योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था में तो सुधार हुआ ही है, इसके साथ ही व्यापारिक और निवेश संबंधी गतिविधियों में भी प्रदेश पर वित्तीय संस्थाओं और निवेशकों का विश्वास बढ़ रहा है. प्रदेश में बीजेपी की सरकार आने के बाद से यहां निवेश में लगातार वृद्धि हो रही है.
अब उत्तर प्रदेश नए निवेश में शीर्ष पर पहुंच गया है. भारतीय रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2022-23 में बैंक-सहायता प्राप्त निवेश प्रस्तावों में सबसे अधिक प्रस्ताव उत्तर प्रदेश को मिले हैं. वहीं, इन कुल निवेश प्रस्तावों में आधे से अधिक हिस्सेदारी पांच राज्यों की रही है, जिनमें क्रमश: उत्तर प्रदेश, गुजरात, ओडिशा, महाराष्ट्र और कर्नाटक हैं. इस अवधि में निवेश हासिल करने वाले राज्यों में सबसे नीचे केरल और असम हैं.
उत्तर प्रदेश की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “छह साल पहले कोई उत्तर प्रदेश नहीं आना चाहता था. उत्तर प्रदेश का नाम सुनकर लोगों में डर पैदा हो जाता था. लेकिन, आरबीआई और नीति आयोग की रिपोर्ट बताती है कि यूपी देश में सबसे ज्यादा निवेश वाला राज्य बन गया है.’
दरअसल, यूपी को 45 परियोजनाओं के लिए 43,180 करोड़ रुपए मिले हैं। जो कुल निवेश मदद का 16.2 प्रतिशत है. गुजरात को 37,317 करोड़ रुपए मिले, जो कुल निवेश का 14 प्रतिशत है. वहीं, ओडिशा का कुल निवेश में 11.8 प्रतिशत हिस्सेदारी है. वर्ष 2021-22 में उत्तर प्रदेश की यह हिस्सेदारी अभूतपूर्व रूप से बढ़कर 4.4 प्रतिशत से 12.8 प्रतिशत हो गई है.