भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एशियाई कबड्डी चैम्पियनशिप 2023 का खिताब जीत लिया. साउथ कोरिया के बुसान में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने ईरान को 42-32 से हरा दिया. भारतीय पुरुष टीम ने आठवीं बार इस टूर्नामेंट का खिताब जीता है, जो एक रिकॉर्ड है. पुरुष वर्ग में भारत के अलावा ईरान सिर्फ एक मौके पर (2003) इस प्रतियोगिता को अपने नाम कर पाया है.
मुकाबले के शुरुआती पांच मिनटों के दौरान ईरानी टीम भारत पर हावी रही. इसके बाद भारतीय टीम के डिफेंडर्स ने कुछ शानदार टैकल किए, जिससे उसकी मुकाबले में दमदार वापसी हुई. फिर कप्तान पवन सहरावत और असलम इनामदार ने सफल रेड करके ईरान को ऑल-आउट देने में अहम भूमिका निभाई. भारत ने ईरानी टीम पर दबदबा बरकरार रखा, जिससे चलते वह फिर से ऑल-आउट हुई.
पहले हाफ की समाप्ति तक भारत ने 23-11 की बढ़त ले ली थी. दूसरे हाफ में ईरान के ऑलराउंडर मोहम्मदरेजा ने कुछ शानदार अंक बटोरकर भारत को पहला ऑल-आउट देने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन यह मैच जीतने नाकामी था. अंत में भारतीय टीम आराम से मैच जीतने में सफल रही. भारत की ओर से पवन सहरावत ने कुल 13 प्वाइंट्स जुटाए. वहीं असलम इनामदार ने आठ और अर्जुन देशवाल ने पांच प्वाइंट हासिल किए.
भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट के पिछले सत्र में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था. अब भारतीय टीम की असली परीक्षा सितंबर-अक्टूबर में होने वाले एशियाई खेलों में होगी. आपको बता दें कि साल 2018 में हुए एशियन गेम्स में भारतीय टीम को सेमीफाइनल में ईरान के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था और उसे ब्रॉन्ज मेडल से ही संतोष करना पड़ा था. अबकी बार भारतीय पुरुष कबड्डी टीम उस हार का बदला चुकता करना चाहेगी.
आपको बता दें कि 19वें एशियाई खेलों का आयोजन पिछले साल 10 से 25 सितंबर तक होना था, लेकिन चीन में कोरोना वायरस मामले के बढ़ने के बाद इन खेलों को टाल दिया गया था. एशियाई खेलों का तीसरी बार चीन में आयोजित होने जा रहा है. चीन की राजधानी बीजिंग ने साल 1990 में एशियाई खेलों की मेजबानी की, जबकि गुआंगझोऊ को साल 2010 में इस प्रतिष्ठित गेम्स की मेजबानी का मौका मिला था.