बिहार विधानसभा के शीत सत्र के पहले दिन के हंगामें के बाद आज दूसरे दिन भी सत्र शुरू होने से पहले ही हंगामा मच गया. पटना में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर बिहार विधानसभा का घेराव कर दिया. जबकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें कीं. तो वहीं प्रदर्शन के दौरान एक कार्यकर्ता बेहोश हो गई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया.
वहीं, कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर राजद सांसद मनोज झा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को सरकार के सामने अपनी बात रखने का अधिकार है. सरकार को उनकी मांगों पर ध्यान भी देना चाहिए…वर्तमान बिहार सरकार में लोगों की मांगों को गंभीरता से लिया जाता है और उस पर चर्चा की जाती है’.
दरअसल बिहार सरकार आज विधानमंडल के दोनों सदनों में जाति आधारित गणना की संपूर्ण रिपोर्ट पेश करने वाली है. संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी इसे पेश करेंगे. विधानसभा में इसे दूसरी पाली में सदन के पटल पर रखा जाएगा. विधान परिषद में भी मंगलवार को रिपोर्ट पेश होगी.गौरतलब है कि बिहार विधानमंडल की कार्यवाही शुरू होने के पहले सोमवार को विधानसभा परिसर में भाकपा (माले) ने गाजा पर हमले बंद करने की मांग को लेकर पोस्टरों के साथ प्रदर्शन किया. माले नेताओं ने केंद्र सरकार पर भी हमला बोला.
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ सदन में नारेबाजी होने लगी. उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया. अधिक हंगामें को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को स्थगित कर दिया.