भारतीय महिला भाला फेंक खिलाड़ी अन्नू रानी को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 के फाइनल में निराशा हाथ लगी है। 29 साल की अन्नू 61.12 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ यहां सातवें स्थान पर रहीं। हालांकि इस दौरान उन्होंने एक खास उपलब्धि अपने नाम की। अन्नू विश्व चैंपियनशिप में लगातार दूसरी बार टॉप आठ में जगह बनाने वाली सिर्फ दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं। उनसे पहले दिग्गज भारतीय एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज ने लंबी कूद स्पर्धा में यह कमाल किया था। अंजू ने 2003 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था।
अन्नू की बात करें तो वह इससे पहले पिछली बार 2019 में दोहा में विश्व चैंपियनशिप में 61.12 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ फाइनल में आठवें स्थान पर रही थीं, जबकि इस साल उन्होंने दोबारा से फाइनल के लिए क्वॉलीफाई किया और सातवां स्थान हासिल किया।
शुक्रवार को यहां महिला भाला फेंक फाइनल में अन्नू ने अपने दूसरे प्रयास में दिन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, लेकिन उनके अन्य पांच थ्रो 60 मीटर की दूरी को पार करने में विफल रहे। अन्नू ने अपने छह प्रयास में भाले को क्रमश: 56.18 मीटर, 61.12 मीटर, 59.27 मीटर, 58.14 मीटर, 59.98 मीटर और 58.70 मीटर दूर फेंका।
अन्नू का सत्र और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 63.82 मीटर (राष्ट्रीय रिकॉर्ड) हैं। वह इस स्पर्धा में अगर अपने व्यक्तिगत रिकॉर्ड को हासिल करती तो उन्हें पदक मिल जाता लेकिन उन्होंने यहां अपने पूरे अभियान के दौरान संघर्ष किया। इस राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी ने 59.60 मीटर के थ्रो के साथ क्वालीफिकेशन दौर में आठवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह पक्की की थी।
गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की केल्सी-ली बार्बर ने 66.91 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया। अमेरिका की कारा विंगर ने अंतिम प्रयास में 64.05 मीटर की दूरी के साथ रजत अपने नाम किया, जबकि जापान की हारुका कितागुची ने 63.27 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य जीता। ओलंपिक चैंपियन चीन की शियिंग लिउ 63.25 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ चौथे स्थान पर रही।