बरवल पिपरा गांव के हरहा नदी के पास बने रेल पटरी के किनारे एक मगरमच्छ का शव मिला है. जानकारी के अनुसार मगरमच्छ हरहा नदी से निकलकर रेलवे ट्रैक पार कर रहा था तभी वहां से गुजर रही ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई. पिछले वर्ष भी औसानी हाल्ट के पास दो मगरमच्छ की ट्रेन से कटकर उनकी मौत हो गई थी. इस घटना की जानकारी स्थानीय लोगों ने वन विभाग को दी. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने मगरमच्छ को अपने कब्जे में ले लिया.
बता दें कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व अंतर्गत गंडक नदी में सैकड़ों की तादाद में मगरमच्छ पाए जाते हैं. देश में चंबल नदी के बाद गंडक नदी में ही मगरमच्छ और घड़ियाल बहुतायत संख्या में पाए जाते हैं. अक्सर मगरमच्छ गंडक नदी से बाहर निकलकर रिहायशी इलाकों के अलावा सड़क और रेलवे ट्रैक पर आ जाते हैं, जिससे उनकी जान पर बन आती है.