बिहार में नीतीश सरकार में घमासान मचा है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला किया. फिर कुछ देर के बाद ही रोहिणी ने सोशल मीडिया पर लिखी बात को डिलीट भी कर दिया और अब भाजपा ने अपने सारे विधायकों को पटना बुला लिया है.
बता दें कि रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर लिखा था- “अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते हैं बदतमीजियां…”. फिर आगे लिखा- “खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य. विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट.” उन्होंने फिर लिखा- “समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है”. बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर लिखी रोहिणी की बातों से सीएम नाराज हो गए और कैबिनेट बैठक के दौरान रूखे-रूखे रहे.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू-भाजपा ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और इसी गठबंधन को सरकार चलाने के लिए जनमत मिला था. लेकिन बीच में नीतीश कुमार ने भाजपा से दूरी बना ली और महागठबंधन के मुख्यमंत्री बन गए. बिहार विधानसभा में संख्या के लिहाज से राजद पहले नंबर पर है. उसके पास 79 विधायक हैं. इसके बाद भाजपा है. भाजपा के पास 78 विधायक हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के पास विधायकों की संख्या 45 है. ऐसे में भाजपा विधायकों का पटना बुलाया जाना महागठबंधन सरकार की अस्थिरता की खबर को आगे बढ़ा रहा है.