इजराइल के पास खुद को सुरक्षित रखने के लिए छह प्रकार के एयर डिफेंस सिस्टम हैं. यानी गुब्बारे में बांधकर भेजा जा रहा बम हो या फिर वायुमंडल के ऊपर से आती बैलिस्टिक मिसाइल या फिर सैटेलाइट से किया जा रहा हमला. इजरायल हर तरह के हमलों को इन सुरक्षा प्रणालियों से खत्म कर देगा. इजरायल के पास कई लेयर में एयर डिफेंस सिस्टम है. कम रेंज से लेकर अंतरिक्ष तक जाने वाली मिसाइलें भी. इनकी गति और मारक क्षमता इतनी ज्यादा की आप सोच भी नहीं सकते. आइए इनके बारे में जानते हैं-
पहला इजरायल की हवाई सुरक्षा के लिए तैयार किया गया मिसाइल सिस्टम. इसे हत्ज के नाम से भी बुलाते हैं. वजन- 1300 किलोग्राम है. इसके तीन वैरिएंट्स हैं. जो 22 से 23 फीट ऊंचे हैं. इन मिसाइलों में विग्ंस भी हैं, ताकि हवा में ग्लाइड करते समय दिक्कत न हो. इनमें 150 किलोग्राम वजनी वॉरहेड लगाया जाता है. जो डायरेक्टेड हाई एक्सप्लोसिव फ्रैगमेंटेशन होता है. यह एक दो स्टेज का सॉलिड प्रोपेलेंट वाली मिसाइल है. जो वायुमंडल के बाहर तक जाने की क्षमता रखती है. इसकी गति ही सबसे खतरनाक है. यह एक सेकेंड में 2.5 किलोमीटर चली जाती है. यानी एक घंटे में 9000 किलोमीटर की स्पीड.
दूसरी एरो-3 मिसाइल सिस्टम है जो इजरायल को वायुमंडल के ऊपर से सुरक्षा देने के लिए बनाई गई मिसाइल है. इजरायली सरकार ने दावा किया है कि यह एरो-2 मिसाइल से ज्यादा तेज गति में चलती है. अंतरिक्ष में किसी भी सैटेलाइट को मार गिराने में सक्षम है. इसे इजरायल की सुरक्षा में 2017 से तैनात कर दिया गया है. इस मिसाइल की बदौलत इजरायल दुनिया के गिने-चुने देशों में शामिल हो चुका है, जिनके पास अंतरिक्ष में उड़ रहे सैटेलाइट्स को मार गिराने की क्षमता है.
तासरी है इजरायल का ताकतवर मध्यम से लंबी दूरी वाली हवाई सुरक्षा प्रणाली. डेविड स्लिंग को मैजिक वांड भी कहते हैं. यह सतह से हवा में मार करने वाली और एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल इंटरसेप्टर है. इसे इजरायल और अमेरिका ने मिल कर बनाया है. इससे आमतौर पर ड्रोन्स, टैक्टिकल बैलिस्टिक मिसाइल, रॉकेट्स और क्रूज मिसाइलों को मार कर गिराया जा सकता है या फिर हवा में नष्ट कर दिया जाता है. 40 से 300 किलोमीटर दूर से आने वाले हथियारों को नष्ट कर सकती है डेविड स्लिंग मिसाइल. यह दो स्टेज की मिसाइल है. इसकी गति 9261 किलोमीटर प्रतिघंटा है. आयरन डोम के साथ मिलकर यह इजरायल की राजधानी तेल अवीव की सुरक्षा में तैनात है.
चौथा इजराइल का सबसे विचित्र डिफेंस सिस्टम है लाइट ब्लेड. जो गाजा की सीमा पर तैनात है. यह लेजर आधारित एयर डिफेंस सिस्टम है. इसके जरिए खतरनाक गुब्बारों, पतंगों, छोटे ड्रोन्स, रॉकेट, मोर्टार और तोप के गोलों को आसमान में मार गिराया जाता है. इसे तीन साल पहले इजरायल ने तैनात किया था. इसे ऑप्टी डिफेंस कंपनी ने बनाया.
पांचवा है आयरन बीम. इजरायल अब हमास के रॉकेटों, ग्रैनेड्स और मोर्टार को गिराने के लिए लेजर अटैक कर रहा है. पहली बार इजरायल ने अपने Iron Beam Laser Point Defence System को एक्टिवेट किया है. यह सिस्टम काफी दूर से ही ड्रोन्स, रॉकेट्स, मिसाइल, मोर्टार को आते देखकर उन्हें आसमान में ही खत्म कर देता है. इसे इजरायल ने पूरे देश में तैनात कर दिया है. इस डिफेंस सिस्टम ने मध्य इजरायल के ऊपर हमास के कई रॉकेट्स को मार गिराया है. इसकी अधिकतम क्षमता 10 किलोमीटर है. और इसकी मैगजीन खाली नहीं होती. यानी जितना मन उतना दागो.
इजराइल का छठवां डिफेंस सिस्टम आयरन डोम है. साल 2011 में इजरायल ने स्वदेशी मिसाइल डिफेंस शील्ड आयरन डोम बनाया. आयरन डोम की रेंज अब 150 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 250 वर्ग किलोमीटर हो चुकी है. यह अब दो दिशाओं से आने वाले दुश्मन रॉकेटों पर हमला कर सकता है. मिसाइल फायरिंग यूनिट में तामीर इंटरसेप्टर मिसाइल होती है. जो इलेक्ट्रो-ऑप्टिक सेंसर्स से लैस होती है. स्टीयरिंग फिन्स लगी होती है. एक बैट्री में तीन-चार लॉन्चर होते हैं. हर लॉन्चर में 20 मिसाइलें होती हैं.