भारत का चंद्रयान-3 पूर्ण रूप से चांद पर उतरने के लिए तैयार है. इसी बीच इसरो ने 21 अगस्त को बताया कि चंद्रयान-2 मिशन के ऑर्बिटर और चंद्रयान-3 के लैंडर के बीच संपर्क स्थापित हो चुका है. दोनों के बीच टू-वे कम्युनिकेशन के स्थापित होने के बाद चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम से कहा- ‘स्वागत है दोस्त!’
इससे पहले इसरो ने चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम द्वारा ली गईं चांद की तस्वीरें साझा की थी. ये तस्वीरें चांद की सतह के दक्षिणी ध्रुव पर उस जगह की हैं, जहां पर चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की लैंडिंग होने वाली है. इसरो चेयरमैन एस. सोमनाथ ने 9 अगस्त को विक्रम की लैंडिंग को लेकर कहा था- ‘अगर सब कुछ फेल हो जाता है, अगर सभी सेंसर फेल हो जाते हैं, कुछ भी काम नहीं करता है, फिर भी विक्रम लैंड करेगा. हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि अगर इस बार विक्रम के दो इंजन काम नहीं करेंगे, तब भी यह लैंडिंग में सक्षम होगा.’
अगर भारत का चंद्रयान-3 मिशन सफल होता है तो भारत चंद्रमा के साउथ पोल पर उतरने वाला पहला देश बन जाएगा. इसरो के अनुसार, चंद्रयान-3, 23 अगस्त को शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर लेगा.