वर्ल्ड कप 2023 से पहले क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से सभी अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट खेलने वालों बल्लेबाज़ों के लिए ज़रूरी कर दिया गया है कि वो पेसर और मीडियम पेसर का सामना करते वक़्त नेक गार्ड यानी गर्दन की सुरक्षा करने वाला गार्ड पहनेंगे. स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर समेत कई कंगारू बल्लेबाज़ नेक गार्ड का इस्तेमाल से बचते आ रहे हैं, लेकिन अब नए नियमों के मुताबिक सभी को इसे पहनना ज़रूरी होगा.
cricket.com.au. की रिपोर्ट के हिसाब मुताबिक, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा जारी किए गए नए नियमों के तहत 1 अक्टूबर से नेक गार्ड या नेक प्रोटेक्टर पहनना अनिवार्य हो जाएगा. अगर कोई भी बल्लेबाज़ इसके इस्तेमाल से पीछे हटता तो उसे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के नए नियमों के मुताबिक मुश्किलों का सामना करना पड़ सकेगा. 2023-24 सत्र से प्लेइंग कंडीशन में बदलाव से नेक गार्ड ज़रूरी हो जाएंगे. नेक प्रोटेक्टर को हेलमेट के पीछे फिट या फिक्स होगा.
साउथ अफ्रीका दौरे पर मौजूद ऑस्ट्रेलिया टीम के ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन को बैटिंग के दौरान अफ्रीकी तेज़ गेंदबाज़ कगीसो रबाडा की गेंद लगी था, जिसके बाद उन्हें रिटायर होकर जाना पड़ा था. यह घटना पहले दोनों के बीच खेले गए पहले वनडे के दौरान हुई थी. इसके एक हफ्ते बाद ही नेक गार्ड का नियम जारी किया गया.
2015 में, घरेलू क्रिकेटर फिलिप ह्यूज की गेंद लगने से हुई मत्यु के बाद से ही ऑस्ट्रेलिया ने नेक गार्ड पहनने की सलाह देनी शुरू कर दी थी. हालांकि कई बल्लेबाज़ अब तक इससे खुद को बचाते आ रहे हैं. ऐसे में अब इसको अनिवार्य कर दिया गया है.
स्मिथ ने नेक गार्ड के इस्तेमाल कर कहा था कि उससे उन्हें ‘क्लॉस्ट्रोफोबिक’ महससू होता है. स्मिथ को 2019 के एशेज़ में इंग्लिश तेज़ गेंदबाज़ जोफ्रा आर्चर की बाउंसर ने काफी तेज़ी से हिट किया था. स्मिथ ने नेक गार्ड की तुलना MRI स्कैन मशीन से की थी. उन्होंने कहा था, “मैं इसकी तुलना MRI स्कैन मशीन में फंसने से करता हूं.
इसके अलावा वॉर्नर ने 2016 में कहा था कि न वो इसे पहनते हैं और न ही पहनेंगे क्योंकि ये उनकी गर्दन में चुभ जाता है, जिससे उनका ध्यान भटकता है.