बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को पटना हाईकोर्ट स्थित अंबेडकर प्रतिमा के पास मौन सत्याग्रह पर बैठने के लिए पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने पार्क के अंदर नहीं जाने दिया. इसपर मांझी ने आपत्ति जताते हुए हमला बोला है.
मंगलवार को जब पार्क में जाने से रोका गया तब करीब एक घंटे तक इंतजार करने के बाद मांझी अपने समर्थकों के साथ वापस लौट गए. इस दौरान मीडिया के सामने नीतीश कुमार को खूब खरी खोटी सुनाई. उन्होंने कहा कि ‘पुलिस की ओर से मौन सत्याग्रह करने से रोक दिया गया है. हमलोग अपने भगवान पर माल्यार्पन करने के लिए पहुंचे थे. इसके बाद मौन धारण करते, लेकिन पार्क का ताला ही नहीं खोला गया.’ माझी ने कहा कि ‘मेरे भगवान पर माल्यार्पण करने से रोका गया है. नीतीश कुमार ने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरे देश के दलितों का अपमान किया है.’ इस दौरान जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की भी बात कही.
मांझी ने संविधान का हवाला देकर नीतीश के संदन में महिलाओं पर विवादित बयान का भी जिक्र किया. मांझी ने इस दौरान नीतीश कुमार के एजुकेश पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि ‘मैने नीतीश कुमार से पहले डिग्री ऑनर्स की पढ़ाई की है. मेरा राजनीतिक कैरियर भी नीतीश कुमार से ज्यादा है, फिर भी विधानसभा में मेरा अपमान करने का काम किया है. उन्होंने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरे राज्य और देश के दलितों का अपमान करने का काम किया है.’
बता दें मांझी के सत्याग्रह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा सहित कई नेता पहुंचे थे.