राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बुधवार को एक बयान देते हुए कहा था कि टीका चंदन लगाकर घूमने वाले लोगों ने ही देश को गुलाम बनाया था. इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर है. जगदानंद सिंह से जब गुरुवार को उनके बयान को लेकर फिर से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि अगर इसे भाजपा के लोग बहस का मुद्दा बनाएंगे तो बात बहुत आगे तक जाएगी.
जगदानंद सिंह ने कहा कि जिस तरह भारतीय जनता पार्टी को आरक्षण के मुद्दे पर पीछे आना पड़ा था, ठीक उसी तरह से सनातन धर्म के मुद्दे पर अगर वे आगे बढ़ेंगे तो उन्हें बहुत पीछे आना पड़ेगा. इस बहस से जो विकृति होगी उसका इलाज नहीं मिलेगा. साथ ही जगदानंद सिंह ने कहा कि मैंने अपने बयान में सनातन धर्म का नाम ही नहीं लिया है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि सनातन के मुद्दे को लेकर भाजपा के लोग खुद से कुछ कहते हैं.
“हम लोग भी सनातन धर्म को मानते हैं और हम लोग भी बहुत कुछ जानते हैं, लेकिन भाजपा के लोग जिस तरह से इसको लेकर तरह-तरह की बात कहते हैं वह कहीं से भी उचित नहीं है. हमने जो बातें कही हैं, वह बातें ठीक हैं. हम अभी भी उस बात पर कायम है.”- जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, आरजेडी
जगदानंद सिंह ने देश के हालात पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अभी जो कुछ हो रहा है कहीं ना कहीं वह सब कुछ भाजपा के लोग करवा रहे हैं. समाज के बीच में नफरत का बीज बोने का काम अगर किसी ने किया है, तो वह भारतीय जनता पार्टी के ही लोग हैं. इस बात को हम लगातार कहते रहेंगे. यह जनता भी देख रही है कि किस तरह की राजनीति देश में की जा रही है. उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर लोगों के बीच में नफरत फैलाना क्या सही है.
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी जिस मुद्दे को लेकर लोगों को भ्रम में डालना चाहती है वह कभी भी देश का मुद्दा नहीं बन सकता है. उन्हें वैसी ही वापस होना पड़ेगा जिस तरह से कभी आरक्षण के मुद्दे पर उनकी सरकार गई थी. साथ ही जगदानंद सिंह ने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा कि कोई सनातन की व्याख्या कर दें. साथ ही उन्होने कहा कि सनातन धर्म क्या है छुआछूत वाला, भेदभाव करने वाला, पानी नहीं पीने देंगे या पढ़ने नहीं देंगे वाला. क्या वो सनातन धर्म है जब सोमनाथ मंदिर में हमला हुआ और मंत्रों के द्वारा फौज को हरा रहे थे या देश की प्रतिष्ठा के लिए प्राण देना सनातन है.
बुधवार को जगदानंद सिंह ने अपने बयान में कहा था कि टीका लगाकर घूमने वाले लोग देश की गुलामी के कारण थे. साथ ही उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति से कोई फायदा होने वाला नहीं है.