केंद्रीय चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए चुनावी तारीखों का ऐलान कर दिया है. आयोग के इस ऐलान के बाद पांचों राज्यों में आदर्श आचार सहिंता भी लागू हो गई है. इसका मतलब यह हुआ है कि अब यहां सरकारें किसी भी नए काम को शुरू नहीं कर पाएंगी. इसके साथ ही सरकार और प्रशासन चुनाव आयोग के हाथ में चला जाएगा. जिलों के डीएम चुनाव अधिकारी बन जाएंगे और इन राज्यों में प्रशासनिक फेरबदल या जिम्मेदारियों में बदलाव भी अब चुनाव आयोग ही करेगा. चुनावी तारीखों के ऐलान से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि उनकी और उनकी टीम पिछले 6 महीने से काम कर रही है और हमने सभी पांचो राज्यों कई दौरे के बाद पूरा कार्यक्रम बनाया है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनावी कार्यक्रम की घोषणा करते हुए बताया कि तेलंगाना, राजस्थान मध्य प्रदेश और मिजोरम में एक ही चरण में चुनाव होंगे. वहीं नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे. मिजोरम में जहां 7 नवंबर को चुनाव होगा तो वहीं तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होगा. इसके अलावा मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग होगी और राजस्थान में 23 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं छत्तीसगढ़ में वोटिंग 7 और 17 नवंबर को होगी. इन पांचो राज्यों में मतदान तो अलग-अलग तारीखों को होगा, लेकिन चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को एक साथ ही आएंगे.
तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनाव आयोग ने इन चुनावों की तैयारी का विस्तार से ब्यौरा दिया. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि पांच राज्यों में 16.1 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. जिसमें 8.2 करोड़ से ज्यादा पुरुष मतदाता होंगे और 7.5 महिला मतदाता हैं. इसके साथ ही यहां इस बार 60 लाख से ज्यादा नए मतदाता वोट करेंगे. जिसमे से 23.6 लाख से ज्यादा नई महिला मतदाता हैं. चुनाव आयोग ने बताया कि इन पांचो चुनावी राज्यों में मतदान के लिए 1.77 लाख वोटिंग बूथ बनाए गए हैं. इन सभी बूथों की निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी.
चुनाव आयोग ने बताया कि पांचो राज्यों में कुल 17,734 मॉडल मतदान केंद्र होंगे. जहां 621 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा. इसके अलावा 8,192 पीएस पर महिलाएं कमान संभालेंगी. वहीं मध्य प्रदेश में आदिवासियों के लिए आरक्षित वन क्षेत्रों/अभयारण्यों में मतदान केंद्र स्थापित किये जायेंगे. इसके साथ ही मिजोरम में मतदान दल 22 गैर मोटर योग्य पीएस और 19 नदी मतदान केंद्रों से नाव द्वारा पैदल यात्रा करेंगे.
नागरिक ECI के #cVigil ऐप के माध्यम से किसी भी प्रकार की चुनावी कदाचार की रिपोर्ट ECI को कर सकते हैं. हर शिकायत पर 100मिनट में जवाब दिया जाएगा. वहीं अब अपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को तीन बार विज्ञापन देकर अपने अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में बताना होगा. इसके साथ ही ऐसे उम्मीदवारों को चुनने के लिए पार्टी को भी कारण बताना होगा. चुनाव आयोग ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन-मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए नागरिकों की जागरूकता और सहयोग महत्वपूर्ण है.