भारत ने इजराइल-हमास युद्ध के चलते खाने-पीने के सामान और दवाओं की कमी से जूझ रहे फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय मदद भेजी है. गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से रविवार सुबह आठ बजे उड़ा भारतीय वायुसेना का सी-17 परिवहन विमान करीब 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर शाम को मिस्र की राजधानी काहिरा पहुंचा. भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह आतंकी संगठन हमास के खिलाफ इजराइल व निर्दोष फिलिस्तीनियों के साथ खड़ा है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक्स पर कहा कि फिलिस्तीन के लिए भारत की मानवीय सहायता मिस्र पहुंची. वहां राजदूत अजीत गुप्ते ने राहत सामग्री रेड क्रिसेंट को सौंपी. इनमें जीवनरक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता संबंधी सामान और पानी स्वच्छ करने के टैबलेट समेत अन्य वस्तुएं शामिल हैं.
बता दें, पीएम मोदी ने हालही में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति अब्बास से बातचीत के दौरान कहा था कि भारत फिलिस्तीन को मानवीय सहायता देना लगातार जारी रखेगा. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने साफ कहा कि वह संप्रभु एवं स्वतंत्र फिलिस्तीन के लिए अपने समर्थन में विश्वास करते हैं. यानी इस युद्ध के बीच भारत ने अपनी विदेश नीति का स्टैंड साफ कर दिया.
दरअसल, फिलिस्तीन और भारत की दोस्ती काफी पुरानी है. वहीं भारत पहले ही यूएन रिलीफ एंड वर्क्स एजेंसी के जरिए भी फिलिस्तीन की मदद करता रहा है. लेकिन भारत ने फिलिस्तीन को निजी हैसियत से ये मेडिकल और आपदा मदद भेजी है. ये यूएन के जरिए की जा रही मदद के अलावा है. गौरतलब है कि भारत यूएन सलाहकार आयोग का 2020 से ही सदस्य है. जो फिलिस्तीनी शरणार्थियों को मदद पहुंचाता है. इसमें भारत भी अपना बड़ा योगदान देता है.