राजधानी पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र स्थित आशियाना दीघा रोड से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई थी. जहां पुलिस की डायल 112 पर मॉल से सामान लूटकर भागने का आरोप लगाया गया था. वहीं इसका वीडियो काफी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. अब इस पूरे मामले का खंडन पटना के सेंट्रल एसपी वैभव शर्मा ने कर दिया है. जिसमें मकान मालिक और मॉल संचालक के बीच पहले से विवाद की बात सामने आई है.
बता दें कि राजीव नगर मॉल लूट मामले पर सिटी एसपी सेंट्रल वैभव शर्मा ने बताया कि डायल 112 गाड़ी वहीं मॉल के पास में रहती है. बैंक और मॉल होने के कारण डायल 112 की गाड़ी वहां लगी रहती है. उन लोगों की जान पहचान भी पहले से मकान मालिक के साथ थी. मकान मालिक वीरेंद्र कुमार है, जिसकी देखभाल का जिम्मा विकास कुमार को दिया गया है. वहीं रैपीडो मॉल के मालिक रंजन कुमार हैं जिन्होंने सन्नी नाम के शख्स को फ्रेंचाइजी दे रखी है.
मॉल के मालिक रंजन कुमार ने 25 लाख का चेक मकान मालिक को दिया था, जो बाउंस हो गया. इसके बाद मालिक ने विकास को भेज कर सन्नी से चाभी ली थी. इसी पर विवाद दोनों में हुआ, पूरा मामला रात 9 बजे का है. मकान मालिक के मैनेजर ने ही सस्ते में सामान देने की बात कहकर डायल 112 के पुलिसकर्मियों को सामान दिया था और बिलिंग बाद में करने की बात कही थी.
“विकास का पास में ही बैंक्वेट हॉल भी है उसी के पास डायल 112 की गाड़ी खड़ी रहती है. यहां तक कि जरूरत पड़ने पर उसी का वाशरूम इस्तेमाल करती है. जिसके कारण पहले से दोनों एक दूसरे को जानते पहचानते थे. वहीं विकास कुमार के द्वारा कहा गया कि मॉल हम लोग खाली करवा रहे हैं और सस्ते में सामान दे रहे हैं, कुछ लेना है तो आप लोग ले सकते हैं. बिलिंग बाद में हो जाएगी. उसी लोभ में आकर पुलिस कर्मियों ने सामान ले लिया था.” -वैभव शर्मा, सिटी एसपी, मध्य पटना
वही चारों पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है और मामले की जांच की जा रही हैं. पुलिसकर्मियों की गलती ये है कि बगैर बिल के उन्होंने सामान लिया. इस कारण सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है. गाड़ी में 2 महिला सिपाही समेत 4 पुलिसकर्मी थे. सभी को लाइन हाजिर कर दिया गया है. आगे सबूत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, महिला सिपाही का वीडियो बनाने वाले के खिलाफ केस दर्ज करवाया जाएगा. यह पूरा मामला मकान मालिक और रेंटर के बीच किराया का विवाद था.