संयुक्त राष्ट्र के एक स्वतंत्र आयोग ने एक रिपोर्ट पेश किया है जिसमें रूस पर कई आरोप लगाए गए और उसके सबूत होने का दावा किया गया. शुक्रवार (20 अक्टूबर) को आयोग ने एक रिपोर्ट पेश की जिसमें कहा गया कि आयोग को ऐसे साक्ष्य मिले हैं जिससे साबित होता है कि रूसी अधिकारियों ने यातना, बलात्कार और अन्य यौन उत्पीड़न किए हैं. आयोग की रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र ने एक्स पर जारी किया है.
रिपोर्ट में लिखा है, “आयोग ने पाया है कि कुछ नए सबूत इस ओर इशारा करते हैं कि रूसी अधिकारियों ने यूक्रेनी इलाके में रूसी कब्जे वाले जगहों पर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकारों और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून और संबंधित अपराधों का उल्लंघन किया है.” आयोग ने रूसी सशस्त्र बलों की ओर से अंधाधुंध हमलों का भी दस्तावेजीकरण किया था. इन हमलों की वजह से कई नागरिकों की मौत हुई और काफी संपत्ति का नुकसान भी हुआ.
आयोग की रिपोर्ट में यह भी कहा कि कुछ ऐसे भी साक्ष्य मिले हैं जिससे पता चलता है कि रूसी अधिकारियों ने इरादतन हत्या, गंभीर यातना, बलात्कार, यौन हिंसा जैसे युद्ध अपराध को अंजाम दिया है. इसके अलावा यूक्रेनी बच्चों को रूसी इलाके में भी भेजा गया है. संयुक्त राष्ट्र आयोग ने यह भी कहा कि पीड़ितों और गवाहों से लिए गए साक्षात्कारों से पता चला है कि रूसी अधिकारियों ने युद्ध के दौरान मानवीय गरिमा को ताक पर रख दिया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि आयोग ने उन मामलों का भी दस्तावेजीकरण किया है जिनमें रूसी सैनिक उन गांवों में घुसे जिसे रूस से यूक्रेन से कब्जा कर लिया था. वहां जाकर रूसी सैनिकों ने महिलाओं और एक लड़की के साथ बलात्कार किया और पीड़ितों और उनके परिवार के सदस्यों के साथ ऐसा व्यवहार किया, जो युद्ध अपराध की श्रेणी में आता है.