अररिया: फारबिसगंज के तेरापंथ भवन में जैन धर्म के दिगंबर संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समाधि पर मंगलवार को विनयांजलि सभा का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित हुए. नवकार महामंत्र के जाप से शुरू हुई इस श्रद्धांजलि सभा में आचार्य श्री के चित्र पर उपस्थित लोगों ने शीश झुका कर उनके चरणों में अपनी भावांजलि अर्पित की.
मौके पर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष निर्मल मरोठी ने अपने संबोधन में आचार्य श्री के विशिष्ट क्षणों का स्मरण करके उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने 26 वर्ष की आयु में ही आचार्य पद को सुशोभित किया.
दिगंबर समाज के अध्यक्ष बिनोद सरावगी ने उन्हें युग दृष्टा, विश्व गुरु, मानवता एवं जीवदया के मसीहा, गौरक्षा प्रणेता,आत्मनिर्भर भारत अभियान एवं बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ अभियान के पद प्रदर्शक, देश को इंडिया नहीं भारत बोलो का नारा बुलंद करने वाले बताते हुए कहा कि उनका महापर्यान साधना-समाधि-सिद्धत्व की यात्रा के अगले पड़ाव हेतु हुआ है.
मौके पर श्री श्वेतांबर मंदिर मार्गी समाज के अध्यक्ष मूलचंद गोलछा ने कहा कि आचार्य श्री के देवलोक गमन से जैन समाज के साथ-साथ अन्य धर्मावलंबी भी काफी मर्माहत तथा व्यथित हैं तथा यह पूरे मानव समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है.
तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा सरिता सेठिया ने महा मुनिराज को अपने तन- मन और समय को मानव मात्र के कल्याण एवं आध्यात्मिक विकास हेतु लगाने वाला एक युग पुरुष बताया तथा जेल में सजा पा रहे कैदियों के बीच हस्तकर्घा अभियान की भी सराहना की. अग्रवाल महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष अजातशत्रु अग्रवाल ने आचार्य श्री को भारत रत्न से अलंकृत किए जाने एवं उनके महाप्रयाण वाले दिन 18 फरवरी को राष्ट्रीय संत दिवस घोषित करने के राष्ट्रव्यापी मांग का प्रस्ताव प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजने को कहा.
विनयांजलि सभा में अणुव्रत समिति के उपाध्यक्ष पंकज समदरिया, तेरापंथ महिला मंडल की सचिव बिना वैद तेरापंथ यूवा परिषद के सचिव आशीष गोलछा, साधु मार्गी संघ के संदीप झावक, मारवाड़ी युवा मंच के समाज उत्थान समिति के प्रदेश अध्यक्ष आदर्श गोयल, सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष मांगीलाल गोलछा, एक पहल के संस्थापक अध्यक्ष आयुष अग्रवाल आदि ने भी अपने भावभीनी उद्बोधन दिया.
सकल जैन समाज के संयोजक तथा मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष बछराज राखेचा ने विनयांजलि कार्यक्रम के आयोजन हेतु सभी लोगों के प्रति विशेष रूप से सभा के अध्यक्ष निर्मल मरोठी, सुमन डागा, प्रभा सेठिया नीलम बोथरा, बिनोद सरावगी के प्रति आभार जताया. विनयांजलि सह भावांजलि सभा का समापन वरिष्ठ उपासीका प्रभा सेठिया के श्लोक के पठन के साथ हुआ.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार