सदने में पहले महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी और फिर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के साथ तू-तड़ाक के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विरोध का केंद्र बन गए हैं. बीजेपी नेता लगातार उनकी उम्र, याददाश्त और सेहत को लेकर सवाल उठा रहे हैं तो वहीं उनके करीबियों को निशाने पर लिया जा रहा है. अब पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने उन्हें निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सीएम गंभीर मानसिक बीमारी से ग्रस्त हैं. इसलिए उनको तेजस्वी यादव को कुर्सी सौंपकर अब आराम करना चाहिए.
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि उनकी मूर्खता थी कि मांझी को सीएम बनाया. ऐसे में मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि योग्तया नहीं थी तो क्यों मुख्यमंत्री बनाया था. उस वक्त तो पीठ थपथपाते थे कि एक मुसहर (दलित) को सीएम बना दिया, जबकि मेरा मानना है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में महज 2 सीट जीतने के कारण जेडीयू नेताओं के विरोध के डर से मांझी को कुर्सी सौंपी थी.
सुशील मोदी ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री को सलाह दी है कि वह आराम करें. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अब अपने उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए. बीजेपी सांसद ने कहा कि मुझे लगता है कि अब उनको (नीतीश) को आराम करना चाहिए, उनको विश्राम की जरूरत है.
दरअसल, विधानसभा में आरक्षण संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान नीतीश कुमार अचानक जीतनराम मांझी पर भड़क गए थे. उन्होंने कहा था कि वह मुख्यमंत्री बनने के लायक नहीं थे लेकिन उनकी मूर्खता के कारण वह सीएम बने थे. उनको कुछ भी आता-जाता नहीं है. सीएम के इस बयान को मांझी और बीजेपी के नेताओं ने दलितों का अपमान बताते हुए उनका विरोध किया है.