फ्रांस, दुबई, सिंगापुर समेत 17 देशों में अब भारतीय यूपीआई के इस्तेमाल को मंजूरी मिल चुकी है. जिससे दुनिया भर में भारत का डंका बज रहा है. इस बीच ऑनलाइन लेनदेन को अपनाने को मापने वाले रिजर्व बैक ऑफ इंडिया यानि आरबीआई के इंडेक्स ने एक खुलासा कर बड़ी खुशखबरी दी है. इस इंडेक्स के अनुसार देश भर में यूपीआई अपनाने वाले लोगों की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी हुई है.
आरबीआई डिजिटल पेमेंट इंडेक्स के अनुसार मार्च 2023 तक एक वर्ष में देशभर में डिडिटल भुगतान में 13.24 प्रतिशत बढ़ा है. ऑनलाइन लेनदेन को मापने वाला आरबीआई का डिजिटल भुगतान सूचकांक मार्च 2023 तिमाही के अंत में 395.57 रहा. जबकि यह सितंबर 2022 तिमाही के अंत में 377.46 और मार्च 2022 में 349.30 था.
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि इस अवधि के दौरान देश भर में भुगतान बुनियादी ढांचे और भुगतान प्रदर्शन में महत्वपूर्ण वृद्धि के कारण आरबीआई डिजिटल पेमेंट इंडेक्स सभी मापदंडों में बढ़ा है.
रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले 5 वर्ष में अकेले भारत में यूपीआई से होने वाली पेमेंट 90 प्रतिशत का आंकड़ा भी पार कर जाएंगी. इससे न सिर्फ डिजिटल पेमेंट का ट्रेंड बढ़ेगा बल्कि इंडियन इकोनॉमी को भी काफी फायदा होगा. क्योंकि यूपीआई से लेन-देन न सिर्फ भारत में बढ़ रहा है बल्कि विदेश में भी भारतीय यूपीआई का जलवा बरकरार है और अबतक 17 देशों में इसकी मंजूरी मिल चुकी है.
यानी भरतीय लोग विदेशों में यूपीआई के माध्यम से भारतीय रुपए का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे में यूपीआई