अयोध्या की दिवाली को दिव्य बनाने के लिए इस बार भी रामनगरी को दीयों से जगमग किया जा रहा है. इस बार अयोध्या के 51 घाटों पर 24 लाख दीये जलाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया जाएगा. वैसे तो अयोध्या की दिवाली हर साल ही दिव्य होती है. लेकिन इस बार दिवाली पर अयोध्या कुछ ज्यादा ही उत्साहित हैं. पिछले 6 सालों से अयोध्या का दीपोत्सव वर्ल्ड रिकॉर्ड बना रहा है और हर साल अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ देता है. इस बार भी ये परंपरा जारी रहने वाली है.
पूरी अयोध्या रोशनी से जगमगा रही है. इसी के साथ सरयू किनारे लेजर शो के जरिए श्रीराम के जीवन की झांकी पेश की जाएगी. रूस, श्रीलंका, सिंगापुर और नेपाल के कलाकार दीपोत्सव में रामलीला का मंचन करेंगे. हर साल की तरह इस साल भी दिवाली पर भी अयोध्या में त्रेतायुग के दर्शन होंगे. दिवाली के मौके पर सजी अयोध्या वैसी ही दिख रही जैसे त्रेता युग में अयोध्या थी. जिसका वर्णन गोस्वामी तुसलीदास ने अपनी रामचरित मानस में किया है. इस बार यूपी के साथ कई प्रदेशों की संस्कृति से रूबरू कराया जाएगा. योगी सरकार धोबिया, फरुआही, राई, छाऊ लोकनृत्य को भी वैश्विक मंच दे रही है.
पूरी अयोध्या रोशनी से जगमगा रही है. सड़कें घर गलियां सब राममयी हो गई हैं. लोगों की जुबान पर बस अपने आराध्य श्रीराम राम का ही नाम है. लोगों को बस अपने राम का इंतजार है. करीब 500 वर्ष का वनवास काटने के बाद अब मर्यादा पुरुषोत्तम राम अपने उसी आंगन में लौटने वाले हैं. जहां उनकी बाल लीलाओं का जिक्र कभी गोस्वामी तुलसीदास ने ‘ठुमक चलत रामचंद्र बाजत पैंजनियां’ लिख कर किया था.