बेगूसराय: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा चयनित शिक्षकों को छठ के दौरान दूसरे जिलों में प्रशिक्षण के लिए भेजने का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विरोध किया है. भाजपा मीडिया सेल के प्रदेश संयोजक विधायक कुंदन कुमार ने इसे आस्था पर प्रहार बताया है.
बेगूसराय विधायक कुंदन कुमार ने आज कहा कि लोक आस्था के महापर्व छठ पर एक ओर जहां सम्पूर्ण राष्ट्र के कोने-कोने से बिहार वासी अपने घर आते हैं. वह परिजनों संग पूर्ण सात्विकता से भगवान की आराधना करते हैं. वहीं दूसरी ओर छठ के दिन ही नवनियुक्त शिक्षकों को ट्रेनिंग के नाम पर घरों से दूर भेजना गलत है.
उन्होंने कहा कि यह बिहार सरकार की धर्मविरोधी नीति का द्योतक है. सरकार तुगलकी फरमान जारी कर सनातनी आस्था से खिलवाड़ कर रही है. सरकार छठ महापर्व की प्रासंगिकता पर कुठाराघात कर रही है. नीतियों के निर्धारक जब पथभ्रष्ट हो जाते हैं और धर्म के आधार पर अपनी तुष्टिकरण की मानसिकता को आम आवाम पर थोपने लगते हैं.
कुंदन कुमार ने कहा कि नीतियों के निर्धारक की पथभ्रष्टता के कारण ही ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं. बिहार सरकार महापर्व छठ जैसे पावन मौके पर सहित ऐसे सभी अवसर पर सनातनी धर्मावलंबियों की धार्मिक भावना को आहत करने का काम कर रही है. नीतीश कुमार की सरकार के इस हिटलरशाही का जवाब बिहार की जनता सरकार से लेकर रहेगी.