अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र में दुनिया के नेताओं को संबोधित करते हुए नयी भारत में जी20 शिखर सम्मेलन की महत्वपूर्ण उपलब्धियों का जिक्र किया. उन्होंने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत, मध्य पूर्व और यूरोप को जोड़ने वाले एक इकोनॉमिक कॉरीडर तथा जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किए जाने का उल्लेख किया. भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 9-10 सितंबर तक नयी दिल्ली में हुआ था.
बाइडेन ने 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा की आम बहस के उद्घाटन दिवस पर राष्ट्राध्यक्षों और शासन प्रमुखों को संबोधित करते हुए कहा, ‘महत्वपूर्ण प्रयास में, हमने जी20 में संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जॉर्डन और इजराइल के माध्यम से भारत को यूरोप से जोड़ने की घोषणा की.’ उन्होंने कहा कि इससे दो महाद्वीपों में निवेश के अवसर बढ़ेंगे. राष्ट्रपति ने कहा, ‘यह अधिक टिकाऊ, एकीकृत मध्य पूर्व बनाने के हमारे प्रयास का हिस्सा है. यह दर्शाता है कि कैसे इजराइल का अपने पड़ोसियों के साथ अधिक सामान्य और आर्थिक संबंध है जो सकारात्मक और व्यावहारिक असर लाएगा.’
भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा की संयुक्त रूप से अमेरिका, भारत, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ के नेताओं ने जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर घोषणा की थी. नए आर्थिक गलियारे को चीन के विवादास्पद बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है. आईएमई. से एशिया, अरब की खाड़ी और यूरोप के बीच कनेक्टिविटी बढ़ने और आर्थिक एकीकरण के माध्यम से आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है आईएमईसी में दो अलग-अलग गलियारे होंगे. पूर्वी गलियारा भारत को अरब की खाड़ी से जोड़ेगा और उत्तरी गलियारा अरब की खाड़ी को यूरोप से जोड़ेगा.
संयुक्त राष्ट्र महासभा मंच से अपने संबोधन में बाइडेन ने शिखर सम्मेलन के दौरान जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किए जाने का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा, ‘हमने अफ्रीकी संघ का स्थायी सदस्य के रूप में स्वागत करते हुए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में जी20 को मजबूत किया। हमें संस्थानों को और उन्नत तथा मजबूत करना है. हमें नयी साझेदारियां भी बनानी होंगी, नयी चुनौतियों का सामना करना होगा.’ ‘क्वाड’ का जिक्र करते हुए, बाइडन ने कहा, ‘हिंद प्रशांत क्षेत्र में हमने लोगों के लिए टीकों से लेकर समुद्री सुरक्षा तक हर चीज पर ठोस प्रगति प्रदान करने के लिए भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया के साथ अपनी क्वाड साझेदारी को बढ़ाया है.’ क्वाड में जापान, भारत, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका शामिल हैं.