बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश द्वारा उद्यमी योजना के तहत लाभार्थियों को पहली किश्त दी गई. इसको लेकर पटना के बापू सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें सीएम नीतीश ने लोगों को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए किए गए कामों की भी चर्चा की. इसी बीच, एक योजना को लेकर मुख्यमंत्री की नाराजगी भी देखने को मिली.
नीतीश कुमार ने कहा कि, ”हम तो बीच-बीच योजना का रिव्यू करते रहते हैं. उद्यमी योजना का भी रिव्यू कर रहे थे तो पता चला कि अल्पसंख्यक वाला विभाग में अभी काम हुआ ही नहीं है. लेकिन आज मैंने विभाग के अधिकारियों को बुलाया था. वे लोग क्यों नहीं आए पता नहीं.” मंच से नीतीश कुमार ने इशारा करते हुए पूछा कि काहे नहीं आया, पटना में नहीं है क्या, बाहर गया हुआ है. वहीं इस दौरान आगे बैठे लोगों की तरफ इशारा करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मोबाइल में क्या देख रहा हैं जी? ईसब तो मोबाइल पर ही देखता रहता है.
इसके बाद नीतीश ने कहा कि जिस दिन अधिकारी पटना आएंगे, उस दिन बुलाइयेगा. नीतीश कुमार ने आगे कहा कि, अल्पसंख्यकों के लिए हम लोगों ने जितना काम किया है, यह सब आप लोग जानते हैं, लेकिन बहुत लोग भूलने लगे हैं कि काम हमने ही करवाया है. उन्होंने कहा कि 2005 के बाद जो काम हुआ वो लोगों को बताइये, क्योंकि आज कल सब मोबाइल पर निर्भर हो गया है. आप लोगों ने देखा न कि यहां ये लोग बैठे हुए है और फोन चला रहे हैं. यह सब नई पीढ़ि के लोग हैं. हम कहीं जाते हैं तो सब हमारा फोटो मोबाइल से लेते रहता है, लेकिन हम सबको बताते हैं कि हमने जो काम किया है, उसे मत भूलो.
इस दौरान नीतीश कुमार ने हमेशा की तरह मीडिया को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि इन लोगों को कुछ लिखने नहीं दिया जाता है. मीडिया वालों पर तो कब्जा है. दिल्ली से मना किया जाता है कि मत लिखो तो ये लोग नहीं लिख पाते हैं. ये लोग भी क्या करें. हमने कितना काम किया है मीडिया वाले भी जानते हैं, लेकिन हम लोग जो करतें हैं उसको बहुत कम लिखा जाता है. इनकी भी मजबूरी है.