एशियन गेम्स 2023 की शुरुआत 23 सितंबर से होने वाली है जो कि आठ अक्टूबर तक चीन के हांगझू में होने हैं. भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी इस बार इन खेलों में गोल्ड मेडल का सूखा खत्म करने उतरेंगे. इसकी जिम्मेदारी टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीटीएफआई) ने 10 खिलाड़ियों को दी है, जिसकी अगुआई मनिका बत्रा और अचंत शरत कमल करेंगे. हांगझू में टेबल टेनिस इवेंट 25 सितंबर से दो अक्टूबर तक खेले जाएंगे.
एशियन गेम्स में टेबल टेनिस की चुनौती काफी कड़ी होती है. दुनिया के ज्यादातर टॉप खिलाड़ी इन खेलों का हिस्सा होते हैं जिससे प्रतियोगिता का स्तर काफी बढ़ जाता है. इन खेलों में चीन का दबदबा साफ नजर आता है. इस साल हुई एशियन चैंपियनशिप में चीन ने 21 में से 14 मेडल अपने नाम किए थे. भारत केवल एक ही मेडल हासिल करने में कामयाब रहा था.
भारत ने एशियन गेम्स में अब तक केवल दो ही ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए हैं. ये दोनों मेडल भारत ने 2018 के एशियन गेम्स में अपने नाम किए थे. इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए खेलों में भारत ने पहली बार इस खेल में मेडल जीतकर इतिहास रचा था. भारत ने पुरुष टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था. इस टीम में एंथनी अमलराज, हरमीत देसाई, जी साथियान, शरत कमल और मानव ठक्कर शामिल थे. शरत कमल और मनिका बत्रा ने मिक्स्ड डबल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
हरमीत देसाई इस समय सिंगल्स में शानदार फॉर्म में हैं. उन्होंने हाल ही में अपनी सर्वोच्च रैंकिंग हासिल की है. हालांकि, टीम के स्टार खिलाड़ी जी साथियान और शरत का फॉर्म चिंता का कारण है। दोनों खिलाड़ी फिलहाल रैंकिंग में टॉप 100 से बाहर हैं.
मिक्स्ड डबल्स में इस बार मनिका बत्रा शरत कमल की जगह जी साथियान के साथ उतरेंगी. इस साल डब्ल्यूटीटी टूर में उन्हें ज्यादा कामयाबी नहीं मिली है. मनिका बत्रा एशियन चैंपियनशिप के दौरान चोटिल हो गई थीं लेकिन एशियन गेम्स तक उनके पूरी तरह फिट होने की उम्मीद है. भारत को इस बार पुरुष टीम और मिक्स्ड डबल्स इवेंट में मेडल की उम्मीद है.