Lok Sabha Election 2024: बिहार में इस बार का लोकसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है. एक ओर पप्पू यादव ने पूर्णिया सीट पर अड़े हुए हैं. तो वहीं दूसरी तरफ लालू यादव ने अपनी दोनों बेटियों को चुनावी मैदान में उतार दिया है. राजद ने कल मंगलवार को अपने 22 उम्मीदवारों की घोषणा की, जिसमें लालू यादव की दोनों बेटियों का नाम शामिल हैं. बेटी रोहिणी आचार्य जिन्होंने पहली बार इस वर्ष राजनीति के मैदान में अपना कदम रखा है. राजद ने रोहिणी आचार्य को सारण लोकसभा सीट से टिकट दिया है, जबकि पाटलिपुत्र से मीसा भारती को चुनावी मैदान में उतारा है. मीसा भारती पहले भी चुनाव लड़ चुकी हैं. तो जानते हैं कि दोनों बेटियों के लिए चुनाव में क्या-क्या चुनौतियां आ सकती हैं:
रूडी बनेंगे चुनौती
रोहिणी आचार्य अपने पती के साथ सिंगापुर में रहती हैं. रोहिणी आचार्य पिता लालू प्रसाद यादव को अपनी एक किडनी दान देने के बाद वे चर्चा में आई. उन्हें राजद ने सारण लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. लेकिन यहां रोहिणी को चुनौती का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकी यहां पिछले दो चुनावों से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. रोहिणी का इस सीट से मुकाबला बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी से होने वाला है. रूडी 2014 से लगातार यहां के सांसद हैं. रूडी ने 2014 में राबड़ी देवी को हराया था. हालांकि 2004 और 2009 में वे लालू यादव से हार गए थे. रूडी सारण में कुल 4 बार चुनाव में जीत हासिल की. रोहिणी आचार्य के लिए राजीव प्रताप रूडी चुनौती बन सकते हैं.
पाटलिपुत्र सीट पर भी भाजपा का कब्जा
पाटलिपुत्र सीट से भी चुनाव रोचक होने वाला है. राजद ने अपनी दूसरी बेटी मीसा भारती को पाटलिपुत्र से उम्मीदवार बनाया है. मीसा भारती, जिन्होंने 2014 में राजनीति की दुनिया में अपना कदम रखा. इस वर्ष पाटलिपुत्र सीट से मीसा भारती पहली बार चुनाव लड़ी, जिसमें भाजपा ने उन्हें मात दी थी. पाटलिपुत्र पर भी 2009 से अब तक बीजेपी का कब्जा चला आ रहा है. बीजेपी ने रामकृपाल यादव को यहां से टिकट दिया है. यहां मीसा भारती के लिए रामकृपाल यादव चुनौती बनेंगे. पाटलिपुत्र इलाके में रामकृपाल यादव एक मजबूत नेता माने जाते हैं. रामकृपाल यादव ने 2009 में लालू यादव को चुनाव में हराया था.