हम सभी ने बचपन से एक चीज सुना है कि गुड़ गन्ने से तैयार होता है. लेकिन इस गुड़ गन्ने के अलावा आम से भी तैयार होता है. भागलपुर की रहने वाली एक महिला ने गन्ने से नहीं बल्कि आम से गुड़ को तैयार किया है. जी हां हम बात कर रहे हैं भागलपुर के सबौर प्रखंड के खनकिता की रहने वाली स्वर्ण संध्या भारती की.
स्वर्ण संध्या भारती इसने अपने पैर पर खड़ा होने का जिद्द ठाना और इसको लेकर कई तरह की चीजों को बनाने लगी. कभी आम से जैम, चासनी व अमोठ बनाई करती थी. लेकिन मन में आया कि जब चासनी बनाई जा सकती है तो इससे गुड़ भी तैयार हो सकता है. एक दिन ट्राई किया और आम का गुड बना दिया.
स्वर्ण संध्या भारती ने बताया कि उसी चासनी को जब ज्यादा देर तक खौलाया. उसके बाद इसको जमाया तो गुड़ तैयार हो गया. तैयार गुड़ जब पहली बार भागलपुर के कृषि भवन में किसान मेले का आयोजन हुआ तो प्रदर्शनी में मैं वह गुरु लेकर गई. जब लोगों को पता चला कि यह आम का गुड़ है, तो इस दौरान सारे गुड़ बिक गए. लेकिन शुरुआत में मेरे लिए एक नया उत्पाद था. तो मैं कम प्रोडक्ट बनाई थी. लेकिन जब इसके डिमांड को देखा तो और भी बनाने की सोची. तभी से ज्यादा उत्पादन करने लगी. यह 220 रुपया किलो के दर से बिकता है. फिलहाल 50 केजी तक उत्पादन की थी.
अब जिन-जिन लोगों को पता चलता है, वह लोग जरूर आम का गुड़ लेने पहुंचते हैं. साथ ही जिन लोगों ने एक बार इसका स्वाद चखा हैं. वह गन्ने के गुड़ को भूलकर आम के गुड़ का ही स्वाद ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि मैं जहां भी प्रदर्शनी में जाती हूं, इसको देखकर लोग अचंभित हो जाते हैं. लेकिन जब ट्राई के लिए अपने घर ले जाते हैं तो दोबारा इसे खरीदने के लिए मेरे स्टॉल पर जरूर पहुंचते हैं. स्वर्ण संध्या भारती ने बताया कि मैं अभी तक कई जगहों पर स्टॉल लगा चुकी हूं. लोग वहां से नंबर लेकर भी संपर्क करते हैं और उसको गुड़ दिया जाता है.