बिहार में जदयू की ओर से आज से बीजेपी के खिलाफ तीन चरणों में राज्यव्यापी पोल खोल अभियान शुरू होगा. आज पार्टी मुख्यालय से हार्डिग पार्क तक मशाल जुलूस और कैंडल मार्च निकाला जाएगा. जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेतागण, पटना जिला के पदाधिकारी और कार्यकर्तागण सैकड़ों की संख्या में मौजूद रहेंगे.
5 सितंबर तक चलने वाले प्रथम चरण में सभी जिला मुख्यालयों में मशाल जुलूस एवं कैंडल मार्च निकाला जाएगा. दूसरे चरण में 7 से 12 सितंबर तक प्रखंड मुख्यालयों में मशाल जुलूस और कैंडल मार्च का आयोजन किया जाएगा. वहीं, तीसरे यानी अंतिम चरण में 15 से 20 सितंबर तक पार्टी के सभी पदाधिकारीगण अपने-अपने घरों में काला झंडा लगाकर केंन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे.
जातीय गणना को लेकर बिहार में काफी समय से सियासत हो रही है. इस साल 7 जनवरी से पहले चरण का जातीय गणना का कार्य शुरू हुआ था लेकिन दूसरे चरण का कार्य जब 15 अप्रैल से शुरू हुआ तो पटना हाईकोर्ट ने उस पर रोक लगा दी थी. बाद में पटना हाईकोर्ट में सभी याचिका को रद्द कर दिया और बिहार सरकार को बड़ी राहत दी, लेकिन इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में भी ले जाया गया. जहां से फिर से राहत मिल गई.
इस मामले को लेकर जदयू का कहना है कि भाजपा ही साजिश के तहत रोकने के लिए कोर्ट में केस करवा रही है. अब जातीय गणना का कार्य समाप्त हो गया है. रिपोर्ट तैयार की जा रही है तो जदयू की तरफ से क्रेडिट लेने की कोशिश हो रही है और बीजेपी को घेरने की तैयारी की जा रही है. उसी के तहत आज से पोल खोल अभियान चलाकर जदयू के नेता बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश करेंगे.