प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय वाराणसी के दौरे पर हैं. पीएम मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में अमूल प्लांट सहित 13202 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया. मोदी ने कहा कि इस विकास परियोजनाओं में पशुपालन, रोड, स्पोर्ट्स कौशल विकास, पर्यटन, स्वास्थ्य, एलपीजी समेत कई अन्य प्रोजेक्ट हैं. इससे बनारस समेत पूरे पूर्वांचल के लिए नौकरी के अवसर बनेंगे. काशी और पूर्वांचल में कुछ भी अच्छा होता है तो मेरा खुश होना स्वाभाविक है. आज बहनें दूध के सप्लाई से लखपति बन रही हैं. साथियों बनास डेयरी प्लांट का उद्घाटन 2 साल पहले किया गया था. उस समय मैंने गोपालकों को इस प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने की गारंटी दी थी आज मोदी की गारंटी का परिणाम आप लोगों के सामने है. इसलिए तो आज लोग कहते हैं कि मोदी की गारंटी काम पूरा होने की गारंटी है.
मोदी ने विपक्ष पर बोला हमला
इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोला. मोदी ने कहा कि जिनके अपने होश ठिकाने नहीं वो मेरे काशी के बच्चों को नशेड़ी कह रहे हैं. ये अपने परिवार और वोटबैंक के अलावा कुछ नहीं सोच सकते है और जब परिणाम निल बट्टा सन्नाटा आता है, तो वह एक-दूसरे को गाली देते हुए अलग हो जाते हैं. उन्हें पता नहीं कि ये बनारस है यहां सबको सही और गलत की जानकारी है. यहां इंडी गठबंधन का पैतरा नहीं चलेगा. आगे उन्होंने कहा कि आज देश के हर दलित को, हर पिछड़े को एक और बात ध्यान रखनी चाहिए. हमारे देश में जाति के नाम पर उकसाने और उन्हें लड़ाने में भरोसा रखने वाले इंडी गठबंधन के लोग दलित, वंचित के हितों की योजनाओं के खिलाफ रहते हैं. जाति की भलाई के नाम पर ये इंडी गठबंधन अपने परिवार के स्वार्थ की राजनीति करते हैं.
संत रविदास की नई प्रतिमा का लोकार्पण
प्रधानमंत्री संत गुरु रविदास की 647वीं जयंती समारोह में भी शामिल हुए. आज उन्होंने यहां संत रविदास की प्रतिमा का अनावरण किया. इसके साथ ही संत गुरु रविदास जन्मस्थली का दौरा किया. उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. इस दौरान मोदी ने कहा कि आज मुझे संत रविदास जी की नई प्रतिमा के लोकार्पण का भी सौभाग्य मिला है. संत रविदास म्यूजियम की आधारशिला भी आज रखी गई. मैं आप सभी को इन विकास कार्यों की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “यहां का सांसद होने के नाते, काशी का जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरी विशेष जिम्मेदारी भी बनती है कि मैं बनारस में आप सबका स्वागत भी करूं और आप सबकी सुविधाओं का खास खयाल भी रखूं. मुझे खुशी है कि संत रविदास जी की जयंती पर मुझे इन दायित्वों को पूरा करने का अवसर मिला है.”