पटना के मिलर स्कूल मैदान में गुरुवार को सीपीई की बीजेपी भगाओ देश बचाओ रैली थी. इस रैली में सीएम नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को इंडिया गठबंधन में कोई रुचि नहीं है. उनका फोकस 5 राज्यों में हो रहे चुनावों पर है. उसी में वो व्यस्त चल रहे हैं. नीतीश के इस बयान पर भाजपा नेताओं ने गंठबंधन को आड़े हाथों लिया. शुक्रवार को जदयू ने सफाई दी.
संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री इंडिया गठबंधन के आर्किटेक्ट हैं. फाउंडर हैं. बेस बनाया है. इस एलियांस का उनको कुछ लगेगा तो बोलेंगे लेकिन उनके बोलने का मतलब था कि पांच राज्यों के चुनाव के बाद ही अब कोई बातचीत होगी. जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर के बयान पर संजय झा ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया. बता दें कि प्रशांत किशोर ने कहा था कि 1 लाख 25 हजार लोगों में बिहार के कितने नए अभ्यर्थियों को रोजगार दिया जा रहा है, ये सूची सरकार को जारी करनी चाहिए.
शिक्षक नियुक्ति मामले में विपक्ष के आरोप पर संजय झा ने कहा उन लोगों को परेशानी है. उन लोगों ने सोचा नहीं था कि इस स्केल पर कम समय में और साफ-सुथरे तरीके से शिक्षक नियुक्ति हो जाएगी. देश के इतिहास में पहली बार एक साथ एक विज्ञापन से 120336 शिक्षकों की नियुक्ति की गयी. बिहार को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. एक भी प्रमाण दिखा दें की कहीं कोई गड़बड़ी हुई है. सभी अभ्यर्थी साफ-सुथरी परीक्षा व्यवस्था में चयनित होकर अपनी मेधा पर आए हैं. उन पर सवाल उठाना सही नहीं है.