इजरायल-हमास जंग 7 अक्टूबर से जारी है. इस बीच भारत में इजरायली राजदूत नाओर गिलोन ने शुक्रवार को इजराइल को दिए गए समर्थन के लिए भारतीय लोगों का शुक्रिया अदा किया. समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए गिलोन ने कहा कि हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जिस स्तर का समर्थन मिल रहा है, हम इसे कभी नहीं भूलेंगे. हर कोई मुझसे कह रहा है कि मैं जाकर इजरायल के लिए लड़ना चाहता हूं. यह मजबूत समर्थन मेरे लिए अभूतपूर्व है. भारत और इजरायल की निकटता कुछ ऐसी है जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता. इजरायल को भारतीयों से मिल रहे समर्थन पर राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि वह भारतीय वॉलंटियर्स के साथ एक और IDF (इजरायली रक्षा बल) खड़ा कर सकते हैं.’
साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि इजराइल को समर्थन देने के लिए उनके पास कई मंत्रियों, अधिकारियों और बिजनेसमेन के फोन आ चुके हैं. गिलोन ने कहा कि इजरायली दूतावास के सोशल मीडिया हैंडल्स को देखें. यह आश्चर्यजनक समर्थन है. भारतीयों के साथ एक और इजरायली रक्षा बल बन सकता है. फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने 7 अक्टूबर की सुबह इजरायल के सीमावर्ती क्षेत्रों में रॉकेट हमलों की झड़ी लगा दी. हमास की ओर से 7000 के करीब रॉकेट दागे गए. साथ ही हमास के लड़ाकों ने गाजा सीमा पर सुरक्षा बाड़ तोड़कर इजरायली टेरेटरी में घुसपैठ की. बंदूक और धारदार हथियारों से निर्दोष नागरिकों पर जानलेवा हमले किए. इजरायल के मुताबिक हमास आतंकियों के हमले में उसके 1300 से अधिक नागरिक मारे गए हैं.
खुद पर हुए हमले के बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई शुरू की. इजरायली एयर फोर्स ने गाजा पट्टी पर लगातार 7 दिनों से बम बरसा रही है. इजरायल ने दावा किया है कि उसने अपने घर में घुसे 1500 हमास आतंकियों को मार दिया है. वहीं गाजा में इजरायली हवाई हमले में 2000 से अधिक लोग मारे गए हैं. इजराइल-हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 अक्टूबर को इजरायल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की. पीएम मोदी ने कहा कि भारत आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करता है. उन्होंने एक्स पर अपने एक पोस्ट में कहा कि भारत के लोग इस कठिन समय में इजरायल के साथ मजबूती से खड़े हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी हमास के आतंकवादी हमलों के जवाब में इजरायल को अपना समर्थन दिया. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कल इजरायल का दौरा किया और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मिलकर हमास के खिलाफ युद्ध में अपना समर्थन दिया. नेतन्याहू कह चुके हैं कि इजरायल हमास का सफाया करके रहेगा. उन्होंने कहा था कि गाजा पट्टी में हमास के सभी ठिकानों को हम मलबे में बदल देंगे. गाजा में इजरायली सेना घुस चुकी है और रणनीतिक अभियान शुरू किया है. इस बीच अमेरिकी स्पेशल फोर्स के जवान भी इजरायल में लैंड हो चुके हैं, जो अपने नागरिकों को हमास के कब्जे से छुड़ाने के लिए एक विशेष अभियान चलाएंगे.