प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में पहली बार नदी के अंदर रेल परिवहन सुरंग में मेट्रो का उद्घाटन किया है. पीएम बुधवार (6 मार्च) को कोलकाता मेट्रो के हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड खंड का उद्घाटन करने के बाद से छात्रो के साथ भारत की पहली अंडरवॉटर मेट्रो रेल में सवार हुए. इस दौरान उन्होंने छात्रों के साथ बातचीत भी की.
बता दें कि हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड मेट्रो खंड भारत में किसी भी नदी के नीचे बनने वाली पहली परिवहन सुरंग है. इसे हरी झंडी दिखाने के बाद यातायात के लिए ये लाईन खुल गई है. कोलकाता की हुगली नदी के नीचे बनी यह सुरंग, हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच दो स्टेशनों को जोड़ेगी.
क्या है इसकी खासियत?
16.6 किलोमीटर लंबे ईस्ट-वेस्ट मेट्रो में ही हुगली नदी का सुरंग भी मौजूद है. जो कि 10.8 किलोमीटर भूमिगत है तो वहीं दो स्टेशनों– हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच सुरंग की कुल लंबाई 4.8 किमी की है. इसमें 1.2 किमी सुरंग हुगली नदी में 30 मीटर नीचे है, जो इसे ‘किसी भी बड़ी नदी के नीचे देश की पहली परिवहन सुरंग’ बनाती है. इसके अलावा, हावड़ा मेट्रो स्टेशन देश का सबसे गहरा स्टेशन भी माना जाएगा. यह सुरंग ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना का एक हिस्सा है जो सेक्टर पांच से शुरू होती है और वर्तमान में सियालदह में समाप्त होती है.
मेट्रो रेल के अनुसार, इस कॉरिडोर की पहचान 1971 में शहर के मास्टर प्लान में की गई थी. मेट्रो रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्रा ने कहा, ‘हावड़ा और कोलकाता, पश्चिम बंगाल के दो सदियों पुराने ऐतिहासिक शहर हैं और यह सुरंग हुगली नदी के नीचे से इन दोनों शहरों को आपस में जोड़ेगी.’