पाकिस्तान को नसीहत देने वाले चीन विशेषज्ञ का नाम हु शिशेंग है. वे बीजिंग में चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्परेरी इंटरनेशनल रिलेशंस के इंस्टीट्यूट ऑफ साउथ एशियन स्टडीज के निदेशक हैं. उन्होंने पकिस्तान के एक कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बोलते हुए कहा है कि पाकिस्तान को भारत की तरफ देखना चाहिए और उससे सीखना चाहिए. भारत के विकास पर ध्यान देना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि भारत का यह तीव्र विकास मुख्य रूप से गुजरात मॉडल पर आधारित है. पाकिस्तान इस तरह का विकास क्यों नहीं कर पाया. सोचना चाहिए कि इस तरह के मॉडल के तहत विकास क्यों नहीं हो पाया. इस दौरान चीनी विशेषज्ञ ने यह भी सुझाव दिया कि पाकिस्तान को नई योजनाएं शुरू करने की बजाय बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर ही ध्यान देना चाहिए और उन्हें पुनर्जीवित करना चाहिए. ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे बेकार न रहें’.
चीनी विशेषज्ञ ने पाकिस्तान को अपने वित्तीय घाटे को दूर करने, कारोबार को सुधारने व इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने की बात कही. साथ ही कहा कि इसके लिए ‘आत्मनिर्भरता’ को बढ़ाना होगा. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान से अपने विकास परियोजना में भागीदारी के लिए नए क्षेत्रीय साझेदारों को लाने का प्रयास करने की बात भी कही.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी अपनी कई रैलियों में भारत की तारीफ कर चुके हैं. भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और शहबाज शरीफ जो कि हाल के दिनों तक पाकिस्तान के पीएम थे, उनकी अक्षमताओं की तुलना कई बार कर चुके हैं. इमरान खान ने भारत की तारीफ करते हुए पाकिस्तान को सीखने की सलाह दी थी. खान ने कहा था कि जो नई टेक्नोलॉजिकल रेवोल्यूशन है आईटी की, हिंदुस्तान उसमें बीस साल पहले किधर था और आज उसकी एक्सपोर्ट देंखे और आज हमें देखें. भारत हमसे कहीं आगे है. भारत के आईटी सेक्टर ने बेइंतहा तरक्की की है.