दिल्ली शराब घोटाले मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने बीते 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. इस मामले को लेकर जर्मनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने टिप्पणी की थी. जिसका भारत ने कड़ा विरोध किया है. भारत ने कहा कि ये हमारा आंतरिक मामला है. इसमें जर्मनी को हस्तक्षेप करने की जरूरत नहीं है.
भारत के आंतरिक मामलों में टिप्पणी का हवाला देते हुए केंद्र सरकार ने शनिवार को जर्मन दूतावास के उप प्रमुख जॉर्ज एनजवीलर को तलब किया था. जिसके बाद जॉर्ज एनजवीलर ने शनिवार को विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की.
जर्मनी ने क्या की थी टिप्पणी?
जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर कहा कि ‘भारत एक लोकतांत्रिक देश है. हम उन मानकों में विश्वास करते हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बुनियादी लोकतांत्रिक मूल्य से संबंधित सिद्धांत भी इस मामले में लागू किए जाएंगे.’ जर्मनी ने कहा ‘केजरीवाल निष्पक्ष सुनवाई के हकदार हैं, उनको बिना किसी प्रतिबंध के सभी कानूनी रास्तों के उपयोग का हक मिलना चाहिए.’