सक्षमता परीक्षा आज यानी बुधवार को खत्म हो गई है. परीक्षा के लिए आवेदकों को फॉम पर अपना एसटेट, बीटेट, सीटेट का सर्टिफिकेट अपलोड करना अनिवार्य था. अब इसके बाद नवादा जिले से एक मामला सामने आया कि कई ऐसे शिक्षक हैं, जिनके पात्रता सर्टिफिकेट पर एक से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं. मामला सामने ने के बाद शिक्षा विभाग ऐक्शन मोड में आई. शिक्षा विभाग की जांच के दौरान 860 ऐसे शिक्षक मिले हैं, जिनके एसटेट, बीटेट, सीटेट सर्टिफिकेट पर एक से अधिक शिक्षक अलग-अलग जिलों में कार्यरत हैं. ऐसे में ये पता करना कठीन हो रहा है कि कौन शिक्षक फर्जी सर्टिफिकेट पर काम कर रहे हैं और किनका सर्टिफिकेट ओरिजिनल है.
7-12 मार्च कर होगा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
इसका पता लगाने के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने डुप्लीकेट सर्टिफिकेट को लेकर 860 शिक्षकों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन करने के लिए निर्देशित दिया है. वेरिफिकेशन की प्रक्रिया गोपनीय ढंग से की जा रही है. यह आज 7 मार्च गुरुवार से 21 मार्च तक चलेगी. सीरियल नंबर के अनुसार शिक्षकों को अपने पूरे डॉक्यूमेंट लेकर समिति के कार्यालय पहुंचना होगा.
इस जांच से समिति में ये तय करेगा कि किसका सर्टिफिकेट ओरिजिनल है और किसका डुप्लीकेट. जिसका भी डॉक्यूमेंट डुप्लीकेट पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
ऐसे शिक्षक भी हैं जो संदेह के घेरे में हैं. यह शिक्षक वर्षो से नौकरी कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि अगर जांच के दौरान शिक्षकों का सर्टिफिकेट फर्जी मिला तो इनकी नौकरी जाएगी, साथ ही इन पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.