इजरायल में हमास के अचानक हमले ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है, जिसमें 1400 से अधिक इजरायली लोगों की मौत हो गई. वहीं कई सौ लोग बंधक बना लिए गए. हमास द्वारा लोगों को बंधक बनाए जाने पर पीड़ित परिजनों ने अब बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. लोग पोस्टर-बैनर लेकर सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं. यह प्रदर्शन देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग कर रहे हैं. कई दिन से बंधक बनाए गए लोग अभी तक अपने घर नहीं पहुंचे हैं, जिसको लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है.
द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, अब दर्जनों लोग बंधकों और उनके परिवारों के साथ एकजुटता दिखाते हुए इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के संकट से निपटने के तरीके को लेकर विरोध कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी मोनिका लेवी ने कहा कि मैं चाहती हूं कि बेंजामिन नेतन्याहू और उनके सभी लोग घर लौट जाएं. क्योंकि उन्होंने दक्षिण के निवासियों को छोड़ दिया है और उन्हें वहां के निवासियों के जीवन में कोई दिलचस्पी नहीं है और इसके बजाय वे छोटी राजनीति में व्यस्त हैं.
प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू पर इजरायली नागरिकों की रक्षा करने के बजाय अपने राजनीतिक अस्तित्व की अधिक परवाह करने का आरोप लगाया. वहीं कुछ इजरायलियों ने बंधक बनाए गए लोगों के परिवारों तक नहीं पहुंचने के लिए नेतन्याहू की भी आलोचना की है. हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों में से एक के परिवार के सदस्य द्वारा तेल अवीव में रक्षा मंत्रालय के बाहर शुरू किया गए विरोध प्रदर्शन में सैंकड़ों लोग जुड़ गए.
विरोध कर रहे कई लोगों के पास पिछले शनिवार को हमास द्वारा किए गए बड़े हमले के बाद लापता या बंदी बनाए गए लोगों के नाम और तस्वीरें हैं, जिसमें 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे. प्रदर्शन के दौरान अन्य लोग इजरायली झंडे और बैनर लहराते हुए कहते हैं कि प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू विनाशकारी विफलता के लिए जिम्मेदार हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.