आरएलजेपी प्रमुख पशुपति कुमार पारस अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. पशुपति कुमार पारस ने बताया कि वे चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे. पशुपति कुमार पारस की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी एनडीए में ही बरकरार रहेगी. पशुपति पारस ने आज शनिवार को अपने एक्स पर एनडीए को समर्थन देने की जानकारी दी है. पशुपति पारस ने X पर लिखा कि हमारी पार्टी आरएलजेपी, एनडीए का अभिन्न अंग है! माननीय प्रधानमंत्री हमारे भी नेता है, उनका निर्णय हमारे लिए सर्वोपरि है.
लोकसभी चुनाव के लिए एक भी सीट नहीं मिलने पर पशुपति पारस ने केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था और अपने X अकाउंट से मोदी का परिवार वाला बायो हटा दिया था. इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा, ‘मेरे और मेरी पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई. हमें एक भी सीट नहीं दी गई.’ दरअसल, सीट शेयरिंग में पशुपति पारस को एक भी सीट नहीं दी गई थी. जबकी चिराग पासवान की एलजेपीआर को 5 लोकसभा सीटें मिली थी.
बता दें कि एनडीए में सीट शेयरिंग में बीजेपी 17, जेडीयू 16, चिराग पासवान की एलजेपीआर को 5, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम को एक और जीतन राम मांझी को एक सीट दिया गया है. लेकिन पशुपति पारस के खाते में एक भी सीट नहीम आई थी. जिसके बाद वे नाराज चल रहे थें.