नई दिल्ली: इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) मानेसर ने सोमवार को ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को पहला पीएलआई-ऑटोमोटिव सर्टिफिकेट दे दिया. आईसीएटी मानेसर, भारी उद्योग मंत्रालय (एमएचआई) सरकार के तहत राष्ट्रीय ऑटोमोटिव बोर्ड (एनएबी) के प्रभागों में से एक है.
यह प्रमाणपत्र एमएचआई के अतिरिक्त सचिव डॉ. एस. जे. धींगर द्वारा ओला इलेक्ट्रिक के इंजीनियरिंग प्रमुख और सीनियर वीपी डॉ. हनीफ कुरैशी को आईसीएटी के निदेशक सौरभ दलेला की मौजूदगी में सौंपी गई. आईसीएटी से यह प्रमाणपत्र ‘मेक इन भारत’ अभियान के प्रति उनके समर्पण और घरेलू उत्पादन पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए मिला है.
भारी उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि एमएचआई ने 2021 में ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग के लिए पीएलआई योजना शुरू की थी. इस योजना के तहत ओला इलेक्ट्रिक की बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन ने ऑटोमोटिव पीएलआई प्रमाणपत्र के लिए 50 प्रतिशत (न्यूनतम) डीवीए के मानदंडों को पूरा किया है. इस क्रांतिकारी योजना का उद्देश्य उन्नत ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (एएटी) उत्पादों के स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देना और निवेश आकर्षित करना है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार