इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में हमास से जुड़े लगभग 320 ठिकानों पर हमला किया. आईडीएफ गाजा में जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है. सेना का कहना है कि हमले उन जगहों पर केंद्रित रहे हैं, जो संभावित रूप से उसको खतरे में डाल सकते हैं. आईडीएफ का कहना है कि रात भर में वायु सेना ने उन सुरंगों पर हमला किया जहां हमास और इस्लामिक जिहाद के कार्यकर्ता छिपे हुए थे. इसके साथ ही सैनिक ठिकानों, निगरानी चौकियों और मोर्टार और एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों के ठिकानों पर हमला किया गया.
वहीं इजराइली रक्षा बलों ने दावा किया हमले में आंतकी संगठन हमास के एक और अधिकारी को मार डाला गया. इस हमले में हमास के कई प्रमुखों की मौत हुइ है, जिनमें आंतकवादी संगठन हमास के क्षेत्रीय तोपखाने समूह के उप प्रमुख मोहम्मद कटामश शामिल है. कटामाश आंतकी समूह के सेंट्रल कैंप ब्रिगेड में आग और तोपखाने प्रबंधन के लिए जिम्मेदार था.
कटामश ने इजराइल के खिलाफ आग योजनाओं के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसके अलावा, इजराइली के एक अन्य हमले में रॉकेट फायरिंग दस्ते का प्रमुख और हमास ऑपरेटिव की भी मौत हो गई. इजराइली सेना ने एक हथियार उत्पादन स्थल और एक सैन्य मुख्यालय पर भी हमला किया और उसे तबाह कर दिया.
बता दें, इजरायल और हमास में जंग का आज 17वां दिन है. दोनों ही तरफ से अब तक किए गए हमलों में मौतों का आंकड़ा अब 6000 के पार चला गया है. जहां इजराइल में हमास के हमले में 1400 की जान गई है, वहीं गाजा पट्टी पर इजराइल की जवाबी कार्रवाई में मौतों का आंकड़ा 4600 के पार जा चुका है.
इस बीच राहत का सामान ले जाने वाले 14 ट्रकों वाले एक दूसरे काफिले को गाजा में जाने की अनुमति दी गई. अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी और इटली के नेताओं ने एक संयुक्त अपील में इजरायल के आतंकवाद के खिलाफ खुद की रक्षा करने के अधिकार के लिए अपना समर्थन दोहराया. साथ ही इन देशों ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने की भी अपील की.