दिल्ली रोड स्थित राव तुलाराम स्टेडियम में लॉन टेनिस और बॉस्केट बाल समेत 10 खेलों के कोच नहीं हैं. स्टेडियम में इन खेलों के कोर्ट होने के बाद भी 8 साल से लाॅन टेनिस और 5 साल से बास्केट बाॅल के कोच नियुक्त नहीं किए गए. फिलहाल जिलेभर में विभिन्न खेलों के 17 कोच नियुक्त हैं जबकि 10 की और जरूरत है.
स्टेडियम में लॉन टेनिस का कोर्ट जब से बना है, तब से कोच की नियुक्ति नहीं हो पाई है. इसका मुख्य कारण हरियाणा स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट में लाॅन टेनिस के कोच की कमी होना बताया जा रहा है. इसके अलावा बास्केट बॉल के कोच 5 साल से नहीं है. जबकि स्टेडियम में बास्केट बॉल का भी कोर्ट बनाया गया है.
खेलों की संख्या को देखते हुए स्टेडियम में और जगह की जरूर बताई जा रही है. स्टेडियम में 17 विभिन्न खेलों के कोच हैं. बहुउद्देशीय हाल में विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन होते रहते हैं लेकिन कई बार यहां भी जगह कम पड़ जाती है. यहां बॉक्सिंग कोच हैं लेकिन बॉक्सिंग रिंग की कमी है. तीन माह पूर्व ही हॉकी के कोच का भी तबादला हो गया. इसके बाद यहां कंवाली खेल स्टेडियम में आने वाले खिलाड़ियों को सिखाने के लिए कोई भी कोच नहीं है, जिससे खिलाड़ी अपनी प्रतिभा खोते जा रहे हैं.
राव तुलाराम स्टेडियम में हजार से ज्यादा खिलाड़ी प्रशिक्षण के लिए आते हैं. इसका कारण खेलों के प्रति खिलाड़ियों का रुझान बढ़ना है. प्रशिक्षकों ने बताया कि अब लड़कियों में भी खेलों के प्रति रुझान बढ़ा है. राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेलों में महिला खिलाड़ियों के प्रदर्शन के बाद उनका रुझान बढ़ने लगा है.
शहर के अलावा पूरे जिले में विभिन्न खेलों को लेकर 17 कोच की नियुक्ति की गई है. स्टेडियम में एथलीट, फुटबाॅल, वॉलीबाल, हैंडबाल, वुशू, फेंसिंग, टेबल टेनिस, बॉक्सिंग व जिम्नास्टिक के कोच हैं. इसके अलावा नेहरूगढ़ स्थित राजीव गांधी खेल स्टेडियम में वालीबॉल, पांचौर में रेसलिंग, बावल स्टेडियम में खो-खो, मनेठी में एथलीट, कोसली स्टेडियम में, बॉक्सिंग व धारूहेड़ा में वालीबॉल के कोच नियुक्त हैं. इन खेलों के कोच की जरूरत : जिले में बास्केटबॉल, कबड्डी, लॉन टेनिस, बैडमिंटन, जिम्नास्टिक, जूडो, हॉकी, योगा, तीरंदाजी, शूटिंग आदि कोच की जरूरत है.
खिलाड़ियों के बेहतर भविष्य के लिए स्टेडियम में जो भी कमी है, उन्हें दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. स्टेडियम में लाॅन टेनिस के कोच नहीं हैं. इसके अलावा अन्य कोच की मांग के लिए निदेशालय को पत्र लिखा गया है। खेलों के प्रति खिलाड़ियों का रुझान बढ़ा है.- मदनपाल, जिला खेल अधिकारी