रांची: झारखंड में INDI Alliance में दरार आ गई है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने गठबंधन से नाता तोड़ लिया है. CPI ने गठबंधन से अलग होकर चार सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. चतरा, लोहरदगा, पलामू और दुमका सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गयी है. पार्टी की प्रदेश इकाई ने गठबंधन में एक भी सीट नहीं मिलने पर यह फैसला किया है.
पार्टी की ओर से आधिकारिक तौर पर जारी पत्र के अनुसार, पलामू से अभय भुइयां, लोहरदगा से महेंद्र उरांव, चतरा से अर्जुन कुमार और दुमका से राजेश कुमार किस्कू उम्मीदवार बनाए गए हैं. पार्टी के सचिव महेन्द्र पाठक और पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने बताया कि पार्टी कुछ और सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी.
पार्टी के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद कुमार पांडेय ने सोमवार को बताया कि पहले हमारी पार्टी गठबंधन का हिस्सा थी, लेकिन अब हम स्वतंत्र रूप से झारखंड के चुनाव मैदान में हैं. हमने गठबंधन के तहत सिर्फ एक सीट हजारीबाग देने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन उन्होंने इसे नहीं माना. हमारी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद ने राज्य कमेटी को इसपर निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया था.
हजारीबाग सीट पर CPI के भुवनेश्वर मेहता वर्ष 1991 और 2004 में चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे. इसी आधार पर पार्टी इस सीट पर दावेदारी कर रही थी.
INDI Alliance में इस बार हजारीबाग सीट कांग्रेस को दी गई है, जहां से मांडू क्षेत्र के विधायक जयप्रकाश भाई पटेल उम्मीदवार बनाए गए हैं. गठबंधन ने राज्य में सीट शेयरिंग का जो फॉर्मूला तैयार किया है, उसमें वामपंथी दलों में मात्र CPI एमएल को कोडरमा की एक सीट दी गई है. इस सीट पर बगोदर क्षेत्र के CPI एमएल विधायक विनोद सिंह उम्मीदवार बनाए गए हैं.
CPI ने मांगी थी सिर्फ हजारीबाग सीट
CPI की ओर से गठबंधन में से सिर्फ हजारीबाग लोकसभा सीट मांगी गई थी. पार्टी की ओर से तर्क दिया गया था कि हजारीबाग से CPI के पूर्व राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता दो बार सांसद रह चुके हैं. पार्टी का वहां व्यापक जनाधार है, इसलिए हजारीबाग सीट पर CPI का दावा बनता है लेकिन गठबंधन में हजारीबाग सीट कांग्रेस के खाते में चली गई है. कांग्रेस ने विधायक जेपी पटेल को हजारीबाग से उम्मीदवार बनाया गया है. इसके बाद CPI ने गठबंधन से अलग होने का फैसला लिया.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार