पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के बिहार डायरी एवं कैलेंडर-2024 का लोकार्पण किया। बिहार कैलेंडर ‘बिहार ने दिखाई राह’ थीम पर केंद्रित है।जनवरी माह के पृष्ठ पर महिला सशक्तीकरण थीम को दर्शाया गया है। बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं को सामाजिक, शैक्षणिक, आर्थिक और राजनैतिक रूप से सबल बनाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
फरवरी माह के पृष्ठ पर बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘जीविका’ को दर्शाया गया है। यह परियोजना बिहार में महिलाओं के विकास, सशक्तीकरण एवं ग्रामीण गरीबी के उन्मूलन के लिए कार्य कर रही है। मार्च माह के पृष्ठ पर कृषि रोड मैप को दर्शाया गया है, जो मुख्यमंत्री नीतीश के विजन का परिणाम है। कृषि के समेकित विकास और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए राज्य में कृषि रोड मैप बनाकर योजनाएं चलाई जा रही हैं। अप्रैल माह के पृष्ठ पर मुख्यमंत्री साइकिल योजना और मुख्यमंत्री पोशाक योजना को दर्शाया गया है।
मई माह के पृष्ठ पर लोक सेवा का अधिकार अधिनियम एवं बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम योजना को दर्शाया गया है। जून माह के पृष्ठ पर समाज सुधार अभियान को दर्शाया गया है। समाज में प्रचलित एवं पारंपरिक रूप से चली आ रही दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी कुरीतियों को दूर करने एवं नशा मुक्ति के लिए सरकार ने समाज-सुधार अभियान चलाया। जुलाई माह के पृष्ठ पर हर घर तक नल का जल एवं हर घर तक पक्की गली-नाली योजना को दर्शाया गया है। राज्य सरकार के सात निश्चय अन्तर्गत मुख्यमंत्री की प्रेरणा से वर्ष 2016 से राज्य भर में ‘हर घर नल का जल’ निश्चय का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
अगस्त माह के पृष्ठ पर स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को दर्शाया गया है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार सरकार शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति की नई इबारत लिख रही है। राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर 10 वीं एवं 12 वीं पास छात्र-छात्राओं को उच्चतर शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 02 अक्टूबर, 2016 से स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की गई। सितंबर माह के पृष्ठ पर स्मार्ट प्री-पेड मीटर योजना के बारे में बताया गया है। ऊर्जा के क्षेत्र में बिहार दिन-प्रतिदिन प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। बिहार देश का पहला राज्य है, जहां बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। अब तक 22 लाख 90 हजार से भी अधिक स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाकर बिहार देश में पहले स्थान पर है।
अक्टूबर माह के पृष्ठ पर जल-जीवन-हरियाली अभियान को दर्शाया गया है। बिहार को सुंदर, हरित और स्वच्छ बनाने, जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों से कारगर ढंग से निपटने तथा पारिस्थितिकीय संतुलन बनाए रखने के लिए बापू की 150 वीं जयंती के अवसर पर 02 अक्टूबर, 2019 से राज्य में जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरूआत की गई। नवंबर माह के पृष्ठ पर गंगा जल आपूर्ति योजना को दर्शाया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा परिकल्पित जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत ‘गंगा जल आपूर्ति योजना’ के माध्यम से राजगीर, गया, बोधगया एवं नवादा शहरों को वर्षभर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
दिसंबर माह के पृष्ठ पर गया जी डैम के बारे में बताया गया है। विश्व प्रसिद्ध गयाजी के विष्णुपद मंदिर के पास मोक्षदायिनी फल्गू नदी में पिंडदान के लिए बड़ी संख्या में हर वर्ष देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। पुराणों में पिंडदान और तर्पण के लिए गया जी को सबसे पवित्र बताया गया है लेकिन फल्गू नदी में पानी नहीं रहने के कारण श्रद्धालुओं को तर्पण करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। मुख्यमंत्री की प्रेरणा से फल्गू नदी पर आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों की देखरेख में 411 मीटर लंबे, 95 मीटर चौड़े और तीन मीटर ऊंचे रबर डैम का निर्माण करवाया गया।
इस कैलेंडर में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को दर्शाया गया है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना राज्य की बालिकाओं के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है जो वर्ष 2018 में शुरू की गयी थी। इस योजना के अन्तर्गत अविवाहित कन्याओं को इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने पर 25,000 रुपये दिये जाते हैं। स्नातक उत्तीर्ण करने पर उन्हें 50,000 रुपये की राशि दी जाती है। इस योजना के अन्तर्गत कन्याओं को कुल 94,100 रुपये की राशि देने का प्रावधान है।
साभार- हिन्दुस्थान समाचार