संदेशखाली केस का आरोपी टीएमसी नेता शेख शाहजहां को पश्चिम बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इसे मिनाखान इलाके से गुरुवार (29 फरवरी) सुबह गिरफ्तार किया है. शाहजहां शेख ईडी टीम पर हमले के बाद 55 दिन से फरार चल रहा था. उसके कई सहयोगियों को पुलिस पहले ही गिरफ्त में ले चुकी है.
मिनाखान के एसडीपीओ अमीनुल इस्लाम खान ने बताया कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने उत्तर 24 परगना के मिनाखान इलाके से शाहजहां शेख को अरेस्ट कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद पहले उसे गुरुवार सुबह बशीरहाट सब-डिविजनल कोर्ट में लाया गया. यहां उसे कोर्ट लॉकअप में रखा गया है. दोपहर 2 बजे उसे बशीरहाट कोर्ट में पेश किया जाएगा.
इससे पहले कलकत्ता हाईकोर्ट ने बुधवार को निर्देश दिया था कि महिलाओं पर यौन अत्याचार और संदेशखाली में जमीन हड़पने के मुख्य आरोपी तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख को सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या पश्चिम बंगाल पुलिस में से कोई भी गिरफ्तार कर सकती है. राज्य के एडवोकेट जनरल की अर्जी पर अदालत ने 26 फरवरी के अपने आदेश को स्पष्ट दिया था कि पुलिस प्राधिकारी शेख को गिरफ्तार करे. मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि अदालत ने अपने 7 फरवरी के आदेश में केवल ईडी अधिकारियों पर हमले की जांच के लिए एकल पीठ की ओर से सीबीआई और पश्चिम बंगाल पुलिस की संयुक्त विशेष जांच टीम (एसआईटी) के गठन पर रोक लगाई थी.
बता दें कि शाहजहां शेख जनवरी से ही फरार चल रहा था. 5 जनवरी को राशन घोटाले से संबंधित एक तलाशी अभियान के दौरान जब ईडी की टीम शाहजहां शेख के ठिकानों पर पहुंची थी तो उसके समर्थकों ने ईडी की टीम पर हमला कर दिया था. इस हमले में ईडी के कई अधिकारी घायल हुए थे. इस हमले के बाद पुलिस को कड़ी कार्रवाई करते हुए शाहजहां शेख के सहयोगी शिबू हाजरा और उत्तम सरदार को गिरफ्तार कर लिया था. हालांकि, शाहजहां शेख खुद लापता था.
संदेशखाली में 9 फरवरी से काफी बवाल हो रहा है. दरअसल, यह इलाका शाहजहां शेख के दबदबे वाला है. 8 फरवरी से स्थानीय महिलाओं ने शाहजहां शेख और उसके समर्थकों के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया. महिलाओं का आरोप था कि शाहजहां शेख और उसके लोग महिलाओं का यौन शोषण भी करते थे. 9 फरवरी को प्रदर्शनकारी महिलाओं ने शाहजहां समर्थक हाजरा के तीन पोल्ट्री फार्मों को जला दिया. महिलाओं का दावा था कि वे स्थानीय ग्रामीणों से जबरन छीनी गई जमीन पर बने थे.