कॉलेज से स्कूल में ट्रांसफर के खिलाफ छात्राओं ने पटना की सड़कों पर उतर आए. छात्राओं ने बिहार सरकार को इस आदेश को फौरन वापस लेने की मांग की. इस आदेश के खिलाफ छात्राओं ने पटना के बीजेपी और जेडीयू ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और आदेश वापस नहीं लेने पर बड़े आंदोलन छेड़ने की चेतावनी भी दे दी है.
छात्रों की मांग
बता दें कि शिक्षा विभाग ने 11वीं के छात्रों को कॉलेज की बजाय 10+2 स्कूल में एडमिशन लेने का आदेश दिया था. जिसका छात्र विरोध कर रहे हैं. छात्राओं ने वी वांट जस्टिस के नारे के साथ पटना की सड़कों पर प्रदर्शन किया. उन्होंने सरकार से इस आदेश को फौरन वापस लेने की मांग की. छात्रों ने कहा कि सरकार ने ये आदेश क्यों जारी किया, ये हमें नहीं पता लेकिन बीच सेशन में हम पढ़ाई छोड़कर कैसे जा सकते हैं. ऐसे में तो हमें न स्कूलों में एडमिशन मिलेगा और न ही हम अपनी पढ़ाई अच्छे से कर पाएंगे. इसलिए सरकार जल्द से जल्द ये आदेश वापस ले, नहीं तो छात्रों का प्रदर्शन जारी रहेगा.
सरकार के नए नियम
सरकार के नए नियम के अनुसार वर्ष 2023-2025 बैच के इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं को ओएफएसएस वेब पोर्टल (Online Facilitation System for Students) पर 21 मार्च से 31 मार्च के बीच प्लस टू का विकल्प भरना होगा. विकल्प भरने के बाद उसी के अनुसार सभी स्टूडेंट का ट्रांसफर किया जाएगा.
शिक्षा विभाग ने 21 फरवरी 2024 को एक आदेश जारी किया था. जिसके अनुसार वर्ष 2023-2025 बैच के इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई कॉलेजों में नहीं होगी. इसके बाद राज्य कैबिनेट ने भी इसकी मंजूरी दे दी थी.