बिहार के किशनगंज में भारत-नेपाल सीमा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक चीनी नागरिक को एसएसबी ने गिरफ्तार कर लिया है. उसके साथ दो नेपाल के नागरिक भी थे. जब उसकी जांच की गई तो उसके पास से चीन का पासपोर्ट, 1.43 लाख भारतीय रुपये और 62 हजार नेपाली करेंसी भी बरामद की गई.
जानकारी के अनुसार गुरुवार दोपहर किशनगंज के ठाकुरगंज पानी टंकी के पास नेपाल बार्डर से एक चीनी नागरिक को एसएसबी 41वींआ बटालियन के जवानों ने गिरफ्तार किया है. जो नेपाल से भारत में बिना वीजा के प्रवेश कर रहा था. एसएसबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पानी टंकी नए पुल पर नियमित जांच के दौरान नेपाल की ओर से आ रहे नेपाली वाहन को एसएसबी बॉर्डर इंटरेक्शन टीम के एसडब्ल्यूपी सुस्मिता मंडल द्वारा कार को रुकने का इशारा किया गया. कार में तीन लोग सवार थे.
जब उसके पहचान पत्र की जांच की गई तो तीनों यात्रियों में से एक ने मोबाइल पर चीनी पासपोर्ट दिखाया. यात्रियों के नाम ज़ियाओकांग, जियांगशी, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का निवासी है. बिना किसी संदेह के यह साबित हो गया कि वह चीनी नागरिक है. वहीं इस चीनी नागरिक के पास वैध नेपाली पर्यटक वीजा भी है, जिसकी वैधता 01/09/23 से लेकर 29/11/23 तक है.
ये चानी नागरिक अपने दो नेपाली साथियों के साथ भारत में प्रवेश कर रहे थे. दो अन्य लोगों में एक संजीव सुवाल 34 वर्ष पुत्र बाल राज घोजू, भक्तपुर नगरपालिका, वार्ड नंबर-06, जिला-भक्तपुर, बागमती प्रांत, नेपाल और चित्र गुप्त अधिकारी 30 साल पिता- गोपाल प्रसाद अधिकारी, तापलेजंग, प्रांत संख्या 1 नेपाल का रहने वाले हैं. साथ में आये उसके दोनों साथियों को पता था कि वह एक चीनी नागरिक है, जिसे भारत में प्रवेश करने के लिए भारतीय वीजा की आवश्यकता है. लेकिन नेपाली नाररिक फर्जी तरीके से उसे अपने साथ भारत में प्रवेश कराना चाहते थे.
बताया ये भी जा रहा है कि इस चीनी नागरिक ने एसएसबी अधिकारियों को 40 हजार रुपये की रिश्वत भी देने की बात कही थी. एसएसबी अधिकारी एसडब्ल्यूपी सुस्मिता मंडल ने बताया कि उससे पूछताछ में पुष्टि हुई है कि वह चीन का नागरिक है. उसके चीनी जासूस होने का अंदेशा है. फिलहाल उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई के लिए पश्चिम बंगाल की खोड़ीबाड़ी पुलिस को सौंप दिया गया है.