिफ के लिए बैठक कर रहे हैं.

पहले रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कई स्थानीय निर्माताओं और व्यापारिक अधिकारियों की पैरवी के बाद भी चीन से आयतित चुनिंदा स्टील पर भारत चीन पर काउंटरवेलिंग ड्यूटी नहीं लगाएगा. यह भी कहा गया था कि मंत्रालय ने पांच साल के लिए चीन से आयातित कुछ स्टील शीट उत्पादों पर सीवीडी लगाने की सिफारिश को खारिज कर दिया. कहा जा रहा है कि वित्त मंत्रालय ने ये फैसला स्टील का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों को ज्यादा कीमतों से बचाना मुख्य उद्देश्य है.

News Desk | 14:55 PM, Wed Sep 13, 2023

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Monsoon hits Himachal's tourism industry, hotel occupancy drops to all-time low,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday,Tourists are cancelling their hotel reservations and holiday trips in popular tourist spots in Himachal Pradesh as heavy rain continues to lash the hill state. Over 50 people have died in rain-related incidents in the state as of Monday.

Editor | 10:53 AM, Wed Aug 16, 2023