एचडीएफसी बैंक के चेयरमैन अतनु चक्रवर्ती ने भारतीय इकोनॉमी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि साल 2050 तक भारत की जीडीपी करीब 900 प्रतिशत यानी 10 गुना तक बढ़कर 30,000 अरब अमेरिकी डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगी. उन्होंने यह बयान नई दिल्ली में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में दिया है. इसके साथ ही उन्होंने भारत की प्रति व्यक्ति आय में भी जबरदस्त बढ़ोतरी की उम्मीद जताई है.
अतनु चक्रवर्ती के अनुसार साल 2050 तक भारत की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़कर 21,000 डॉलर पहुंच जाएगी. फिलहाल यह करीब 1,183 डॉलर के आसपास है.पीटीआई की खबर के अनुसार उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में अधिकतर अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के अनुसार भारत की जीडीपी करीब 6.3 प्रतिशत रहने की उम्मीद है. वहीं देश में महंगाई दर करीब 6 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसे में मौजूदा मूल्य पर जीडीपी करीब 10 से 12 प्रतिशत तक रहने की उम्मीद जताई जा रही है. उन्होंने कहा कि अगर भारत की वृद्धि दर की गति यही बनी रहती है तो ऐसे में देश की इकोनॉमी साल 2050 तक 30 ट्रिलियन डॉलर यानी 30,000 अरब डॉलर होने की उम्मीद है.
भारत 3.75 ट्रिलियन डॉलर के साथ फिलहाल विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. आरबीआई के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा ने पिछले महीने एक कार्यक्रम में कहा था कि भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्य को साल 2027 तक हासिल कर लेगा. वहीं एचडीएफसी बैंक के चेयरमैन के अनुसार भारत की जीडीपी अगले 27 सालों में 900 प्रतिशत तक बड़ी होकर 30 ट्रिलियन डॉलर के आकड़ें को पार कर जाएगी.
वहीं इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने हाल ही में वित्त वर्ष 2023-24 में भारत के जीडीपी की ग्रोथ के अनुमान का आंकड़ा जारी किया है. आईएमएफ के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. पहले IMF ने इस वित्त वर्ष 6.1 प्रतिशत जीडीपी रहने का अनुमान जताया था.