बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा परिणाम आने के बाद से हंगामा जारी है. एक तरफ अभ्यर्थी रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए लगातार हंगामा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इसको लेकर बीजेपी भी महागठबंधन सरकार पर हमलावर है. वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी इसको लेकर सवाल उठाए हैं.
जीतन राम मांझी ने शिक्षक भर्ती परीक्षा परिणाम को लेकर इंडिया गठबंधन पर हमला बोला है. गुरुवार को मांझी ने एक्स पर लिखा है कि सूबे के बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति घोटाले में जॉब फॉर मनी स्कैंडल को लेकर यदि इडी की इंट्री होगी तो घमंडिया गठबंधन के लोग कहेंगें चुनाव है, तो छापेमारी हो रही है. नियुक्ति घोटाला हो या ट्रांसफर-पोस्टिंग घोटाला ईडी की इंट्री होनी चाहिए. साथ ही मांझी ने कहा कि मोदी की सरकार में कोई भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा.
जीतन राम मांझी इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर पहले भी हमला कर चुके हैं और गंभीर आरोप भी लगा चुके हैं. मंगलवार को भी मांझी ने X पर पोस्ट करते हुए बीपीएससी शिक्षक बहाली मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि आरक्षण की अनदेखी कर यह नियुक्ति रेलवे के लैंड फॉर जॉब पर मनी फॉर स्कीम के तहत की गई है. पैसा दो और सरकारी नौकरी लो घोटाले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की मांग पर मंत्री बिजेंद्र यादव ने कहा कि “विपक्ष में है तो विरोध करेंगे ही, लेकिन पूरे मामले को बीपीएससी देख रहा है. देश में इतने बड़े पैमाने पर कहीं भी नियुक्ति नहीं हो रही है. बिहार तो एक साथ इतने लोगों को नियुक्ति पत्र बांटकर इतिहास रचने जा रहा है. जो भी खाली सीट होगी उन सब को भरा जाएगा.
वहीं बिहार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने जीतन राम मांझी पर निशाना साधते हुए कहा कि जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से ऊंचा पद मिला है, उसकी गरिमा रखनी चाहिए. मदन सहनी ने कहा कि बिहार में इतने बड़े पैमाने पर बेरोजगारों को रोजगार मिल रहा है तो इसका स्वागत करना चाहिए ना कि इसमें से कुछ निकाल कर कुछ भी बोल देना चाहिए. यदि किसी तरह की गड़बड़ी होगी तो जांच होगी और जांच तो होते ही रहती है. किसी के मांग पर जांच हो सकता है, लेकिन जीतन राम मांझी को इस तरह के बयान से बचना चाहिए. बुजुर्ग नेता हैं. इतने बड़े स्तर पर कहां कहीं बहाली हो रही है.
बता दें कि बिहार में 122000 से अधिक शिक्षकों की बहाली की जा रही है. बीपीएससी ने रिजल्ट जारी किया है. उसके बाद से लगातार रिजल्ट पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस पर सत्ता पक्ष जदयू ने बीजेपी और मांझी पर हमला किया है. 2 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गांधी मैदान में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे. वहीं सदाकत आश्रम में कृष्ण सिंह की जयंती में लालू प्रसाद यादव के शामिल होने के सवाल पर बिजेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी वहां जाएंगे. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जाने का पहले से कोई कार्यक्रम है नहीं था और न ही कोई चर्चा हो रही थी. ऐसे में बिजेंद्र यादव ने बड़ा बयान दिया है.