बिहार के चुनाव में जातिय समीकरण बहुत ही एहम मुद्दा है. वहीं यादव वोट को लालू प्रसाद यादव की ताकत और सत्ता की सीढ़ी माना जाता है. लेकिन अब बीजेपी इन वोटों पर नजर गड़ाए हुए हैं, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने यदुवंशी सम्मेलन कर लालू प्रसाद यादव के वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश की है. इस सम्मेलन के बाद लालू यादव ने जिस तरह से बीजेपी पर हमला बोला है उसका पलटवार करते हुए अब नित्यानंद राय ने लालू परिवार को उजियारपुर से चुनावी मैदान में उतारने और जीत कर दिखाने की चुनौती दी है.
गृह राज्य मंत्री ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने कई बार राष्ट्रीय जनता दल में आने के लिए मुझ पर दबाव बनाया था. कई मुकदमे भी कराए थे, लेकिन मैंने कभी भी बीजेपी नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि मैं जेल में रह जाऊंगा लेकिन भाजपा की सदस्यता नहीं छोडूंगा. कृष्ण और कंस की लड़ाई को लेकर नित्यानंद राय ने कहा कि जो सत्य के रास्ते पर चल रहा है, वही कृष्ण का वंशज हो सकता है. जो भ्रष्टाचार परिवारवाद और अवैध तरीके से धन संपत्ति अर्जित करने के रास्ते पर चल रहा है वही कंस का वंशज है. गृह राज्य मंत्री ने दावा किया कि बड़ी संख्या में यादव जाति के लोग भाजपा की ओर मुखातिब है और आने वाले दिनों में ये सिलसिला बढ़ने वाला है.
दरअसल, मंगलवार को गोवर्धन पूजा के अवसर पर बीजेपी की ओर से यदुवंशी मिलन समारोह आयोजित करने पर आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय पर जोरदार हमला बोला था. उन्होंने कहा कि मेरा तेजप्रताप अगर चुनाव में तुम्हारे खिलाफ खड़े हुए तो तुम्हारी जमानत जब्त हो जाएगी’
आपको बता दें की राजधानी पटना के बापू सभागार में भारतीय जनता पार्टी की ओर से गोवर्धन महोत्सव के मौके पर यदुवंशी सम्मेलन का आयोजन किया गया था. सम्मेलन में 21000 यादव जाति के लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली.