बिहार के भागलपुर से सटे नवगछिया पुलिस जिले में 6 सितंबर को ड्यूटी के दौरान शहीद आर्मी जवान गौतम कुमार यादव का पार्थिव शरीर रंगरा प्रखंड के तिनटंगा दियारा गांव पहुंचा. गौतम प्यारेलाल टोला निवासी अरुण यादव का पुत्र था. गौतम कुमार यादव ने 2 वर्ष पूर्व आर्मी ज्वाइन की थी और वर्तमान में वे पंजाब के पटियाला 19वीं रेजीमेंट में तैनात थे. 6 सितंबर की सुबह में पीटी के दौरान ही वह बेहोश होकर गिर गया. इसके बाद उसे आर्मी अस्पताल ले जाया गया. मगर इसके पूर्व ही उसकी मौत हो गई थी.
चिकित्सकों ने मौत की वजह हृदय गति रुकना बताया. शहीद गौतम का पार्थिव शरीर शुक्रवार की शाम गांव पहुंचने की सूचना मिलते ही तीनटंगा दियारा उत्तर, तीनटंगा दक्षिण, डुमरिया चपरघट रंगरा सधुआ चापर सहित गोपालपुर एवं रंगरा प्रखंड के लगभग आधे दर्जन पंचायतों के हजारों लोग अपने हाथों में तिरंगा लिये शहीद के गांव की ओर चल दिये. तीनटंगा दियारा तक हजारों महिला पुरुषों की कतार लग गई थी और शहीद गौतम अमर रहे के नारे से पूरा इलाका गूंज रहा था.
गौतम का पार्थिव शरीर उनके गांव में पहुंचने के साथ ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. शव यात्रा में हजारों की संख्या में शहीद गौतम के पार्थिव शरीर को देखने के लिए उमड़ी भीड़ में बच्चे, बूढ़े, जवान, महिला, पुरुष सभी शामिल हुए. गौतम को मुखाग्नि उनके छोटे भाई सौरभ ने दी. 10 माह पूर्व दिसंबर महीने में कटिहार जिले के जयनगर में रश्मि कुमारी के साथ गौतम की शादी हुई थी. 10 माह के अंदर ही नवविवाहिता रश्मि की मांग उजड़ गई.
शहीद जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास पर पहुंचते ही उनकी पत्नी रश्मि कुमारी एवं मां ललिता देवी उनके शव से लिपटकर दहाड मार कर रोने लगी. गौतम दो भाईयों में बड़ा था. छोटा भाई सौरभ और पिता अरूण यादव किसान हैं.