पूर्वी चंपारण: जिला से सटे नेपाल के वीरगंज में दो पक्षों के बीच हुए हिंसा और तनाव के बाद सोमवार को लगाए गए कर्फ्यू के बाद हालात सामान्य हुए हैं, जिसके बाद वीरगंज जिला प्रशासन ने मंगलवार की सुबह 6 बजे से दिन के 10 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी. कर्फ्यू में ढील के बाद बड़ी संख्या में दोनो ओर फंसे भारतीय व नेपाली नागरिकों ने शंकराचार्य गेट और मैत्री पुल होकर आवाजाही की. शहर के नागरिकों ने आवश्यक समानों की खरीददारी की.
नेपाल के पर्सा जिला के अधिकारी दिनेश सागर भुसाल ने बताया कि जारी अनिश्चित कालीन कर्फ्यू के बीच आम नागरिकों की सुविधा के लिए मंगलवार की सुबह 6 बजे से 10 बजे तक ढील दी गई. उन्होंने नागरिकों से शांति सद्भाव की अपील करते हुए कहा कि अनिश्चित कालीन कर्फ्यू का आदेश यथावत है केवल रियायत दी गई है. वीरगंज के मेयर राजेश मान सिंह ने भी हालत पर दुःख जताते हुए शांति सद्भाव की अपील की है.
उल्लेखनीय है कि नेपाल के रौतहट जिला के ईश नाथ नगर पालिका क्षेत्र अन्तर्गत मोतीपुर में सरस्वती पूजा के प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो पक्षों में हुए विवाद और झड़प की आंच वीरगंज पहुंची और देखते ही देखते रौतहट के बाद वीरगंज भी तनाव ग्रस्त हो गया है. रौहतट की घटना के विरोध और दोषियो पर कारवाई की मांग को लेकर आहूत वीरगंज बंद और प्रदर्शन के बाद स्थिति बिगड़ गई और पूरा शहर तनाव ग्रस्त हो गया, जिसके बाद सोमवार की शाम 5 बजे से कर्फ्यू लगा दिया गया. पुलिस ने स्थिति नियंत्रण के लिए लाठी चार्ज, दर्जनों राउंड अश्रु गैस के गोले छोड़े. इस दौरान करीब दो दर्जनों से ज्यादा लोग घायल और चोटिल हुए है.
वीरगंज की हालात को लेकर रक्सौल बॉर्डर पर एसएसबी अलर्ट मोड पर है. साथ ही मोतिहारी डीएम सौरभ जोरवाल व एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने भी पुलिस और प्रशासन को हालत पर नजर रखने का निर्देश जारी किया है. नेपाल और भारत की ओर से केवल एंबुलेंस व जरूरी सेवा के आवागमन की अनुमति दी गई है. पैदल यात्रियों को पहचान दिखाकर स्थिति के अनुसार मैत्री पुल होकर आने जाने की अनुमति दी गई है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार